बाहुबली अतीक अहमद की अवैध प्रॉपर्टी पर कार्रवाई के बाद अब उससे इस पर आया खर्च भी वसूलने की योगी सरकार तैयारी कर रही है। इसमें मजदूरों की दिहाड़ी, जेसीबी का किराया, अधिकारियों और पुलिस बलों का खर्च शामिल है। प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) इस पूरी कार्रवाई का एक लेखा-जोखा तैयार कर रही है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, PDA ने इस पूरे खर्चे का अनुमान लगभग 25 लाख रुपए लगाया है। योगी सरकार ने अतीक अहमद को फरमान जारी करते हुए साफ कर दिया है कि ध्वस्तिकरण की कार्रवाई का खर्च अतीक अहमद को वहन करना होगा। यदि वह ऐसा नहीं करता है तो उसके खिलाफ आरसी जारी की जाएगी।
रिपोर्ट के अनुसार, फूलपुर के सांसद रह चुके अतीक अहमद की अब तक करीब 300 करोड़ रुपए की अवैध सम्पतियों को जमींदोज किया गया है। सरकार द्वारा पहले से बेनामी सम्पतियों की पूरी कार्रवाई का ब्यौरा तैयार कर लिया गया था। जिसके बाद पुलिस की मदद से ताबड़तोड़ एक्शन लिया गया।
कार्रवाई में आधा आधा दर्जन अधिकारी, प्रवर्तन दल की पूरी टीम, लगभग 50 की संख्या में पुलिसकर्मी, हर कार्रवाई में 4 से 6 जेसीबी मशीनों का प्रयोग और 70 से अधिक मजदूर लगाए गए थे।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में माफिया घोषित किए गए पूर्व सांसद अतीक अहमद की बेनामी सम्पत्तियों को योगी आदित्यनाथ की सरकार द्वारा एक-एक कर के जमींदोज किया गया है। सिर्फ अतीक ही नहीं योगी सरकार द्वारा उसके गुर्गों, परिजनों और करीबियों की अवैध सम्पतियों को भी बख्शा नहीं गया है।