लखनऊ प्रशासन ने गुरुवार (अगस्त 27, 2020) को माफिया मुख्तार अंसारी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। प्रशासन ने डालीबाग कॉलोनी में अंसारी की एक अवैध संपत्ति को ध्वस्त कर दिया।
बताया जा रहा है कि अवैध निर्माण को गिराने का खर्च भी यूपी सरकार मुख्तार अंसारी से ही वसूलेगी। अवैध आवासीय परिसर को गिराने की कार्रवाई के दौरान मौके पर भारी पुलिस बल मौजूद था।
Gangster Mukhtar Ansari’s illegally owned property demolished near Dalibagh Colony. Expenses of demolition will be recovered from him. FIR will be registered. Responsibility of officials under whom this illegal construction took place will be fixed: Lucknow Administration pic.twitter.com/3mmtre2s6p
— ANI UP (@ANINewsUP) August 27, 2020
लखनऊ प्रशासन ने कहा है, “डालीबाग कॉलोनी के पास गैंगस्टर मुख्तार अंसारी की अवैध रूप से स्वामित्व वाली संपत्ति को ध्वस्त कर दिया गया है। तोड़ने में हुआ खर्च भी उससे वसूला जाएगा। जिन अधिकारियों के अधीन यह अवैध निर्माण हुआ, उनकी जिम्मेदारी तय की जाएगी और उन पर भी कार्रवाई की जाएगी।”
Properties of Mukhtar Ansari being brought down by UP Government pic.twitter.com/AABTpm4KdH
— Aman Sharma (@AmanKayamHai_ET) August 27, 2020
गौरतलब है कि इससे पहले भी यूपी पुलिस ने अपराधियों पर नकेल कसते हुए अवैध रूप से कब्जा की गई जमीन और अवैध तरीकों से अर्जित की गई 39.80 करोड़ रुपए की संपत्तियों को मुख्तार के करीबियों से मुक्त कराया था। इसके साथ ही मुख्तार अंसारी गिरोह से जुड़े लोगों के 33 असलहों के लाइसेंस भी निलंबित कर पुलिस थानों में जमा करवाया था।
वहीं वाराणसी पुलिस ने 11 जुलाई को गैंगस्टर एक्ट के तहत अंसारी के एक अन्य सहयोगी श्रीप्रकाश मिश्रा उर्फ झुनना पंडित की संपत्तियों को भी जब्त कर लिया था।
उल्लेखनीय है कि पुलिस अधीक्षक गाजीपुर ओपी सिंह ने माफिया मुख्तार अंसारी को लेकर कहा था, “अंसारी और उनके सहयोगियों के अवैध कब्जे से 33.8 करोड़ रुपए की संपत्ति पहले ही मुक्त हो चुकी। उनके लाइसेंस रद्द करने के बाद कम से कम 33 हथियार जब्त किए गए हैं और जमा किए गए हैं। अंसारी के साथ मिलकर अवैध कारोबार चलाने वाले कम से कम 17 बदमाशों की पहचान की गई है और उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।”
बता दें की पिछले साल पुलिस ने मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी के घर से छह हथियार और 4,431 कारतूस जब्त किए गए थे। उसने कथित तौर पर एक ही लाइसेंस पर सभी हथियारों को खरीदा था।