उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में तैनात एक पुलिस सब इंस्पेक्टर के खिलाफ उसकी बीवी ने मामला दर्ज करवाया है। आरोपित सब इंस्पेक्टर का नाम नौशाद अली खान है। वह सिविल लाइंस थाने में चौकी इंचार्ज है। उसकी बीवी करीना बानो का आरोप है कि बेटी पैदा होने के बाद उसे घर से निकाल दिया गया। दहेज का दबाव डाला जा रहा था। ससुराल वाले उसे प्रताड़ित कर रहे थे। इस संबंध में नौशाद अली और उसके परिजनों समेत 8 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर पुलिस ने मामले की जाँच शुरू कर दी है।
मंगलवार (5 अप्रैल 2022) को करीना बानो ने अलीगढ़ SSP कार्यालय के पास इस मामले को लेकर मीडिया से भी बात की। उन्होंने बताया, “मेरे शौहर सिविल लाइंस थाने की मेडिकल चौकी इंचार्ज हैं। मेरा घर औरैया के विधूना में है। मेरा निकाह 29 दिसम्बर 2019 में हुआ था। मेरे अब्बा ने निकाह में लगभग 40 लाख रुपए खर्च किए थे। लेकिन बेटी पैदा होने के बाद ससुराल वालों ने मुझे मारपीट कर घर से निकाल दिया। ससुराल वालों ने मुझे गंदी-गंदी गालियाँ दी और मारपीट की। जब मैं सास से इसकी शिकायत करती थी तो मुझे कहा जाता था कि इस घर में रहना है तो ऐसे ही रहना होगा। मेरी ननदें मेरी बेटी को अक्सर पीटती थीं और धक्का दे देती थीं। शौहर मेरा कोई सपोर्ट नहीं करते थे। उन्होंने मेरे ससुराल में रहते हुए ही मेरे खिलाफ तलाक का केस डाल दिया था।”
करीना बानो ने बताया, “मुझे मेरी बेटी के पास ले जाने के बहाने घर से निकाला गया। मेरे अब्बू के रिटायर होने के बाद ससुराल वालों ने 10 लाख रुपए और बुलेट गाड़ी माँगी। उन्होंने (नौशाद अली) कहा कि हर दरोगा के पास एक बुलेट गाड़ी होती है। मेरे अब्बू ने 35 हजार रुपए बुलेट के लिए भी दिए। फिर इन्होंने अपनी बहन की शादी में भी मेरे अब्बू से 1 लाख रुपए लिए। अलीगढ़ पुलिस के अधिकारियों ने 8 चक्कर लगाने के बाद भी मेरी कोई सुनवाई नहीं की। जैसे तैसे मैंने गाजियाबाद में 25 मार्च को अपना मुकदमा लिखवाया और 3 अप्रैल को मेरा बयान हुआ।” पीड़िता ने बताया, “मेरे शौहर मुझसे कहते है कि तू SSP या कहीं भी जा, मेरा कुछ नहीं करवा पाएगी। मेरे शौहर को पैसे का गुरुर है। मेरी एक बेटी है। मैं उनके साथ रहना चाहती हूँ।”
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पीड़िता फिलहाल गाजियाबाद के कविनगर थाना क्षेत्र में रहती है। आरोपित सब इंस्पेक्टर नौशाद अली खान मैनपुरी के गोला बाजार के रहने वाले हैं। उन्हें मृतक आश्रित कोटे में नौकरी मिली है। पीड़िता को नवंबर 2021 में घर से निकाला गया था। गाजियाबाद की महिला थाना प्रभारी के अनुसार शिकायत मिलने पर FIR दर्ज कर ली गई है। मामले की जाँच की जा रही है।