Monday, November 18, 2024
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केदारनाथ के गर्भगृह में जाकर अब दर्शन कर सकेंगे श्रद्धालु, धामी सरकार ने हटाया प्रतिबंध: दर्शनार्थियों की संख्या ने पिछला रिकॉर्ड तोड़ा

राज्य के शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि राज्य में भारतीय ज्ञान परंपरा आधारित शिक्षा, योग, वेद, पुराणों, स्थानीय बोलियों एवं संस्कृत आधारित शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में विद्या समीक्षा केन्द्र एक साल में बनकर तैयार हो जायेगा।

उत्तराखंड (Uttarakhand) की पुष्कर सिंह धामी सरकार (CM Pushkar Singh Dhami) श्री केदारनाथ धाम के गर्भगृह में तीर्थयात्रियों के प्रवेश पर प्रतिबंध को समाप्त कर दिया है। अब श्रद्धालु गर्भगृह में जाकर बाबा केदारनाथ का दर्शन कर सकेंगे। वहीं, इस बार मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या ने पिछले रिकॉर्ड को तोड़ दिया है।

इस साल मई-जून में रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालुओं के पहुँचने के कारण गर्भगृह में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया था और श्रद्धालु सभामंडप से ही बाबा केदारनाथ के दर्शन करते थे। अब संख्या कम होने के बाद यह प्रतिबंध हटा दिया गया है। बता दें कि इस साल गुरुवार (30 जून 2022) की रात तक 9,01,081 श्रद्धालु श्री बदरीनाथ धाम तथा 8,31,600 श्रद्धालु श्री केदारनाथ धाम दर्शन हेतु पहुँचे।

इसके साथ ही मंदिर में दर्शन के समय में भी बदलाव किया गया है। श्री केदारनाथ मंदिर में शुक्रवार (1 जुलाई 2022) से सुबह चार बजे की जगह पाँच बजे से दर्शन शुरू हो गया। वहीं, तीन बजे से शाम 4:45 बजे तक भोग-पूजा व सफाई के लिए कपाट रहेगा, जबकि शाम को श्रृंगार पूजा के पश्चात रात्रि 9 बजे कपाट बंद किए जाएँगे।

मंदिरों का विकास एवं सौंदर्यीकरण

धामी सरकार मानस मन्दिर माला योजना के तहत कुमाऊँ के मन्दिरों का सौन्दर्यीकरण और विस्तार किया जा रहा है। इसके साथ ही पर्वत माला श्रृंखला के अन्तर्गत हेमकुण्ड साहिब सहित राज्य के 35 स्थानों पर रोपवे की सुविधा की तैयारी पूरी होने वाली है। इससे यहाँ आने वाले दर्शक प्राकृतिक सौंदर्य का भी लाभ उठा सकेंगे।

सीएम धामी ने बताया कि इस बार काँवड़ यात्रा में 4 करोड़ से अधिक शिवभक्तों के पहुँचने की संभावना है। वहीं, चारधाम यात्रा एवं पर्यटन सीजन पिछले सभी रिकॉर्ड को तोड़ने वाला है। उन्होंने कहा कि यात्राओं को सरल, सुगम एवं सुरक्षित बनाने के लिए सरकार द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।

भ्रष्टाचार पर सरकार सख्त

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami) राज्य में भ्रष्टाचार को लेकर सख्त हैं। राज्य में भ्रष्टाचार पर रोक लगाने के लिए 1064 नम्बर जारी किया गया है। इस नंबर पर कोई भी व्यक्ति भ्रष्टाचार से सम्बन्धित शिकायत दर्ज करा सकता है। वहीं, उत्तराखंड केंद्र की नई शिक्षा नीति को मूल रूप में लागू करने वाला देश का पहला राज्य बनने जा रहा है। इसके लिए राज्य सरकार पाठ्य-पुस्तकों में बदलाव कर रही है।

उन्होंने कहा कि राज्य में पारदर्शी और भ्रष्टाचारमुक्त शासन के लिए सरकार प्रतिबद्ध है और राज्य में इसे किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वहीं, 1064 नंबर पर शिकायत दर्ज कराने वाले व्यक्ति का नाम और पहचान गोपनीय रखी जायेगी। इस मामले में अब तक 8 से ज्यादा व्यक्तियों पर कार्यवाही हो चुकी है, जबकि कई शिकायतें सर्विलांस पर हैं।

इसके साथ ही उन्होंने ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ और स्वच्छता मिशन को राज्य में गंभीरतापूर्वक प्रोत्साहित करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि ऐसे सामाजिक मिशन पीढ़ी दर पीढ़ी में संस्कार पैदा करते हैं, जो किसी भी राष्ट्र के निर्माण के लिए जरूरी है। उन्होंने राज्य के सर्वांगीण विकास के लिए 10 साल का रोडमैप तैयार करने की बात भी कही।

नई शिक्षा नीति अपनाने वाला पहला राज्य बनेगा उत्तराखंड

उन्होंने राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने पर जोर दिया, ताकि सरकारी स्कूलों में छात्रों की घटती संख्या को रोका जा सके। सीएम धामी ने कहा कि विद्यार्थियों की संख्या घटने के कारण पर गहन चिंतन की जरूरत है और इसे किसी भी हालत में इस समस्या को दूर किया जाएगा। इसके लिए उन्होंने शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित चिंतन शिविर की सराहना की।

केंद्र की मोदी सरकार (Modi Government) द्वारा लाई गई नई शिक्षा नीति-2020 को मूल रूप में लागू करने वाला देश का पहला राज्य बनने जा रहा है। सीएम धामी ने कहा इस शिक्षा नीति को क्रांतिकारी बताया और कहा कि यह शिक्षा नीति प्राचीन भारतीय सनातन ज्ञान और विचार की समृद्ध परंपरा को ध्यान में रखते हुए तैयार की गई है। इससे प्रत्येक व्यक्ति की रचनात्मक क्षमताओं में विकास होगा।

वहीं, चिंतन शिविर में शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि राज्य में भारतीय ज्ञान परंपरा आधारित शिक्षा, योग, वेद, पुराणों, स्थानीय बोलियों एवं संस्कृत आधारित शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में विद्या समीक्षा केन्द्र एक साल में बनकर तैयार हो जायेगा।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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