ज़कात फाउंडेशन शरिया काउंसिल के सदस्य मौलाना कालिम सिद्दीकी का विवदित वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है। ये वीडियो उनके साक्षात्कार का है, जो उन्होंने सऊदी अरब के एक चैनल को दिया। ट्विटर पर इसे संजीव नेवर ने शेयर किया है।
इन वीडियोज में हम देख सकते हैं कि कालिम इस्लाम को अव्वल दर्जे का दिखाने के लिए हिंदुओं की परंपराओं पर न केवल सवाल उठा रहे हैं। बल्कि ये बताने की कोशिश भी कर रहे हैं कि हिंदू इतने ज्यादा नासमझ हैं कि वह बहुत आसानी से इस्लाम कबूल लेते हैं।
अपनी वीडियो में वह कहते हैं कि आज दूसरे धर्म के लोगों के इस्लाम कबूल करने की तादाद बेहद मामूली होती जा रही है। वह अपने आप को धर्म परिवर्तन करवाने के पेशे में काफी मशहूर नाम बताते हैं।
वह कहते हैं कि एक रिमोट एरिया में रहने के बावजूद अगर लोगों को उनकी मौजूदगी का पता चल जाता है, तो पूरे दिन अलग-अलग जगह से लोग इस्लाम कबूलने आते हैं। दिन भर लाइन लगी रहती है।
जब साक्षात्कार लेने वाला व्यक्ति उनसे कहता है कि दुनिया में और खासकर हिंदुस्तान में रहने वाले हिंदू सबसे ज्यादा मुश्किल से इस्लाम कबूलते हैं। क्या यह सही है? तो कालिम कहते हैं कि अगर सऊदी अरब में इस्लाम कबूल करने वालों में हिंदुओं की संख्या सबसे कम है तो उसका कारण यह है कि वहाँ पर लोग उस तरह की कोशिश नहीं करते।
इसके बाद सेकुलरिज्म की धज्जियाँ उड़ाते हुए जकात फाउंडेशन के सदस्य उन लोगों की धारणा को भी ध्वस्त करते हैं जिनका मानना यह है कि अल्लाह और राम सब एक ही होते हैं।
इंटरव्यू लेने वाला पूछता है कि हिंदुस्तान में कहा जाता है- अल्लाह कहो, राम कहो…बात एक है। प्याले अलग-अलग हैं लेकिन जाम एक है। इस पर कालिम बताते हैं कि अल्लाह और राम अलग-अलग हैं। केवल इस्लाम ही सच्चा मजहब है। जो लोग अलग-अलग चीजों को मानते हैं वह शैतान बराबर होते हैं क्योंकि शैतान का भी ये कहना था कि रास्ते अलग-अलग हैं लेकिन मंजिल एक है।
Zakat Foundation’s founding member of Shariah Council explains how it is easy to fool and convert Hindus in bulk to Islam because Hindus are good, loving people. Hindus treat even enemies with love. He brags how he exploits this to convert them. He trains future Civil Servants! pic.twitter.com/wRMN3AVvEF
— Sanjeev Newar संजीव नेवर (@SanjeevSanskrit) August 30, 2020
वह आगे कहते हैं कि इंसान इस्लाम के प्रति आकर्षित होता है क्योंकि यह एक लॉजिक वाला मजहब तो है। लेकिन जो इसमें आने का फैसला करता है, वो जन्नत के लालच व जहन्नुम के डर से करता है।
Shariah Council star of Zakat Foundation explains how logic wont work in converting people to Islam. Only thing that works is lure of Jannat and fear of Hell. Brags how he used this methods to create so many Daais- who convert other Hindus. pic.twitter.com/2HYfMqqAXC
— Sanjeev Newar संजीव नेवर (@SanjeevSanskrit) August 30, 2020
वह बताते हैं कि लोग कुरान की आयतें सुनकर ही इसकी ओर खिंचे चले आते हैं। देहरादून के दो लोगों का जिक्र करते हुए वो बताते हैं कि जब उन्होंने कुरान सुनी तो वह इतना प्रभावित हुए कि जब उनसे तर्जुमा करने को कहा गया तो वह कहने लगे कि हम मान चुके हैं, जो लिखा है वो सच है। अब बस बताओ हमें करना क्या है?
