Monday, December 23, 2024
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पुराना पाकिस्तान: सैनिकों की लाशों को नकारने वाला पाक अपने ही पायलट की शहादत पर फिर चुप है

दूसरे पायलट की चिंता के कारण मानवीय स्वभाव से हमने पाकिस्तानी मीडिया, सोशल मीडिया छान मारे, लेकिन किसी भी जगह उस सैनिक के बारे में बात नहीं हो रही है, मानो उसकी जानकारी देने से मना कर दिया गया हो।

भारतीय वायुसेना के पायलट अभिनन्दन भारत वापस पहुँचने वाले हैं। तमाम मीडिया में शोरगुल है। जो व्यक्ति जिस विषय से उत्साहित हो सकता है उस पर बयानबाज़ी और ट्वीट कर प्रशंसा बटोरने का काम कर रहा है।

पाकिस्तान ने एक कदम आगे बढ़कर आतंकवाद और जिहाद जैसी महामारियों पर चर्चा करने के बजाए Eco-टेररिज्म का सेफ़ ज़ोन पकड़ लिया है। पाकिस्तान का कहना है कि एयर स्ट्राइक में 300 जिहादियों के साथ ध्वस्त हुए पेड़ों पर भारत की शिकायत UN से करने जा रहा है।

भारतीय मीडिया गिरोह का वैचारिक आतंकवाद हम इन दिनों देख ही रहे हैं। मीडिया गिरोह पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को शान्ति का मसीहा साबित करने में जुट गया है, वो भी सिर्फ इस वजह से कि कहीं विंग कमांडर अभिनन्दन की वतन-वापसी का श्रेय सरकार और भारतीय सेना को न देना पड़े।

मानवता, शान्ति वार्ता के प्रयास जैसे भारी-भरकम शब्दों चकल्लस के बीच एक ऐसा आदमी है जिसका नाम है विंग कमांडर शहज़ाद उद्दीन (Shahzad Ud Din of 19 Squadron (Sherdils) PAF), जिस पर कोई भी व्यक्ति बात नहीं करना चाह रहा है या शायद उसके पास इतना समय बच ही नहीं पा रहा है कि उस एक व्यक्ति पर ध्यान दिया जाए। दोनों देशों के क्यूट शांतिदूतों ने उस इंसान को भुला दिया है जिसकी मौत को स्वीकार करने में पाकिस्तान के गले-गले तक आ रखी है। अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय दबाव के कारण विंग कमांडर अभिनंदन को पाकिस्तान वापस भेजने को तैयार हो गया, लेकिन वो अपने उस F-16 की जानकारी नहीं दे रहा है और न ही अपने पायलट शहज़ाज़ उद्दीन के बारे में बताने को तैयार है।

आजकल चल रहे तमाम हैशटैग ख़बरों के बीच अगर आपने ध्यान दिया होगा तो भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान के घुसपैठी F-16 विमानों का पीछा करते हुए पाकिस्तान के 2 फाइटर प्लेन्स को मार गिराया था।

पाकिस्तानी स्थानीय नागरिकों द्वारा घेरे जाने से पहले विंग कमांडर अभिनन्दन अपने बूढ़े मिग विमान से अत्याधुनिक F-16 विमान को गिरा चुके थे। उत्साह में आदत से मजबूर पाकिस्तान की सेना ने मीडिया में घोषणा कर डाली कि हमने 2 भारतीय पायलट्स को पकड़ा है।  लेकिन शाम होते ही पाकिस्तान ने एक ट्वीट कर के बताया कि उसके पास 2 नहीं बल्कि सिर्फ 1 भारतीय पायलट हैं।

दूसरे पायलट का किस्सा ये हुआ कि जिस F-16 विमान को अभिनन्दन ने तबाह  किया उसमें बैठा पायलट यानी पाकिस्तानी वायसेना का विंग कमांडर शहज़ाद उद्दीन, पाकिस्तानी नागरिकों के हाथ लग गया। पब्लिक ने आव देखा न ताव और पाकिस्तानी सेना के वहाँ पहुँचने से पहले ही अपने ही पायलट को भारतीय पायलट समझकरखूब पीटा।

अब सोशल मीडिया पर शहज़ाद नामक इस पाकिस्तानी पायलट की जानकारी आने लगी है जो F-16 विमान उड़ा रहा था। इस पाकिस्‍तानी पायलट का दुर्भाग्‍य ये है कि उसकी शहादत को अब तक राज ही रखा जा रहा है और पाकिस्तान इस बात से पीछे हट चुका है।

