नई दिल्ली में आगामी 26 जनवरी को होने वाली गणतंत्र दिवस परेड के लिए रक्षा मंत्रालय द्वारा उत्तराखण्ड राज्य की झाँकी का अंतिम रुप से चयन कर लिया गया है। इस बार उत्तराखंड राज्य की ओर से बाबा केदारनाथ की झाँकी का चयन किया गया है। भारत सरकार द्वारा इस सम्बन्ध में गत दिसम्बर 31, 2020 को आदेश जारी कर दिए गए थे।
गणतंत्र दिवस के अवसर पर राजपथ में आयोजित होने वाली परेड 2021 के लिए उत्तराखण्ड राज्य की झांकी का चयन हुआ है। महानिदेशक, सूचना, डॉ0 मेहरबान सिंह बिष्ट ने बताया कि रक्षा मंत्रालय भारत सरकार में पांच बार की बैठक के पश्चात यह अवसर मिला है। झांकी का विषय ‘केदारखण्ड’ रखा गया है। pic.twitter.com/oqfGBOeYUc
— Uttarakhand DIPR (@DIPR_UK) January 5, 2021
रिपोर्ट्स के अनुसार, उत्तराखंड की झाँकी का नाम इस प्रक्रिया में भाग लेने वाले 32 अन्य राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की झाँकी के साथ शामिल था, जिन्होंने इस प्रक्रिया में भाग लिया था। इनमें से केंद्र ने केवल 17 का चयन किया। राज्य के सूचना निदेशालय के महानिदेशक मेहरबान सिंह बिष्ट ने कहा कि रक्षा मंत्रालय द्वारा रखी गई इस प्रक्रिया में केंद्र ने 31 दिसंबर को इसके लिए एक आदेश पारित किया था जिसके बाद 32 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों ने चयन प्रक्रिया के लिए अपनी झांकी के नमूने भेजे थे।
उत्तराखंड राज्य के सूचना महानिदेशक, डॉ मेहरबान सिंह बिष्ट ने बताया कि रक्षा मंत्रालय भारत सरकार में 5 बार की बैठक के बाद उत्तराखण्ड राज्य की झांकी को भी गणतंत्र दिवस परेड में स्थान मिला है। मंगलवार (जनवरी 05, 2020) को राज्य सरकार के अधिकारियों द्वारा यह सूचना जारी की गई।
इस वर्ष उत्तराखंड राज्य की ओर से प्रदर्शित की जाने वाली झांकी का विषय ‘केदारखण्ड’ रखा गया है। झांकी के अग्र भाग में राज्य पशु कस्तूरी मृग, राज्य पक्षी मोनाल एवं राज्य पुष्प ब्रह्मकमल तथा पार्श्व भाग में केदारनाथ मन्दिर परिसर एवं श्रद्धालुओं को दर्शाया गया है।
इससे पहले, उत्तराखंड राज्य द्वारा वर्ष 2003 में फूलदेई, वर्ष 2005 में नंदा राजजात, वर्ष 2006 में फूलों की घाटी, वर्ष 2007 में कार्बेट नेशनल पार्क, वर्ष 2009 में साहसिक पर्यटन, वर्ष 2010 में कुम्भ मेला हरिद्वार, वर्ष 2014 में जड़ी बूटी, वर्ष 2015 में केदारनाथ, वर्ष 2016 में रम्माण, वर्ष 2018 में ग्रामीण पर्यटन तथा वर्ष 2019 में अनाशक्ति आश्रम (कौसानी प्रवास एवं अनाशक्ति) विषयों पर आधारित झाँकियों का सफल प्रदर्शन राजपथ पर किया जा चुका है।