BSP विधायक शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली के खिलाफ गोमतीनगर थाने में मुकदमा दर्ज हुआ है। उन पर एक युवती के यौन उत्पीड़न और धमकी देने का आरोप है। शाह मुबारकपुर से विधायक हैं। वे बसपा सुप्रीमो मायावती के करीबी बताए जाते हैं। मायावती के भाई आनंद के वे बिजनेस पार्टनर भी हैं। पूर्वांचल प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के सीएमडी शाह पर आरोप उन्हीं की कंपनी में काम करने वाली एक महिला कर्मचारी ने लगाया है।
FIR registered against Shah Alam, Bahujan Samaj Party (BSP) MLA from Mubarakpur, for allegedly sexually harassing & threatening to kill a woman.
— ANI UP (@ANINewsUP) February 2, 2020
पीड़िता का आरोप है कि विधायक कंपनी में ऊँचे ओहदे और मोटी तनख्वाह का लालच देकर उस पर नाजायज संबंध बनाने का दबाव डाल रहे थे और फिर तरक्की देने का झाँसा देकर वीडियो कॉल करने लगे। एक दिन विधायक ने जरूरी काम का बहाना बनाकर उसे अपने घर पर बुलाया। जब वो पहुँची तो वो उसके साथ अश्लील हरकतें करने लगे और फिर उसके साथ दुष्कर्म करने का भी प्रयास किया, मगर पीड़िता ने उसे धक्का दे दिया। इसके बाद पीड़िता ने ऑफिस जाना बंद कर दिया और पुलिस से शिकायत करने की बात कही।
फिर विधायक ने फोन कर कहा कि दोबारा ऐसी हरकत नहीं करेंगे। पीड़िता का कहना है कि जब उन्होंने दोबारा ऑफिस जाना शुरू किया तो और भी लड़कियों का शारीरिक शोषण करने का पता चला। शाह आलम ने एक नाबालिग को भी अपना शिकार बनाया है। साथ ही कि पीड़िता ने इस बात का भी खुलासा किया कि कंपनी में जिन फ्लैटों की कीमत 1.40 करोड़ और डेढ़ करोड़ है, उसकी रजिस्ट्री महज 70 से 80 लाख में कराकर टैक्स की भी चोरी की गई है।
पीड़िता का कहना है कि शाह आलम उसे व्हाट्सएप पर आपत्तिजनक क्लिप्स भेजते थे। जनवरी 2020 में शाह आलम ने एक बार फिर उस पर शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बनाना शुरू किया। आरोप है कि उसके मना करने पर शाह आलम ने एचआर मैनेजर को उसके पास भेजकर दबाव बनवाया। इस पर भी वह नहीं मानी तो शाह आलम ने कंपनी से निकालने की धमकी दी। इसके बाद पीड़िता ने 13 जनवरी 2020 को सीओ संतोष कुमार सिंह से लिखित शिकायत की। फिर शाह आलम ने इससे नाराज होकर 14 जनवरी को उसे नौकरी से निकाल दिया। पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर मामला दर्ज कर जाँच शुरू कर दी है।