शिवसेना सांसद संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत पीएमसी बैंक घोटाला मामले में पूछताछ के लिए सोमवार (जनवरी 4, 2020) को मुंबई में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के दफ्तर पहुँचीं। तीसरी बार समन मिलने पर वर्षा राउत ने ईडी के सामने हाजिरी लगाई है। इससे पूर्व 2 समन भेजे जाने पर वह स्वास्थ्य आधार पर पेश नहीं हुईं थीं। तीसरी बार में भी पेश होने के लिए उन्होंने 5 जनवरी तक का समय माँगा था।
बता दें कि इससे पूर्व खबरों में बताया गया था कि ईडी ने वर्षा राउत से पूछताछ के लिए 55 सवालों की लिस्ट तैयार की है। ईडी का मकसद यह जानना है कि उन्हें जो 55 लाख रुपए का लोन मिला, उसके स्रोत क्या हैं।
Maharashtra: Varsha Raut wife of Shiv Sena MP Sanjay Raut reaches Enforcement Directorate office in Mumbai.
— ANI (@ANI) January 4, 2021
She was summoned by ED to appear before it in connection with PMC Bank scam case.
उल्लेखनीय है कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) वित्तीय धोखाधड़ी के एक मामले में शिवसेना सांसद संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत के खिलाफ जाँच कर रही है। आरोप है कि PMC बैंक स्कैम के आरोपित प्रवीण राउत की पत्नी और एक अन्य कंपनी ने कुल मिला कर वर्षा के अकाउंट में 67 लाख रुपए भेजे थे। ED ने जानकारी दी थी कि प्रवीण राउत ने हाउसिंग डेवलपमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (HDIL) के नाम पर अवैध लोन्स और अन्य मद में कुल 95 करोड़ रुपए की हेराफेरी की।
प्रवीण राउत को किए गए पेमेंट्स के कोई कागजात तक नहीं थे। HDIL के अकाउंट बुक से पता चलता है कि प्रवीण राउत ने पालघर में घर लेने के लिए ये रुपए लिए थे। इस आपराधिक लेनदेन में प्रवीण ने अपनी पत्नी माधुरी के अकाउंट में भी 1.6 करोड़ रुपए भेजे थे। ED ने जानकारी देते हुए कहा कि इस रकम में से 55 लाख रुपए इंटरेस्ट फ्री लोन के नाम पर वर्षा राउत को ट्रांसफर किए गए। इनमें से 50 लाख रुपए दिसंबर 23, 2010 को ट्रांसफर किए गए थे। बाकी के 5 लाख रुपए मार्च 15, 2011 को भेजे गए थे।
ED ने बताया था कि इस रकम का इस्तेमाल मुंबई के दादर ईस्ट में एक फ्लैट खरीदने के लिए किया गया। M/s अवनी कंस्ट्रक्शंस नामक कंपनी में वर्षा और माधुरी पार्टनर्स भी हैं। ओवरड्रॉन कैपिटल को लोन में बदल कर इस कंपनी के द्वारा भी वर्षा राउत को 12 लाख रुपए भेजे गए। मात्र 5625 रुपए के कंट्रीब्यूशन को आधार बना कर ये रकम वर्षा को भेजी गई।