पश्चिम बंगाल में भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमले थमने का नाम नहीं ले रहे। जैसे-जैसे साल 2021 के विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे आए दिन भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या की घटनाओं में इजाफा हो रहा है।
ताजा मामला तूफानगंज के अंदरनफुलबरी से आया है। वहाँ बीती रात भाजपा कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई। पार्टी ने इस हत्या का इल्जाम टीएमसी के गुंडों पर डाला है। वहीं टीएमसी ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को खारिज किया है।
भाजपा कार्यकर्ता की पहचान 30 साल के स्वप्न दास के रूप में हुई है। मंगलवार (दिसंबर 8, 2020) को उनका शव तूफानगंज के एक स्कूल बिल्डिंग में लटका मिला, जिसकी सूचना पाते ही पुलिस मौके पर पहुँची और उन्होंने शव को नीचे उतार कर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
Again BJP activist killed by TMC. Last Night TMC goons killed Swapan Das, an activist of Bharatiya Janata Party ; booth No. 191, at Andaranfulbari in Tufanganj.#AarNoiAnnay #AarNoiMamata @tathagata2 @amitmalviya @TajinderBagga @iSinghApurva @MODIfiedVikas @BjpSarojini @JasBJP pic.twitter.com/2WMcIc6bXr
— Krishanu Singh (কৃশানু সিংহ) कृशानु सिंह (@Krishanu_Singh) December 9, 2020
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक स्थानीय भाजपा नेता ने बताया कि घटनास्थल पर जमीन के ऊपर खून के धब्बे थे और स्वप्न दास के पैर जमीन को छू रहे थे। ये टीएमसी द्वारा की गई स्पष्ट हत्या है। इधर, टीएमसी का कहना है कि भाजपा एक अप्राकृतिक मृत्यु को सत्ताधारी पार्टी से जोड़ कर घटिया राजनीति करने का प्रयास कर रही है।
उत्तर बंगाल के मंत्री रबीन्द्र घोष ने इस मामले पर कहा, “हर मौत दुर्भाग्यपूर्ण है और तृणमूल कॉन्ग्रेस किसी भी तरह से दास की मौत में शामिल नहीं है। भाजपा केवल हर अप्राकृतिक मौत पर सस्ती राजनीति कर रही है।”
बता दें कि इससे बंगाल के सिलीगुड़ी में एक रैली के दौरान भाजपा कार्यकर्ता पर हमला करके उन्हें मौत के घाट उतार दिया गया था। वहीं उसके पूर्व कूच बिहार में बीजेपी के एक और कार्यकर्ता की पीट-पीटकर हत्या का मामला सामने आया था। मृतक कार्यकर्ता का नाम कलाचंद कर्मकार (kalachand Karmakar) था जिनकी उम्र 55 साल थी। वह बीजेपी के बूथ कमेटी के सचिव भी रहे थे।
1 नवंबर को स्वप्न दास की तरह ही बंगाल के नदिया में 34 वर्षीय भाजपा कार्यकर्ता बिजॉय शील की लाश एक पेड़ से लटकते हुए पाई गई थी। पार्टी ने आरोप लगाया था कि राज्य में उन्हें रोकने के लिए आतंक का सहारा लिया जा रहा है।