झारखंड में विधानसभा चुनाव के बीच एक वीडियो सामने आई है जिसमें मुस्लिम व्यक्ति स्वीकार कर रहा है कि वो क्षेत्र में जमीन खरीदने के लिए और चुनाव लड़ने के लिए जनजातीय महिलाओं से शादी करते हैं।
ये वीडियो ई-ऑर्गनाइजर की पत्रकार सुभी विश्वकर्मा और आजाद निशांत द्वारा लिए गए इंटरव्यू की वायरल क्लिप है। वीडियो में व्यक्ति को कहते सुना जा सकता है, “बरहेट विधानसभा अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित सीट है। यही कारण है कि हम जनजातीय महिलाओं से शादी करते हैं, लेकिन उनकी सहमति से।”
You have heard of '#JamaiTola' throughout the Jharkhand Assembly Elections, but did you encounter any instances?
— Subhi Vishwakarma (@subhi_karma) November 16, 2024
We (@eOrganiser & @azad_nishant) travelled to Barhet, where Muslims endorsed the concept of Jamai Tola, stating, "We marry tribal women only to buy land and… pic.twitter.com/T8OQQ6RSWO
सुन सकते हैं कि इंटरव्यू के दौरान इन लोगों ने ये माना कि धर्मांतरण के बाद होने वाले निकाह चुनाव लड़ने के लिए किए जाते हैं। इन अंतर-धार्मिक शादियों को जमाई टोला के नाम से जाना जाता है। शादी करने वालों का उद्देश्य भूमि खरीदना भी होता है।
सुभी अपने ट्वीट में ये भी बताया कि वो रिपोर्टिंग के दौरा राजमहल संसदीय क्षेत्र की वर्तमान जिला परिषद अध्यक्ष मोनिका किस्कू के पासई गई थीं जिन्होंने बताया कि उन्होंने पहले उमैद अली से निकाह किया था और बाद उमैद के निकाह के बाद उन्होंने दोबारा एजाज से शादी की।