उत्तर प्रदेश के बरेली के मौलाना तौकीर रज़ा की धमकी का जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी (पूर्व में वसीम रिजवी) ने जवाब दिया है। उन्होंने एक वीडियो जारी कर के अपनी बात रखी है। बता दें कि शिया वक़्फ़ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष ने गाजियाबाद के डासना स्थित शिव शक्ति धाम में महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती की मौजूदगी में हिन्दू धर्म में घर-वापसी की प्रक्रिया पूरी की थी। इसके बाद वो हरिद्वार धर्म संसद का भी हिस्सा बने। वो अक्सर इस्लामी कट्टरपंथियों को जवाब देते रहते हैं।
ताज़ा बयान में उन्होंने कहा, “तौकीर रज़ा, असदुद्दीन ओवैसी, नसीरुद्दीन शाह और मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड! तुम 20 करोड़ मुस्लिमों को जमा कर लो, फिर भी गृह युद्ध नहीं कर सकते। तुम हिन्दुओं को भयभीत कर रहे हो मजमे इकट्ठा कर के। पाकिस्तान के इशारे पर गृह युद्ध जैसे माहौल बना रहे हो। सनातन धर्म के मानने वालों का खून पानी नहीं है, जो तुम आसानी से बहा लोगे। देश में औरंगजेब और बाबर की हुकूमत भी नहीं है, जो तुम सिर पर सिर रख कर काट दोगे।”
साथ ही जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी ने ऐलान किया कि हम धर्म संसद बार-बार करेंगे, हर जगह करेंगे और हर महीने करेंगे। उन्होंने कहा कि हम लड़ने के लिए नहीं लेकिन अपनी हिफाजत के लिए ऐसा करेंगे। उन्होंने कट्टर इस्लामियों से पूछा कि आज हम हिन्दू जागरूक हो रहे हैं तो वो लोग परेशान क्यों हैं? साथ ही ये सवाल भी दागा कि पाकिस्तान परेशान क्यों है? बता दें कि उत्तराखंड में धर्म संसद में भड़काऊ बयान को लेकर उन पर FIR भी दर्ज हो चुकी है।
बरेली के मौलाना तौकीर रज़ा का भड़काने वाला बयान
बरेली में ‘धर्म संसद’ आयोजित कर मुस्लिम धर्म गुरु और आईएमसी के प्रमुख मौलाना तौकीर राज ने हिंदुओं को धमकी दी है। उत्तर प्रदेश के बरेली स्थित इस्लामिया ग्राउंड में यह संसद बुलाई गई थी, जिसमें तकरीबन 20 हजार मुस्लिम पहुँचे थे। इस दौरान हिंदुओं के खिलाफ जहर ही नहीं उगला गया, बल्कि कोरोना गाइडलाइन की भी जमकर धज्जियाँ उड़ाई गईं। इस दौरान न किसी ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया और ना ही किसी के चेहरे पर मास्क दिखा।
इस दौरान भड़काऊ भाषण देते हुए रजा ने कहा कि जिस दिन मुस्लिम कानून हाथ में ले लेंगे, उस दिन हिंदुओं को पूरे देश में कहीं पनाह नहीं मिलेगा। रजा ने कहा, “अगर ये गुस्सा फुट पड़ा, जिस दिन मेरा नौजवान मेरे कंट्रोल से बाहर आ गया उस दिन….. । लोग मुझे कहते हैं कि तुम तो बुजदिल हो गए हो, तो मैं कहता हूँ कि पहले मैं मरूँगा, उसके बाद तुम्हारा नंबर आएगा। मैं अपने हिंदू भाइयों से खासतौर पर कहता हूँ कि मुझे उस वक्त से डर लगता है, जिस दिन मेरा ये नौजवान कानून अपने हाथ में ले लेगा उस दिन हिंदुस्तान में तुम्हें रहने की कहीं जगह नहीं मिलेगी।”
तौकीर रजा ने हिंदुओं को चुनौती देते हुए कहा, “लड़ने का तुम्हें बहुत शौक है, लेकिन तुम लड़ने की बात कर सकते हो, लड़ नहीं सकते हो। लड़ाई तो हमारे खून में है, हम पैदाइशी लड़ाकू हैं।” मौलाना ने कहा कि उनकी बहू-बेटियों को बरगलाने और जाल में फँसाने की बात कही जाती है, और मुस्लिम खून का घूँट पीकर रह जाते हैं।
मौलाना ने कहा कि क्या वह देशप्रेमी हो सकता है, जो अपने ही देश के लोगों (मुस्लिमों) को मारने की बात करे? उन्होंने कहा, “लेकिन हम तुमसे नहीं लड़ना चाहते, क्योंकि तुम हमारे हिंदुस्तानी भाई हो।अगर लड़ना है तो चलो चीन बॉर्डर पर। देखते हैं तुम्हारी बहादुरी। यहाँ बीस हजार नौजवान आए हैं और सिर पर कफन बाँध कर आए हैं अपनी जान देने के लिए। मेरे नौजवानों को थोड़ी सी ट्रेनिंग और थोड़े से हथियार दे दो, हम कैलाश मानसरोवर चीन से ले लेंगे और पाकिस्तान को हिंदुस्तान में मिला लेंगे।”