पश्चिम बंगाल के कमरहटी विधानसभा क्षेत्र के सत्ताधारी तृणमूल कॉन्ग्रेस (टीएमसी) के विधायक और राज्य के पूर्व खेल मंत्री मदन मित्रा हाथ काटने की धमकी देकर एक बार फिर विवादों में आ गए हैं। मित्रा ने उत्तर 24 परगना के कमरहटी क्षेत्र में आने वाले एक खेल के मैदान पर कब्जा करने को लेकर भू-माफियाओं को कलाई काटने की धमकी दी है। इसके पहले वह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को देवी दुर्गा बता चुके हैं और राज्य के राज्यपाल जगदीप धनखड़ की तुलना कुत्ते से कर चुके हैं।
मित्रा ने कलाई काटने की धमकी फेसबुक लाइव पर दी। टीएमसी विधायक शनिवार को फेसबुक लाइव में कहा था, “यह मेरी अंतिम चेतावनी है। अगर उन्होंने (भू-माफिया) जमीन पर एक अंगुली भी रखने की कोशिश की तो मैं उनकी कलाई काट डालूँगा।”
उन्होंने आगे कहा, “कुछ लोग टीएमसी को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्हें लगता है कि वे मुझे डरा-धमका या खरीद लेंगे तो यह उनकी गलतफहमी है। अगर उन्होंने जरूरत पड़ी तो मैं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पास जाऊंगा और उन्हें बताऊंगा कि कुछ लोग पार्टी के नाम का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा है कि कुछ लोग बेलघरिया इलाके में मेघनाद मठ पर एक अपार्टमेंट बनाने की कोशिश कर रहे हैं और पार्टी को बदनाम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि खेल के मैदान पर अवैध निर्माण की कोशिश की जा रही है। सांसद सौगत राय के साथ मिलकर वह इस मैदान का सौंदर्यीकरण करना चाहते थे।
उन्होंने चेताया कि जो जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं, उन तीनों के नाम उन्हें पता हैं और वे सभी उनकी नजर में हैं। उन्होंने कहा कि वे उन सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराएँगे और जरूरत पड़ी तो इस जमीन के लिए जनआंदोलन भी शुरू करेंगे।
वहीं, नैहाटी से टीएमसी विधायक पार्थ भौमिक ने मित्रा का समर्थन किया। व्यापक जनसमर्थन वाले नेता होने के कारण मित्रा बच्चों के खेलने के अधिकारों को छिनने के कारण व्यथित हैं। हालाँकि, भौमिक ने यह भी कहा कि उन्हें किसी की कलाई काटने जैसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं करना।
भौमिक को जवाब देते हुए मित्रा ने कलाई काटने पर माँगी ली। उन्होंने कहा, “मैं ऐसे शब्दों को वापस लेता हूँ, क्योंकि मैं समझता हूँ। हम सत्ताधारी पार्टी हैं और हमें कुछ संयम दिखाना चाहिए, लेकिन ऐसे लोग केवल ऐसी भाषा समझते हैं। बेलघरिया में भू-माफिया भौमिक के निर्वाचन क्षेत्र की तुलना में अधिक खतरनाक हैं। बेलघरिया में 63 बड़े जलाशय थे, लेकिन भू-माफियाओं ने ऐसे 30 जलाशयों को भर दिया है और उन पर अपार्टमेंट का निर्माण कर दिया।”
वहीं, कमरहटी के पूर्व विधायक मानस मुखर्जी ने कहा कि अगर खेल के मैदान के लिए मित्रा जन आंदोलन शुरू करते हैं तो वह हर तरह उनकी मदद करेंगे।
गौरतलब है कि मदन मित्रा अपने विवादस्पद बयानों के लिए हमेशा सुर्खियों में रहते हैं। बयान देने में कभी-कभी अपनी सीमारेखा को पार करते हुए दूसरे की भावनाओं को ठेस पहुँचा देते हैं। अभी हाल ही में उन्होंने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तुलना देवी दुर्गा से की थी। सौगत रॉय के साथ मित्रा की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई थीं, जिसमें वे सीएम ममता बनर्जी की मूर्ति को फिनिशिंग टच देते हुए दिखाई दे रहे थे।
इसके पहले पश्चिम बंगाल के राज्यपाल को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी कर चुके हैं। टीएमसी के विधायक ने 21 जून 2021 को कहा था, ”जगदीप धनखड़ (राज्यपाल) जहाँ भी जाता है, वहाँ उसे काले झंडे दिखाए जाते हैं। अगर यह एक फिल्म का सीन होता, तो एक भौंकने वाला काला कुत्ता दिखाया जाता।”
इसी साल जनवरी में मित्रा ने परशुराम और देवी सीता के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी कर हिंदुओं की भावना को ठेस पहुँचाने का प्रयास किया था। मित्रा ने कहा था कि परशुराम कभी भी बिना बीफ के खाना नहीं खाते थे और सीता उनके लिए स्वयं बीफ पकाती थीं।