पश्चिम बंगाल में जंगलराज रुक नहीं रहा है। उत्तरी दिनाजपुर में एक महिला को सड़क पर कोड़े मारे जाने का वीडियो आने के बाद अब कूचबिहार की महिला भाजपा कार्यकर्ता ने नंगा कर पीटने का आरोप तृणमूल कॉन्ग्रेस (TMC) के कार्यकर्ताओं पर लगाया है। महिला ने कहा है कि उसे राज्य की TMC सरकार और पुलिस पर भरोसा नहीं है। पीड़िता से राज्य के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने मुलाक़ात कर न्याय का भरोसा दिया है।
पीड़िता ने मीडिया से बात करते हुए कह़ा, “TMC के लोगों ने मुझे पीटा। मुझे वहाँ नंगा कर पीटा गया। मुझे ममता बनर्जी और पुलिस पर बिलकुल भरोसा नहीं है। मैं स्वयं भाजपा से जुड़ी हुई हूँ। मुझे राज्यपाल से मिलने के बाद न्याय मिलने का पूरा भरोसा है।”
#WATCH | Siliguri, Darjeeling (West Bengal): Cooch Behar assault victim says, "TMC people beat me up. I was stripped and thrashed. I don't trust Mamata Banerjee and the Police. I am associated with the BJP."
— ANI (@ANI) July 2, 2024
"I am confident," she says when asked how confident she is of getting… pic.twitter.com/XSgpqpndEw
महिला ने यह बयान कूचबिहार में बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस से मिलने के बाद दिया है। बंगाल के राज्यपाल कूचबिहार में उसके बाद उत्तरी दिनाजपुर में सार्वजनिक रूप से पीटे गए महिला और पुरुष से भी मुलाक़ात की। राज्यपाल बोस ने उन्हें न्याय का भरोसा दिया।
गौरतलब है कि गुरुवार (27 जून, 2024) को मुस्लिम महिला को भाजपा का समर्थन करने के कारण उसे गुंडों ने निर्वस्त्र कर 1 किलोमीटर तक घसीटा था 1 घंटे लगातार उसे पीटते रहे थे। यह घटना पश्चिम बंगाल के कूचबिहार जिले के माथा भंगा-II ब्लॉक के रुईडांगा गाँव में हुई थी। पीड़िता का अब मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में इलाज चल रहा है।
पीड़िता ने इस मामले में पुलिस के पास शिकायत भी दर्ज करवाई है। उसने कहा है कि 4 जून, 2024 के बाद TMC के कार्यकर्ताओं ने उसके घर से बाहर निकलने पर रोक लगा दी है। उसको पार्क से घर वापस जाने के दौरान निशाना बनाया गया। TMC के गुंडों के एक समूह ने उस पर हमला किया, उसके कपड़े फाड़ दिए और फिर नदी में फेंक दिए।
TMC के गुंडों ने यह धमकी दी है कि यदि महिला कार्यकर्ता ने दोबारा निकलने की हिम्मत की तो उसका घर तोड़ दिया जाएगा। कूचबिहार पुलिस ने इस मामले में अभी तक शफीकुल समेत 4 लोगों को हिरासत में लिया है। भाजपा ने आरोप लगाया है कि बंगाल के हर गाँव में संदेशखाली बन चुका है।