रविवार को नकाबपोश गुंडों ने जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) कैंपस में धावा बोला और हॉस्टल में छात्रों को निशाना बनाया। लाठी, पत्थरों और लोहे की छड़ों के साथ गुंडों ने हाथापाई, मारपीट और खिड़कियों, फर्नीचर सामानों में तोड़फोड़ की। बता दें कि हिंसा की शुरुआत सर्वर रूम से शुरू हुई थी। वामपंथी गुंडों ने छात्रों को विंटर सेमेस्टर के लिए रजिस्ट्रेशन से रोकने के लिए सर्वर रूम को लॉक कर दिया था, वाई-फाई काट दिया था। जेएनयू के पेरियार हॉस्टल के भीतर घुसकर छात्रों के साथ हुई हिंसा के बाद विश्वविद्यालय के बाहर काफी बवाल हुआ।
This is how a JNU protestor misbehaved, abused and heckled me while I was reporting outside JNU and that also in presence of massive @DelhiPolice personnel. No police personnel stopped these goons. Expect an unexpected condemnation by @IndEditorsGuild #JNUViolence pic.twitter.com/cS1v6RTryP
— Piyush Mishra (@Piyush_mi) January 5, 2020
इसी दौरान रिपब्लिक भारत के रिपोर्टर पीयूष मिश्रा भी रिपोर्टिंग करने वहाँ पहुँचे थे। वहाँ पर उपस्थित छात्रों के साथ ही फ्रीलांस जर्नलिस्ट अभिमन्यु सिंह उर्फ अभिमन्यु कुमार ने भी गाली-गलौच और बदसलूकी की। बता दें कि अभिमन्यु सिंह मीडिया संस्थान द हिन्दू, संडे गार्डियन में काम कर चुके हैं और फिलहाल ऑनलाइन पोर्टल जनता की आवाज के साथ जुड़े हुए हैं।
इस वीडियो में लगभग 18 सेकेंड में नीली जैकेट और लाल दुपट्टे में एक व्यक्ति पीयूष मिश्रा के पास पहुँचता है और उसके साथ धक्का-मुक्की की। वह अभिमन्यु सिंह हैं।
ऑपइंडिया की रिपोर्ट प्रकाशित होने के बाद हरियाणा की रहने वाली एक महिला मीना (बदला हुआ नाम) ने हमसे संपर्क किया और आरोप लगाया गया कि सिंह ने उसके साथ दुर्व्यवहार किया और उसे ‘K*tti’ और ‘har*mzadi’ कहा।
मीना ने दावा किया कि जब उन्होंने डच निवासी पीटर डी ब्रुइजन पर बलात्कार का आरोप लगाया तो सिंह की पत्नी ऐलेट्टा आंद्रे, जो कि भारत में डच जर्नलिस्ट है, ने इंटरनेशनल पब्लिकेशन में उनको बदनाम कर दिया था।
मीना ने 7 जुलाई, 2018 को गुरुग्राम पुलिस स्टेशन में एक FIR दर्ज करवाया था। इसमें कहा गया था कि पीटर ने अपनी शादी के बारे में उससे झूठ बोला था और फिर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए थे। इस FIR की एक कॉपी ऑपइंडिया के पास भी है। मीना ने आरोप लगाया कि पीटर ने शादी का वादा करके उसके साथ असुरक्षित यौन संबंध बनाए थे। हालाँकि, जब मीना प्रेगनेंट हुई तो सिंह ने उस पर अबॉर्शन के लिए मजबूर किया गया।
मीना ने अपने FIR में कहा कि सितंबर 2014 में उन्होंने पीटर के खिलाफ रेप केस दर्ज करवाया था। हालाँकि मार्च 2019 में आरोपित पीटर नीदरलैंड चला गया, जिसके बाद वो फिर कभी वापस लौटकर नहीं आया।
अपनी FIR में मीना ने पीटर के साथ ही कई अन्य लोगों के खिलाफ नामजद शिकायत दर्ज करवाई थी। इसमें ऐलेट्टा आंद्रे, जियोरी बूम, सोज़र्ड वीमर सोजेरड्समा, फेरी स्टॉप, लोयस बॉमर्स, जेने पीटर, माने शर्मा और नताली राइटन के नाम शामिल हैं। मीना का कहना है कि ये लोग या तो पत्रकार हैं, राजनेता हैं या फिर आरोपित के दोस्त हैं, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय प्रकाशनों में बलात्कार मामले को लेकर फर्जी खबरें छापने की कोशिश की।
ऑपइंडिया से बात करते हुए मीना ने कहा कि उन्होंने ऑपइंडिया रिपोर्ट से सिंह की पहचान की और फिर उन्हें याद आया कि कैसे सिंह ने उन्हें कोर्ट रूम में इसलिए गाली दी थी क्योंकि उन्होंने उसकी डच पत्रकार पत्नी का नाम FIR में दिया था और साथ ही उस पर बदनाम करने का आरोप लगाया था। वो कहती हैं, “वह चिल्लाया और यौन उत्पीड़न पीड़िता को गाली दी। वह केस के सिलसिले में अदालत में आया था। उसने कोर्ट में जज के सामने और फिर अदालत के बाहर भी मुझे गाली दी। उसने जज और वकीलों के सामने मुझे ‘k*tti’ और ‘har*mzadi’ कहा।”
मीना ने अपनी शिकायतों के बारे में विदेश मंत्रालय, सूचना और प्रसारण मंत्रालय के साथ ही एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया को भी लिखा है।