उत्तर प्रदेश में एक युवक द्वारा अपनी पत्नी की कथित हत्या और उसके बाद आरोपित की गुस्साई भीड़ के द्वारा हत्या कर देने का मामला सामने आया है। मीडिया खबरों के अनुसार मोहमद निसार ने अवैध संबंधों के शक में बेगम सोनी उर्फ़ अख्तरी की कुल्हाड़ी से हत्या कर दी। वह इतने पर ही नहीं रूका, उसने सास और पत्नी की बहन (साली) को भी कुल्हाड़ी से गंभीर रूप से घायल कर दिया। इस घटना के बाद इकट्ठा हुई आक्रोशित भीड़ ने नाराज़ होकर मोहम्मद निसार को भी पीट पीटकर मार डाला।
नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार मामला उत्तर प्रदेश के जिला फतेहपुर में गाँव सेमौर का है। यहाँ की रहने वाली 35 वर्षीया मृतका सोनी उर्फ़ अख्तरी, पुत्री मोहम्मद सईद, का निकाह 9 साल पहले छत्तीसगढ़ के रहने वाले मोहम्मद निसार के साथ हुआ था। दोनों के बीच फ़िलहाल कोई आपसी विवाद चल रहा था, और ऐसा कहा जा रहा है कि निसार को सोनी के अवैध संबंधों का शक था। वह ससुराल आया हुआ था और दोपहर में जब पत्नी उसे खाना देने पहुँची तो मोहम्मद निसार ने उस पर धारदार हथियार से हमला कर उसकी हत्या कर दी। अख्तरी की चीख सुनकर उसकी माँ सोगरा और बहन अकरी उर्फ पप्पी जब कमरे में पहुँचे तो निसार ने उन्हें भी बुरी तरह घायल कर दिया। कुछ मीडिया रिपोर्टों में निसार के अपनी 8 साल की बेटी की भी हत्या के प्रयास की बात कही जा रही है।
हो हल्ला सुनकर आस पास के लोगों की भीड़ भी वहाँ इकट्ठा हो गई। भीड़ ने मोहम्मद निसार के कथित कृत्य से क्षुब्ध होकर उस पर हमला कर दिया। बताया जा रहा है कि जब तक वारदात की सूचना पाकर पुलिस वहाँ पहुँची, भीड़ तब तक मोहम्मद निसार को भी पीट पीटकर उसकी हत्या कर चुकी थी। पुलिस ने घायल सोगरा, अकरी उर्फ़ पप्पी और निसार की बेटी को इलाज के लिए गाजीपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (कम्युनिटी हेल्थ सेंटर, सीएचसी) में भर्ती कराया है। अभी तक निसार की हत्या या मॉब लिंचिंग के लिए किसी के गिरफ़्तार होने की बात किसी भी मीडिया रिपोर्ट में सामने नहीं आई है।
अमर उजाला की खबर के अनुसार कई थानों की पुलिस फ़ोर्स को मौके पर तैनात कर दिया गया है। इलाके के हालात भी तनावपूर्ण बताए जा रहे हैं। इसके अलावा सोनी के इसके पहले भी करीब 2 साल मायके में गुज़ारने की बात कही जा रही है। लाइव हिंदुस्तान ने यह भी दावा किया है कि निसार का इरादा अपने चारों बच्चों की हत्या करने और ससुराल में आग लगाने का भी था। सास के हस्तक्षेप से 5 साल की जोया बच कर भाग निकली और उसने ही शोर मचाकर लोगों को इकठ्ठा किया।