Tuesday, December 3, 2024
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कारगिल आसानी से पहुँच पाएगी सेना, घंटों का सफर मिनटों में होगा… जानें जिस Z-Morh प्रोजेक्ट में काम कर रहे वर्करों को आतंकियों ने बनाया निशाना, वो ‘सुरंग’ विकास के लिए क्यों महत्वपूर्ण

सुरंग के निर्माण का काम कई उद्देश्यों से हो रहा है। जैसे अभी पहाड़ियों पर बनी सड़कें अक्सर भूस्खलन और बर्फबारी के कारण बंद रहती हैं। इस सुरंग निर्माण से सोनमार्ग में 12 महीने सुचारू रूप से यातायात होगा। इसके अलावा आने-जाने का समय भी कम हो जाएगा और घंटों का समय मिनटों में निपटेगा।

जम्मू-कश्मीर के गांदरबल जिले में आतंकियों ने जिस जेड मोड़ सुरंग (Z-morh Tunnel) में काम कर रहे वर्करों की हत्या करके दहशत फैलाने का काम किया है, मालूम हो कि वो जेड मोड़ सुरंग केंद्र शासित प्रदेश के लिए एक महत्वपूर्ण बुनियादी ढाँचा परियोजना है। इस सुरंग के बन जाने से न केवल वहाँ की जनता को फायदा मिलेगा बल्कि देश की सुरक्षा दृष्टि से भी ये सुरंग बहुत काम आएगी, शायद इसलिए आतंकियों को ये बर्दाश्त नहीं हुआ और उन्होंने इसमें जुटे वर्करों में डर भरने के लिए ये हरकत की।

जेड मोड़ सुरंग की जरूरत क्यों

जानकारी के मुताबिक, जेड-मोड़ सुरंग एक 6.4 किलोमीटर लंबी सुरंग है जो सोनमार्ग हेल्थ रिसॉर्ट को मध्य कश्मीर के गांदरबल जिले के कंगन शहर से जोड़ती है। यह सुरंग दो लेन वाली है और इसका निर्माण कार्य लगभग पूरा होने को है। बता दें कि इस परियोजना का उद्देश्य श्रीनगर-लेह राजमार्ग पर स्थित सोनमार्ग क्षेत्र में साल भर सुगम यातायात सुनिश्चित करना है। बताया जा रहा है कि यहाँ क्षेत्र की ऊँचाई 8,500 फीट से अधिक है और सड़के पहाड़ियों पर है। ऐसे में जब भूस्खलन और बर्फबारी घाटी में होती है तो रास्ते बंद हो जाते हैं। अगर ये निर्माण पूरा होता है तो आवागमन आसान हो जाएगा। लोग अभी जिस सफर को घंटों में पूरा करते हैं वो मिनटों में निपटेगा।

इसके अलावा इस परियोजना का एक महत्वपूर्ण पहलू ये भी है कि ये श्रीनगर और कारगिल के बीच बिना रुकावट यात्रा को सुनिश्चित करेगा और सेना के जवानों को लद्दाख के सीमावर्ती इलाकों तक पहुँचा देगा। प्रदेश के विकास के नजरिए से इस सुरंग का निर्माण बहुत जरूरी है। खास बात ये है कि इस प्रोजेक्ट में इंटेलिजेंट ट्रैफिक प्रबंधन प्रणाली और आपातकालीन स्थिति के लिए एस्केप टनल जैसी आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जा रहा है। ये सुविधाएँ यातायात को बेहतर तरीके से नियंत्रित करेंगी और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगी।

आतंकी हमला

जम्मू-कश्मीर के गांदरबल के गगनगीर इलाके में रविवार को आतंकी हमला हुआ था। इस दौरान आतंकियों ने वर्करों के कैंप पर अंधाधुंध गोलियाँ चलाई थी। हमले में 7 लोगों की मौत हुई थी। इन 7 लोगों में 6 सुरंग में काम करने वाले लोग और 1 डॉक्टर शामिल थे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आतंकियों की गोली का शिकार होने वालों में मध्य प्रदेश से आए अनिल शुक्ला, बिहार के फहीम, नासिर, मोहम्मद हारिफ, कलीम, पंजाब के गुरमीत और जम्मू कश्मीर के रहने वाले शशि अब्रोल और डॉ शहनवाज शामिल थे।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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