उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की तैयारियों को लेकर एक्शन मोड में आ गए हैं। हाल ही में कोरोना संक्रमण को मात देने वाले सीएम योगी स्वास्थ्य सुविधाओं की समीक्षा करने और आवश्यक आदेश पारित करने के लिए व्यक्तिगत रूप से अस्पतालों और गाँवों का दौरा कर रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सीएम की कोरोना के खिलाफ लड़ाई काफी जबरदस्त चल रही है। एक ओर जहाँ कोरोना के आँकड़ों में लगातार गिरावट देखी जा रही है। वहीं दूसरी ओर योगी का 3T फॉर्मूला सफल होते हुए दिखाई दे रहा है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना के बढ़ते मामलों पर काबू पाने के लिए ट्रेसिंग, टेस्टिंग और ट्रीटमेंट के ‘3T‘ फॉर्मूले का पालन किया है। नतीजतन, यूपी देश का पहला राज्य बन गया है, जिसने एक ही दिन में 3 लाख कोरोना की टेस्टिंग की है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, योगी सरकार ने महामारी की शुरुआत के बाद से 4.65 करोड़ से अधिक टेस्टिंग की हैं, जो देश में अभी तक सबसे अधिक है।
आँकड़ों से पता चलता है कि राज्य में की जा रही कुल टेस्टिंग में से लगभग 45% आरटी-पीसीआर है, जबकि 2% टेस्ट ट्रूनेट पद्धति के माध्यम से किए गए हैं। इसके अलावा रैपिड एंटीजन किट के माध्यम से टेस्ट किए जाते हैं।
अधिक टेस्टिंग यूपी की कोविड-19 के खिलाफ युद्ध स्तर पर तैयार की गई रणनीति का हिस्सा है। यूपी के अधिकारियों के अनुसार, राज्य ने अब प्रति दिन 1.5 लाख से अधिक आरटी-पीसीआर टेस्टिंग करने की क्षमता बनाई है। राज्य में एकत्र किए गए नमूनों में से 65% से अधिक ग्रामीण क्षेत्रों के हैं।
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के आँकड़ों के मुताबिक, देश में किए गए कुल टेस्ट में उत्तर प्रदेश का हिस्सा लगभग 14% है। इसके अलावा, इस साल 1 अप्रैल से यूपी में 1 करोड़ से अधिक कोविड-19 के टेस्ट किए गए हैं।
बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री इटावा और कानपुर के बाद रविवार (23 मई 2021) की सुबह बुंदेलखण्ड में कोरोना मरीजों के इलाज और तीसरी लहर की तैयारी का जायजा लेने झाँसी पहुँचे। इस दौरान उन्होंने तीसरी लहर से निपटने की तैयारियों को लेकर झांसी में अफसरों को फटकार भी लगाई। सीएम ने यहाँ संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या को लेकर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि गंभीर मरीजों को लेकर कोई लापरवाही न बरती जाए।
बता दें कि मुख्यमंत्री ने प्रदेश में आंशिक कोरोना कर्फ्यू को बढ़ाकर 31 मई की सुबह 7 बजे तक कर दिया है। सीएम ने कहा कि आंशिक कोरोना कर्फ्यू के दौरान वैक्सीनेशन, औद्योगिक गतिविधियाँ, मेडिकल संबंधी कार्य आदि आवश्यक अनिवार्य सेवाएँ यथावत जारी रहेंगी। इस संबंध में विस्तृत गाइडलाइंस जारी करने के निर्देश दिए गए हैं।
आंशिक कोरोना कर्फ्यू के दौरान वैक्सीनेशन, औद्योगिक गतिविधियां, मेडिकल सम्बन्धी कार्य आदि आवश्यक अनिवार्य सेवाएं यथावत जारी रहेंगी। इस संबंध में विस्तृत गाइडलाइंस जारी करने के निर्देश दिए गए हैं।
— Yogi Adityanath Office (@myogioffice) May 22, 2021