भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष व बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) के खिलाफ दिल्ली पुलिस (Delhi) द्वारा दर्ज की गई दोनों FIR सामने आ गई हैं। दोनों में उनके खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाए हैं। इसमें प्रोफेशनल मदद के बदले सेक्सुअल फेवर माँगने के कम से कम दो मामलों का जिक्र किया गया है।
इसके अलावा भाजपा सांसद के खिलाफ यौन उत्पीड़न के 15 मामलों का भी जिक्र है, जिनमें से 10 में गलत तरीके से छूने की शिकायत की गई है। शिकायत में बिना सहमति के गलत तरीके से छूना, स्तनों और पेट पर हाथ फेरना, पीठ पर हाथ रखना, डराना-धमकाना और पीछा करना शामिल है। यह शिकायत कनॉट प्लेस थाने में 21 अप्रैल 2023 को दी गई थी, जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने 28 अप्रैल 2023 को दो एफआईआर दर्ज की थी।
दोनों एफआईआर में IPC की धारा 354 (महिला की लज्जा भंग करने के इरादे से उस पर हमला करना या अपमानित करने के लिए बल का प्रयोग), 354A (यौन उत्पीड़न), 354D (पीछा करना) और 34 (सामान्य इरादे) का हवाला दिया गया है। इन धाराओं में एक से तीन साल की जेल की सजा का प्रावधान है।
पहली प्राथमिकी में 6 बालिग पहलवानों के आरोप हैं। इसमें WFI के सचिव विनोद तोमर का भी नाम है। वहीं, दूसरी प्राथमिकी एक नाबालिग के पिता की शिकायत पर आधारित है, जिसमें POCSO अधिनियम की धारा 10 जोड़ी गई है। इसमें पाँच से सात साल की सजा का प्रावधान है। जिन घटनाओं का उल्लेख किया गया है, वे कथित तौर पर 2012 से 2022 तक भारत और विदेशों में हुई हैं।
नाबालिग के पिता ने अपनी शिकायत में बृजभूषण शरण सिंह पर आरोप लगाया है कि उनकी बेटी के परेशान रहने के बावजूद WFI चीफ द्वारा लगातार उसका यौन उत्पीड़न किया जा रहा था। प्राथमिकी के अनुसार, नाबालिग ने आरोप लगाया है, “उसे कसकर पकड़कर, तस्वीर लेने का नाटक करते हुए आरोपित ने अपनी ओर खींचा। उसके कंधे को जोर से दबाया और फिर जानबूझकर… उसके स्तनों पर हाथ फेरा।”
एफआईआर में आगे बताया गया है, “नाबालिग स्पष्ट रूप से आरोपित से कहा था कि वह पहले ही उसे बता चुकी है कि उसे किसी भी प्रकार के शारीरिक संबंध बनाने में कोई दिलचस्पी नहीं है और उसे उसका पीछा करना बंद कर देना चाहिए।” वहीं, 6 बालिग पहलवानों ने भी अपनी शिकायत में बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं।
एक पहलवान ने आरोप लगाया है, “एक दिन आरोपित ने होटल के रेस्तरां में रात के खाने के दौरान मुझे अपनी मेज पर बुलाया। उसने मेरी सहमति के बिना मुझे टच किया। मेरे स्तन पर अपना हाथ रखा और पेट तक छुआ। रेसलिंग फेडरेशन के ऑफिस में बिना मेरी इजाजत के मेरे घुटनों, कंधों और हथेली को छुआ गया। अपने पैर से मेरे पैर को भी टच किया गया। मेरी साँस चेक करने के बहाने आरोपित ने अपना हाथ मेरे पेट से नीचे सरका दिया।”
इसी तरह अन्य महिला पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह पर उन्हें गलत तरीके से छूने का आरोप लगाया है। एक अन्य पहलवान ने आरोप लगाया है कि जब वह चटाई पर लेटी हुई थी, तभी भाजपा सांसद उसके पास आए और पहलवान की अनुमति के बिना उसकी टी-शर्ट खींची। इसके बाद उन्होंने अपना हाथ उसकी छाती पर रख दिया और साँस की जाँच करने के बहाने नाभि पर हाथ फेरा।
एक खिलाड़ी ने कहा, “फेडरेशन के ऑफिस में मैं भाई के साथ थी। मुझे बुलाया गया और भाई को रुकने को कहा गया। कमरे में आरोपित ने मुझे जबरदस्ती अपनी तरफ खींचा। उसने मुझे गले लगाया और यौन संबंध बनाने के बदले प्रोफेशनल मदद देने की बात कही।”
एक और शिकायत में खिलाड़ी ने बताया, “मैं लाइन में सबसे पीछे थी, तभी उसने मुझे गलत तरीके से छुआ। जब मैंने दूर जाने की कोशिश की तो उसने मेरे कंधे को पकड़ लिया। तस्वीर के बहाने कंधे पर हाथ रखा, जिसका मैंने विरोध किया। इसके बाद आरोपित ने मुझसे कहा ज्यादा स्मार्ट बन रही है क्या… आगे कोई कॉम्पिटिशन नहीं खेलना क्या तुझे।”
गौरतलब है कि बृजभूषण सिंह ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों से इनकार किया है। वहीं, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया समेत तमाम पहलवान 23 अप्रैल 2023 से बृजभूषण सिंह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। पहलवानों ने इस साल जनवरी में भी धरना दिया था, तब उन्होंने यौन शोषण का आरोप लगाकर जाँच की माँग की थी। उस वक्त उन्होंने पुलिस में FIR दर्ज नहीं कराई थी।