माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड द्वारा क्वारंटाइन किए गए मुस्लिमों को रमजान के इस पवित्र महीने में सहरी और इफ्तारी दिया जा रहा है। कटरा के आशीर्वाद भवन में रह रहे 500 मुस्लिमों को सहरी और इफ्तारी प्रदान की जा रही है।
#Watch | Vaishno Devi Shrine prepares sehri, iftari for 500 Muslims amid Ramzan. pic.twitter.com/jPSFWulQzx
— Hindustan Times (@htTweets) May 22, 2020
श्राइन बोर्ड के सीईओ रमेश कुमार ने बताया कि रमजान के पवित्र महीने के बीच बड़ी संख्या में दूसरे राज्यों से प्रवासी लोगों को जम्मू-कश्मीर वापस लाया गया है। ये प्रवासी मजूदर जम्मू और उधमपुर ट्रेन के जरिए पहुँच रहे हैं। इन्हें कटरा स्थित आशीर्वाद भवन में क्वारंटाइन किया गया है। जिसमें 500 लोगों को रखने की क्षमता है। है। क्वारंटाइन किए गए लोगों में बहुत से ऐसे हैं, जो रोजा रखते हैं।
ऐसे में रात भर जागकर कर्मचारी उनकी सहरी और इफ्तारी की व्यवस्था करते हैं। वहीं बाकी लोगों को नाश्ता, लंच और डिनर उपलब्ध करवाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मार्च में ही आशीर्वाद भवन को क्वारंटाइन सेंटर में तब्दील कर दिया गया था।
बता दें कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए 18 मार्च को माता वैष्णो देवी की यात्रा को स्थगित कर दिया गया था। कटरा में श्राइन बोर्ड के कई भवन हैं, जहाँ पर श्रद्धालु रुकते हैं। यहाँ पर सारी व्यवस्थाएँ मौजूद होने के कारण उन भवनों को क्वारंटाइन सेंटर में तब्दील कर दिया गया है।
सीईओ के मुताबिक अब तक श्राइन बोर्ड ने लॉकडाउन में लोगों को खाना उपलब्ध करवाने के लिए 80 लाख रुपए खर्च किए हैं। वहीं कोरोना से लड़ाई में 1.5 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं।
पूरे देश में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या 1.25 लाख के पार पहुँच गई है। इस वायरस ने देश में अब तक 3752 लोगों की जान ली है। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर भी इससे अछूता नहीं है। यहाँ अब तक 1,489 मामले सामने आ चुके हैं। इसमें से 20 मरीजों की मौत हुई है, जबकि 720 मरीज ठीक हो चुके हैं। जम्मू संभाग के रियासी जिले में अब तक कोरोना के चार मामले सामने आए हैं। इसी जिले में त्रिकुटा पर्वत पर माता वैष्णो देवी का मंदिर स्थित है।