कई वैरिफाइड सोशल मीडिया एकाउंट्स बता रहे हैं कि वो पाकिस्तानी पायलट थे शहज़ादुद्दीन (Shahzad-Ud-Din) जो पाकिस्तानी 19वीं स्क्वाड्रन के पायलट थे और F-16 प्लेन उड़ा रहे थे।  

पाकिस्तान का ये उग्र हिंसक स्वरुप और ‘भेड़ तंत्र’ भारत देश से घृणा में इतना भरा पड़ा था कि उन्होंने ये जान लेना  नहीं समझजे कि जिस सैनिक की वो कुटाई कर रहे हैं वो उनका अपना ही सैनिक है।

भारत की गोदी मीडिया सुई से लेकर सब्बल तक को अभिनन्दन की घरवापसी का श्रेय दे रही है लेकिन भारतीय नीतिकारों, भारतीय सेना और अंतर्राष्ट्रीय दबाव (वही दबाव जो नरेंद्र मोदी ने अपने विदेशी संबंधों के माध्यम से इन 5 सालों में विकसित किए हैं) के महत्व को धन्यवाद देना स्वीकार नहीं कर रही है।

दूसरे पायलट की चिंता के कारण मानवीय स्वभाव से हमने पाकिस्तानी मीडिया, सोशल मीडिया छान मारे, लेकिन किसी भी जगह उस सैनिक के बारे में बात नहीं हो रही है, मानो उसकी जानकारी देने से मना कर दिया गया हो।

लेकिन ऐसे लोग जो इंसानियत में विश्वास करते हैं, सीमा के उस पार भी यकीनन मौजूद हैं। पाकिस्तान के सोशल मीडिया एकाउंट्स 2 दिन से लगातार पाकिस्तान की सरकार से सवाल पूछ रहे हैं और शहज़ाद उद्दीन को न्याय दिलाने की बात कर रहे हैं लेकिन इमरान खान, बरखा दत्त और सागरिका घोष की पसंदीदा ट्वीट करने में ज्यादा मशगूल नज़र आ रहे हैं। वहीं पाकिस्तान के बड़े न्यूज़ नेटवर्क्स के सोशल मीडिया एकाउंट्स पर पाकिस्तान के लोग #JusticForF16Pilot के जरिए उस सैनिक के लिए न्याय माँग रहे हैं।

सोशल मीडिया पर बहुत से पाकिस्तानी यूज़र्स इस सन्देश को आगे बढ़ा रहे हैं

जिस पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान को हमारे देश का मीडिया गिरोह शांति का नोबल पुरस्कार दिलाने चला है, उस प्रधानमंत्री ने एक पाने उस मारे गए सैनिक को स्वीकार करना तक जरुरी नहीं समझा है। जिसके पीछे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होने वाली जवाबी कार्रवाई है।  

कल शाम ही भारतीय की तीनों सेना के प्रवक्ताओं ने प्रेस वार्ता में सबसे ज्यादा जोर पाकिस्तान के ध्वस्त किए गए  F-16 विमान के सबूतों पर दिया है। जिसका एक ही कारण है और वो ये कि भारत उन सभी अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं को सन्देश देना चाह रहा है जो अभी सतर्कता से दोनों देशों पर नज़र जमाए बैठी हैं।

पाकिस्तान यदि स्वीकार करता है कि उसका सिपाही F-16 विमान चलाते हुए मारा गया तो उसे अमेरिका को जवाब देना होगा कि उसने भारत पर हमला करने के लिए F-16 विमान का प्रयोग क्यों किया।  नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद से सबसे ज्यादा मजबूत भारत के अंतर्राष्ट्रीय सम्बन्ध हुए हैं, जिसका सबूत वर्तमान में घटित हो रही गतिविधियाँ हैं।

लेकिन देखना ये है कि आतंकवाद को आतंकवाद न मानने वाले, जिहाद को जिहाद न मानने वाले ‘ऑनलाइन मानवतावादी लोग’ आखिर उस क्रूरता से मारे गए सैनिक के सम्मान के लिए कितनी मोमबत्तियाँ खर्च करते हैं?

दिखाई जा रही ये तस्वीर PAF के विंग कमांडर शहज़ाज़ उद्दीन की है जो F-16 विमान में मौजूद थे

भारतीय पत्रकारों की आँख के तारे बन चुके पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अपने सैनिक की शहादत को कितना सम्मान देते हैं, यह देखना अभी बाकी है।

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आशीष नौटियाल
आशीष नौटियाल
पहाड़ी By Birth, PUN-डित By choice

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