उत्तर प्रदेश में वाराणसी के फूलपुर थाना क्षेत्र के करखियाँव गाँव में गरीब हिंदू परिवारों को लालच देकर उनका ईसाई धर्मान्तरण कराने की कोशिश करने का मामला सामने आय़ा है। इस मामले में तीन लोगों को ग्रामीणों और हिंदू जागरण मंच के लोगों ने पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया है।
गिरफ्तार किए गए आरोपितों में एक महिला भी है। तीनों एक गरीब हिंदू परिवार लालजी विश्वकर्मा के घर आए थे। ये उन्हें ईसाई धर्म अपनाने के एवज अच्छी शिक्षा, पैसा और परवरिश का प्रलोभन दे रहे थे। आरोपितों में से एक नील तुरै मूल रूप से तमिलनाडु से है औऱ वाराणसी के वीरभानपुर गाँव में रहता है। दो अन्य विजय कुमार और उसकी पत्नी जिले के ही भाऊपुर गाँव के रहने वाले हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि तीनों को अक्सर गाँवों में आर्थिक रूप से कमजोर और कम पढ़े-लिखे लोगों को ईसाई धर्मान्तरण का लालच देते देखा गया है। इस मामले में हिंदू जागरण मंच के प्रदेश मंत्री गौरीश सिंह ने कहा कि मंगलवार (3 अगस्त 2021) को उन्हें ग्रामीणों से इन तीनों के करखियाँव गाँव में आकर ईसाई धर्म अपनाने के लिए दवाब डालने की जानकारी मिली थी। मौके पर पहुँचने के बाद इनके पास से ईसाई धर्म से जुड़ी पुस्तकें मिलीं। आरोपितों ने दो घरों में धर्मान्तरण कराने की कोशिश की बात भी कबूली।
गौरीश सिंह की शिकायत के आधार पर पुलिस ने तीनों को हिरासत में ले लिया है। फूलपुर के थाना प्रभारी सुनील सिंह का कहना है कि इनसे पूछताछ की जा रही है। इससे पहले भी वाराणसी के जंसा, फूलपुर औऱ चौबेपुर जैसी जगहों पर धर्मान्तरण कराने के कई मामले सामने आए थे। उन मामलों में पुलिस ने कार्रवाई भी की थी।