अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर काशी में अस्सी घाट पर देश भर से 1000 नारी शक्ति की जुटान एक अनोखे आयोजन के लिए हुई। इससे पूर्व गंगा नदी के तट पर शिव तांडव स्तोत्र के लयबद्ध आयोजन के लिए देश के 16 राज्यों से 1000 महिलाएँ काशी पहुँच कर तैयारियों में जुटी रहीं।
#WATCH: Women and girls recite ‘Shiva Tandava Stotra’ in Varanasi on #InternationalWomensDay, at an event organised under the aegis of a Mumbai-based organisation. pic.twitter.com/TEqah4zZKY
— ANI UP (@ANINewsUP) March 8, 2021
मुंबई की संस्था फाउंडेशन फॉर होलिस्टिक डेवलपमेंट इन एकेडमिक फील्ड की ओर से अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर अस्सी घाट पर इसका आयोजन किया गया। महिलाओं और युवतियों ने वाराणसी में ‘शिव तांडव स्तोत्र’ पाठ के दौरान कोरोना की गाइडलाइन्स का पालन भी किया।
सोमवार (मार्च 8, 2021) को अस्सी घाट पर गंगा आरती के पूर्व शुभ मुहूर्त में एक साथ हजार महिलाओं के स्वर जाह्नवी तट पर गूँजी तो आस्था के स्वर से भगवान शिव की नगरी काशी गुंजायमान हो उठी। हर हर महादेव के उद्घोष के साथ शुरू हुए आयोजन में लाल रंग के परिधान में सजी महिलाओं और युवतियों ने एक साथ शिव स्तोत्र का पाठ ढलते सूर्य के साथ शुरू किया तो वातावरण धर्म और आध्यात्म से एकाकार नजर आया। हाथों में गंगा और शिव आरती के लिए बाती जल उठी और शिव स्तुति का आयोजन शुरू हुआ तो घंट घडियालों से भी गंगा तट गूँज उठा।
आयोजन में दूर दराज से शामिल होने आए लोगों के लिए यह आयोजन जहाँ अनोखा अनुभव रहा वहीं इंटरनेट मीडिया में भी आयोजन के स्वर गूँजे और झंकृत होते नजर आए। हर-हर महादेव का उद्घोष और बाबा की स्तुति में शिव तांडव का यह अद्भुत और अनोखा आयोजन काशी के लिए भी किसी अनूठे उत्सव सरीखा ही नजर आया। शिव तांडव स्तोत्र के पाठ के साथ ही घाटों पर गंगा आरती का भी आयोजन शुरू हुआ तो जाह्नवी के तट पर दीयों की रोशनी से गंगा तट भी मानों रोशनी से नहाया नजर आने लगा। जैसे-जैसे शाम होने लगी आयोजन में शामिल होने के लिए लोगों की भी घाट पर भारी जुटान शुरू हो गई।