राजीव गाँधी को ‘डैशिंग यंग मैन’ और ‘बाल-बच्चों वाला प्रधानमंत्री’ होने के नाते आईएनएस विराट का इस्तेमाल ‘शाही छुट्टियों’ के लिए करने पर क्लीन चिट देने वाले शेखर गुप्ता का पोर्टल ‘द प्रिंट’ (एक बार फिर) विवादों के केंद्र में है। अबकी बार युवा लेखक नित्यांनद मिश्र ने पोर्टल पर अपनी बातों को तोड़-मरोड़कर पेश करने और रिपोर्ट में गलतबयानी का आरोप लगाया है। लेखक ने ट्विटर के जरिए द प्रिंट की कथित पत्रकार कृतिका शर्मा की कारस्तानी उजागर की है।
लेखक नित्यानंद मिश्र ने कहा है कि कृतिका शर्मा ने अपनी रिपोर्ट में उनकी बातों को तोड़-मरोड़कर पेश करने के लिए न केवल पत्रकारिता के नैतिक और व्यवसायिक मूल्यों को ताक पर रखा है, बल्कि सफ़ेद झूठ भी बोला है।
[Exposé Thread: keep popcorn ready]
— Nityānanda Miśra (मिश्रोपाख्यो नित्यानन्दः) (@MisraNityanand) July 7, 2019
How @ThePrintIndia distorts views and publishes lies
Shared by @RamaNewDelhi, The Prints’s ‘news report’ [sic] by @S_kritika on my talk is a wondrous marvel of journalistic ineptitude and a fantastic display of journalistic disintegrity.
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कृतिका की इस रिपोर्ट को प्रिंट की संपादकों में से एक रमा लक्ष्मी ने भी शेयर किया था। साथ ही लेखक के विचारों की तुलना पाकिस्तानी तानाशाह जिया-उल-हक से की थी।
Now, this IIM-grad wants Urdu-mukt Hindi! This quest for purity in everything and the attempt to rethrone a mythical Golden Era of purity is what cultural cleansing all about. It’s also what Zia rule in Pakistan was all about. https://t.co/N7Dm470xJU
— rama lakshmi (@RamaNewDelhi) July 5, 2019
‘मेरी मर्जी जो लिखूँ’
यह रिपोर्ट पिछले हफ़्ते दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में दिए गए नित्यानंद मिश्र के भाषण को लेकर है। रिपोर्ट झूठों का पुलिंदा है और इसमें कई तथ्यात्मक गलतियां है। लेखक के अनुसार, कथित पत्रकार ने उनकी बातों की गलत व्याख्या करने की बात मानने से इनकार करते हुए कहा कि वह (कृतिका) जो सही समझे, वैसा लिखने को स्वतंत्र है। खुद के शब्दों के साथ खिलवाड़ को लेकर नित्यानंद ने कृतिका को अपने भाषण पर बनाई गई एक पीपीटी (पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन) भी भेजी। उन्होंने बार-बार फोन कर, ईमेल और वॉट्सऍप के जरिए कृतिका से इस पर गौर करने का निवेदन भी किया। लेकिन, बार-बार रजामंदी जताने के बावजूद कृतिका ने ऐसा नहीं किया।
Finally, no journalistic ethos. I requested the journalist on phone, email, WhatsApp to run the views attributed to me by me before publishing so that I am not misrepresented. Journalist agreed (“haan, haan”), but then published the report without doing it.
— Nityānanda Miśra (मिश्रोपाख्यो नित्यानन्दः) (@MisraNityanand) July 7, 2019
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गलतियों पर गलतियाँ क्या जान-बूझ कर की गई है ?
लेखक ने अपने भाषण में अरबी-फारसी शब्दों के इस्तेमाल से बचने और उनकी जगह हिन्दी का इस्तेमाल करने की सलाह दी थी। लेकिन, कृतिका शर्मा ने कई जगहों पर अपनी सहूलियत से फ़ारसी को ‘उर्दू’ कर दिया। नित्यानंद मिश्र का यह भी कहना है कि उन्होंने केवल “शासन/प्रभुत्व” बनाम “सरकार” शब्दों की बात की थी, लेकिन कृतिका ने रिपोर्ट को सनसनीखेज़ बनाने के लिए “मोदी” जोड़कर “मोदी सरकार” बनाम “मोदी शासन” कर दिया।
कृतिका ने यह भी झूठ कहा है कि मिश्र ने भाजपा को सलाह दी थी।
Report: My talk had advice for BJP saying “namumkin ab mumkin hai” should ideally be “asambhav ab sambhav hai”
— Nityānanda Miśra (मिश्रोपाख्यो नित्यानन्दः) (@MisraNityanand) July 7, 2019
Lie. I gave no advice to BJP. My talk had a slide contrasting the Hindi used by BJP and PTI. Journalist seems to have imagined what I spoke based on my slides.
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The spin: Report brings in Hindutva just to sensationalize, refers to Rajiv Malhotra disparagingly as “controversial Hindutva ideologue” [sic], and says I appear alongside “other Hindutva ideologues” (who?) without mentioning who they mean. Completely unrelated to my talk.
— Nityānanda Miśra (मिश्रोपाख्यो नित्यानन्दः) (@MisraNityanand) July 7, 2019
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इसके अलावा, मिश्र के काम, उनके किताबों की संख्या और संस्कृत तथा हिन्दी को बढ़ावा देने के लिए वे कब से काम कर रहे हैं सहित कई अन्य तथ्यात्मक गलतियां भी रिपोर्ट में है।
जो मौजूद ही नहीं, उसने कैसे बनाई रिपोर्ट?
नित्यानंद मिश्र का कहना है कि जिस कार्यक्रम में उन्होंने प्रेज़ेंटेशन दिया था, उसमें कृतिका शर्मा मौजूद ही नहीं थीं। साथ ही द प्रिंट का कार्यक्रम में 150 लोगों की मौजूदगी का दावा भी गलत है, क्यूंकि वहां महज़ 40 लोग थे। उन्होंने कहा है कि द प्रिंट की नीयत पर उन्हें पहले से संदेह था। इसलिए, प्रेज़ेंटेशन सार्वजनिक तौर पर किया गया और जल्दी ही YouTube पर वीडियो भी अपलोड कर दिया जाएगा।