योगी सरकार के उत्तर प्रदेश में बुधवार दोपहर तक कोरोना वायरस के 75 नए मामले सामने आए। इस तरह राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या 1412 हो गई है। यूपी में धीरे-धीरे बढ़ रहे कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच दस जिलों से राहत भरी खबर है। 10 जिलों में पिछले कई दिनों से एक भी नया मामला सामने नहीं आया है। पिछले 22 जिले और अब 10 जिले को लेकर प्रदेश में कुल 32 ऐसे जिले हैं जहाँ कोरोना का कोई मरीज नहीं है।
ये 10 जिले हुए कोरोना मुक्त
पीलीभीत, लखीमपुर, हाथरस, बरेली, प्रयागराज, महाराजगंज, शाहजहाँपुर, बाराबंकी, हरदोई और कौशाम्बी जो अब कोरोना मुक्त जिलों की श्रेणी में आ गए हैं।
There are no COVID19 active cases in Pilibhit, Lakihimpur Kheri, Hathras, Bareilly, Prayagraj, Shahjahanpur, Maharajganj, Barabanki, Hardoi and Kaushambhi districts: State Principal Secretary (Medical & Health) Amit Mohan Prasad pic.twitter.com/XD8Zazs1Gc
— ANI UP (@ANINewsUP) April 22, 2020
प्रमुख सचिव ने कहा कि पहले तबलीगी जमात और फिर इन्फेक्शन से संक्रमण बढ़ रहा है। कोरोना की कोई वैक्सिन या दवा न होने कारण बचाव ही इसका इलाज है।
मुख्यमंत्री के निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सप्लाई चेन में लगे लोगों की कोरोना जाँच कराए जाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही टीम-11 की बैठक कर लॉकडाउन की समीक्षा की हैं। उन्होंने 10 से अधिक मरीज वाले जिलों में सख्ती से लॉकडाउन के निर्देश भी दिए हैं। अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी से मिली जानकारी के अनुसार सीएम ने टेस्टिंग लैब की क्षमता और अधिक तेजी से बढ़ाने और मेडिकल इंफेक्शन से बचाव के लिए विशेष निर्देश दिए हैं।
Lucknow: CM Yogi Adityanath chairs a meeting with 'COVID-19 management Team-11' of the state, over #CoronavirusPandemic. pic.twitter.com/Hkry7ovhbO
— ANI UP (@ANINewsUP) April 22, 2020
अप्रभावित जिलों में उद्योगों के संचालन का निर्देश
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया की यूपी में इस वक्त 6,980 इकाइयाँ क्रियाशील हैं और इनमें सवा लाख श्रमिक कार्य कर रहे हैं। इसके साथ 1227 ईंट-भट्ठे प्रदेश में चालू हैं और यहाँ करीब 15 लाख श्रमिक काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश की 119 चीनी मिलों में साठ हजार श्रमिक कार्य कर रहे हैं। गन्ने की कटाई पूरी हो गई। 77 फीसद गेहूँ की भी कटाई हो चुकी है। इस दौरान लेबर की कमी नहीं हुई। उन्होंने कहा कि 30 लाख क्विंटल गेहूँ की खरीद हो चुकी है। इसकी 62 फीसद गेहूँ किसानों तक पहुँचकर खरीदा गया है।
इसके अलावा औद्योगिक इकाइयों के कच्चे और तैयार माल के आवागमन में हो रही दिक्कत को भी सुलझाने की बात कही। सरकार इस बात को ध्यान में रख रही कि इस महामारी के दौर में किसी भी नागरिक को राशन पानी की दिक्कत न आए इसलिए तीन करोड़ छह लाख कार्ड धारकों को राशन वितरण किया जा चुका है, जो कि एक रिकार्ड है। ढाई लाख नए राशन कार्ड बनाए गए हैं।
कोटा से लौटे सभी छात्र होम क्वारंटाइन
अवनीश कुमार अवस्थी ने यह भी बताया कि कुछ दिन पहले कोटा से लाए गए सभी छात्रों को होम क्वारंटाइन किया गया हैं। समय-समय पर उनका हालचाल भी फ़ोन के जरिए लिया जा रहा हैं। साथ ही महामारी से बचने के सारे नियमों का पालन करने के लिए भी कहा गया हैं।
पंचायती राज विभाग द्वारा सहायता
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लोक भवन में पंचायती राज मंत्री भूपेन्द्र सिंह चैधरी एवं प्रमुख सचिव मनोज कुमार सिंह ने पंचायती राज विभाग की ओर से 53 करोड़ 20 लाख रुपए का चेक ‘मुख्यमंत्री का पीड़ित सहायता कोष-कोविड केयर फण्ड’ के लिए भेंट किया। मुख्यमंत्री ने विभाग के इस योगदान की सराहना की है। फण्ड की धनराशि से टेस्टिंग, एल-1, एल-2 तथा एल-3 अस्पतालों की स्थापना एवं सुदृढ़ीकरण, लाॅजिस्टिक्स जैसे पीपीई किट, एन-95 मास्क, वेंटिलेटर्स आदि की व्यवस्था की जाएगी।
COVID-19 महामारी से लड़ने में प्रभावी कदम उठाने व प्रभावितों की सहायता हेतु पंचायती राज विभाग, उत्तर प्रदेश द्वारा 'उत्तर प्रदेश कोविड केयर फण्ड' हेतु ₹53,20,00,000 का योगदान किया गया। pic.twitter.com/1mnK55tJah
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) April 22, 2020