महाराष्ट्र में कुर्सी छिनने के बाद भी शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। पार्टी छोड़कर जाने का सिलसिला अभी भी बना हुआ है। अब पूर्व नेता प्रतिपक्ष और मंत्री रहे रामदास कदम ने शिवसेना से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने दावा किया है कि 19 में से कम से कम 12 सांसद लोकसभा में एक अलग गुट बनाएँगे और औपचारिक पत्र सौंपने के लिए लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से मुलाकात करेंगे। इससे पहले उनके बेटे और विधायक योगेश कदम भी शिंदे खेमे में शामिल हो गए थे।
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— Ramdas Kadam – रामदास कदम (@iramdaskadam) July 18, 2022
शिवसेना सांसद ने इस्तीफे के बाद अपने बयान में कहा, “हमने आज मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे द्वारा आयोजित एक ऑनलाइन बैठक में भाग लिया। हमने राहुल शेवाले (मुंबई से एक सांसद) के नेतृत्व में एक अलग समूह बनाने का फैसला किया है। वह हमारे समूह के नेता होंगे।”
उन्होंने कहा कि शिवसेना सांसद विनायक राउत, अरविंद सावंत, गजानन किरीटकर, संजय जाधव, ओम राजे निंबालकर और राजन विचारे सोमवार को शिंदे द्वारा बुलाई गई ऑनलाइन बैठक में शामिल नहीं हुए, जबकि महाराष्ट्र के बाकी 12 सांसदों ने भाग लिया। बता दें कि लोकसभा में शिवसेना के 19 सांसद हैं, जिनमें 18 महाराष्ट्र से हैं।
यह फैसला ऐसे समय में सामने आया है जब उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना में से करीब 40 विधायकों ने बगावत कर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे वाले धड़े को अपना समर्थन दे दिया था।
बता दें कि इससे पहले उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने ‘पार्टी-विरोधी गतिविधियों’ के आरोप में पूर्व मंत्री विजय शिवतरे को निष्कासित कर दिया था। वहीं शिवतरे ने पार्टी से निष्कासन के बाद पुणे में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाला धड़ा ‘असली’ शिवसेना है और वह शिंदे के साथ जाएँगे। इसके अलावा पार्टी के वरिष्ठ नेता रामदास कदम और पूर्व सांसद आनंदराव अदसुल को भी पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में आज सोमवार (18 जुलाई, 2022) को बाहर का रास्ता दिखा दिया था। जिसपर आज कदम ने अपना इस्तीफा पार्टी को सौंप दिया।
Shiv Sena (Thackeray faction) chief Uddhav Thackeray removes senior leader Ramdas Kadam and former MP Anandrao Adsul for anti-party activities: Shiv Sena MP Vinayak Raut
— ANI (@ANI) July 18, 2022
एकनाथ शिंदे ने भंग की राष्ट्रीय कार्यकारिणी
महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे गुट ने शिवसेना की पुरानी राष्ट्रीय कार्यकारिणी को बर्खास्त करते हुए नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की घोषणा की है। और शिवसेना के मुख्य नेता के तौर पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को चुना गया है।
हालाँकि, शिवसेना पक्ष प्रमुख पद को यूँ ही अभी खाली छोड़ दिया गया है। विधायक दीपक केसरकर की प्रवक्ता के तौर पर नियुक्ति की गई है। शिवसेना नेता के तौर पर रामदास कदम और आनंदराओ अडसूल को नियुक्त किया गया। शिवसेना के उप नेता के तौर पर यशवंत यादव गुलाबराव पाटिल, उदय सामंत, शरद पोंक्षे, तानाजी सावंत, विनय नाहटा, शिवाजीराव पाटिल को चुना गया है।
पार्टी में बचाने में जुटे उद्धव ठाकरे
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के सामने शिवसेना के अस्तित्व को बचाने का सवाल उठने लगा है। इसी के तहत जहाँ एक तरफ लगातार बगावत जारी है वहीं पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे शिवसेना को नए सिरे से सँभालने में जुट गए हैं। इसके तहत उद्धव ने सोमवार को कुछ बड़े कदम उठाए। सोमवार को दिन में ही उद्धव ठाकरे ने 100 नई नियुक्तियाँ की हैं। उद्धव ने मुंबई, पालघर, यवतमाल, अमरावती समेत कई अन्य जिलों में 100 से ज्यादा पदाधिकारी नियुक्त किए हैं। शिवसेना के मुखपत्र सामना में इसकी घोषणा की गई है।
फिलहाल, उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती बीएमसी के चुनाव हैं। इसके बाद 2024 में होने वाले आम चुनावों पर भी उद्धव की नजर होगी।