जब उनसे उसे समझने को कहा गया तो बोले कि उन्हें समझने की जरूरत नहीं है। कालिम के अनुसार, आज वह लोग दावत का काम रहे हैं।
यहाँ बता दें कि संजीव कुमार ने कामिल सिद्दीकी की ये वीडियोज अपने ट्विटर पर शेयर करते हुए हैरानी जताई है। उन्होंने कहा है कि कल्पना करिए ऐसा व्यक्ति यूपीएससी में सिलेक्ट होने वाले बच्चों को पढ़ाता है! यह भावी सिविल सर्वेंट्स को ट्रेन करता है! आपको बता दें कि इस साल इस फाउंडेशन से 27 छात्र-छात्राएँ UPSC में सिलेक्ट हुए हैं।
इनमें से एक वीडियो में कालिम हिंदू धर्म में होने वाले अंतिम संस्कार की क्रिया पर भी सवाल उठाते हैं और उदाहरण देकर समझाते हैं कि लोग इसलिए हिंदू से इस्लाम धर्म अपनाना चाहते हैं क्योंकि वह जहन्नुम की आग से खुद को बचाना चाहते हैं।
Zakat Foundation’s founding member of Shariah Council explains how it is easy to fool and convert Hindus in bulk to Islam because Hindus are good, loving people. Hindus treat even enemies with love. He brags how he exploits this to convert them. He trains future Civil Servants! pic.twitter.com/wRMN3AVvEF
— Sanjeev Newar संजीव नेवर (@SanjeevSanskrit) August 30, 2020
वे लंबी उम्र में मरने वाले हिंदुओं के आगे स्वर्गीय शब्द पर सवाल उठाते हुए कहते हैं कि हिंदुओं को लगता है कि आग में जलकर वह स्वर्ग जाते हैं जबकि जाते वह नर्क में हैं। उनका कहना है कि इंसान को जलाना इंसानियत के भी ख़िलाफ़ है।
This is Zakat Foundation Shariah Council member Kalim Siddiqui.
— Sanjeev Newar संजीव नेवर (@SanjeevSanskrit) August 30, 2020
Is he not a psychopath that he wants to convert all Hindus to Islam so that they don’t burn in Hell forever? Mocks that H call their Jahannumi dead Swargeeya!
Imagine he trains those who get selected in UPSC! pic.twitter.com/ExNLs3XT5V
बता दें कि एक अन्य वीडियो भी संजीव नेवर ने कालिम सिद्दीकी की शेयर की है। जिसमें उन्हें अप्रत्यक्ष रूप से बताते देखा जा सकता है कि एक बार एक टैक्सी ड्राइवर से उन्होंने बहुत अच्छा बर्ताव किया, जिससे वह उनका कायल हो गया और बदले में तारीफ करने लगा।
ऐसे में उन्होंने उससे 10-11 मिनट बात की और उसका ऐसा ब्रेनवॉश किया कि वह कलमा पढ़ने को तैयार हो गया। अपनी ऑडियो में आगे वह कहते हैं कि इसके बाद उस आदमी ने अपने घर-परिवार-रिश्तेदारों और दोस्तों में सबको मिलाकर तकरीबन 83 लोगों को इस्लाम कबूल करवाया था।
A taxi driver served him like brother. And he exploited his love to convert him to Islam and make him convert 80 more. The Shariah Council member of Zakat Foundation explains how goodness of Hindus can be used to easily convert them all. He trains UPSC aspirants. pic.twitter.com/IdUT2ny4aE
— Sanjeev Newar संजीव नेवर (@SanjeevSanskrit) August 30, 2020
उल्लेखनीय है कि मजहबी कट्टरता की बातें जो कालिम सिद्दीकी अपनी वीडियो में बड़े मीठे अंदाज में कह रहे हैं, वह चिंताजनक इसलिए हैं क्योंकि जकात फाउंडेशन वहीं संस्था है, जो अब सिविल सर्विस के लिए संप्रदाय विशेष के लोगों को ट्रेनिंग देता है। पिछले साल फाउंडेशन के 18 छात्रों ने यूपीएससी एग्जाम उत्तीर्ण किया था।
शरिया एडवाइजरी काउंसिल में मौलाना कालिम का नाम यूपी क्षेत्र के लिए आता है। इसके अलावा इस फाउंडेशन का ताल्लुक जाकिर नाईक जैसे कट्टरपंथी से है, जो कई इस्लामिक संगठनों का संचालक है। इनकी माँग सरकारी नौकरियों में संप्रदाय विशेष के लोगों के आरक्षण की है।