झारखंड की राजधानी राँची में विश्व हिन्दू परिषद (VHP) नेता मुकेश सोनी की हत्या मामले में एक आरोपित यूनुस अंसारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वहीं दूसरे फरार आरोपित प्रिंस खान की तलाश तेज कर दी गई है। गिरफ्तारी की पुष्टि 19 दिसम्बर (रविवार) को राँची के पुलिस अधीक्षक देहात नौशाद आलम ने एक प्रेसवार्ता के दौरान की है। मुकेश सोनी की हत्या बुधवार (15 दिसम्बर) को गोली मार कर की गई थी।
मीडिया से बात करते हए SP देहात नौशद आलम ने बताया, “मुकेश सोनी खेलारी प्रखंड के बजरंग दल के सक्रिय कार्यकर्ता थे। उनकी हत्या दुकान बंद कर के घर आने के दौरान कर दी गई थी। यह हत्या बाईपास रोड पर हुई थी जो जंगल का मार्ग है। यह बेहद सनसनीखेज मामला था जिसका सीनियर SP ने संज्ञान ले कर SIT का गठन किया था। मृतक के पिता के बयान पर ही केस दर्ज हुआ था। इस बयान में यूनुस अंसारी और प्रिंस खान का नाम आया था। SIT टीम ने यूनुस अंसारी को गिरफ्तार कर लिया है।”
SP नौशाद आलम ने आगे बताया, “यूनुस अंसारी के द्वारा घटनास्थल पर जो मोबाईल प्रयोग किया गया था उसे बरामद कर लिया गया है। हमने कई अन्य महत्वपूर्ण सबूत भी जमा किए हैं। इन्हें अदालत के आगे पेश किया जाएगा। अभी यूनुस के साथ प्रिंस खान को पकड़ा नहीं जा सका है। हमें आशा है कि उसकी भी गिरफ्तारी जल्द कर ली जाएगी। इतनी बड़ी घटना का कारण जो अभी सामने आया है वो मुकेश और यूनुस के बीच पहले का विवाद है। यूनुस अंसारी ने कोई घर बनवाया था जिसे मुकेश की ही शिकायत पर गिरा दिया गया था।”
SP ने आगे बताया, “कुछ समय पहले अवैध हथियारों के लेन-देन मामले में यूनुस फरार हो गया था। उस समय भी हमने अपराध संख्या 94 / 21 के तहत केस दर्ज किया था। आरोपितों को शक था कि उनके गलत कामों की जानकारी मुकेश सोनी ने ही पुलिस को दी होगी। इन्हे खुद को पकड़वाने का शक और पुरानी दुश्मनी दोनों सामूहिक रूप से मुकेश सोनी के हत्या की वजह बनी। इस मामले में प्रिंस ही आरोपित है या कोई और भी है, इस पर हम कड़ी नजर बनाए हुए हैं। उन सभी तक जल्द से जल्द पहुँचने के प्रयास जारी हैं।”
ऑपइंडिया ने मृतक मुकेश के भाई सागर सोनी से बात की। सागर ने बताया, “जिस जगह मेरे भाई मुकेश की हत्या हुई है वहीं थोड़ी दूर पर पकड़े गए आरोपित यूनुस अंसारी के चाचा का घर भी हैं। इस घटना में कोई तीसरा आरोपित भी सुनने में आ रहा है। उसके नाम का खुलासा अभी नहीं किया जा रहा। SHO फ़रीद आलम भ्र्ष्ट अधिकारी है। हमारी शिकायतों के बाद भी उस पर कार्रवाई हुई है या नहीं इसकी जानकारी हमें नहीं है। DSP अनिमेष जी हमारी पूरी मदद कर रहे हैं। हमारे घर केवल भाजपा और हिन्दू संगठनों के लोग आए। भाजपा विधायक समरीलाल ने हमारे घर को ₹25 हजार की आर्थिक सहायता दी। सरकारी सहायता के नाम पर ब्लॉक से मात्र ₹20 हजार मिले हैं। हम किसी भी हाल में झुकने वाले नहीं हैं।”
ऑपइंडिया ने राँची के सीनियर पुलिस अधीक्षक के मोबाईल पर फोन मिलाया तो फोन उनके टेलीफोन ड्यूटी अधिकारी ने उठाया। उन्होंने बताया कि किसी भी कार्रवाई या अपडेट की जानकारी केवल SP साहब ही दे सकते हैं जो अभी विधानसभा की ड्यूटी में हैं।