लोकसभा चुनाव के दौरान आई मोदी सुनामी ने देश के मुख्य विपक्षी दल कॉन्ग्रेस को तबाह कर दिया। राहुल गाँधी की अध्यक्षता में चुनाव में उतरी कॉन्ग्रेस प्रियंका गांधी के सहारे बेहतर परिणामों की उम्मीद कर रही थी, मगर आलम यह रहा कि दिग्गजों को भी हार का मुँह देखना पड़ा और राहुल गाँधी तो अपनी परंपरागत सीट अमेठी तक को गंवा बैठे। उत्तर प्रदेश में पार्टी के खाते में केवल 1 सीट ही आई, वो भी यूपीए अध्यक्ष सोनिया गाँधी की। सोनिया गाँधी ने रायबरेली की सीट जीतकर पार्टी का खाता तो खोल दिया मगर पार्टी की हालत बेहद खराब रही।
Of 22 Congress candidates in western UP, 21, including UPCC chief Raj Babbar, lose security deposit https://t.co/UQJ3pJ5X2T pic.twitter.com/6RVTETmBtd
— Times of India (@timesofindia) May 26, 2019
पार्टी ने इस बार पश्चिमी उत्तर प्रदेश से 22 उम्मीदवार मैदान में उतारे थे, जिसमें से 21 उम्मीदवार ना सिर्फ चुनाव हारे, बल्कि उनकी जमानत भी जब्त हो गई। इन 21 उम्मीदवारों में कॉन्ग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर और पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद भी शामिल हैं। सिर्फ सहारनपुर से चुनाव लड़ने वाले इमरान मसूद ही अपनी जमानत बचा पाए। मसूद को 16.81% वोट मिले। चुनाव आयोग के नियम के अनुसार, नामांकन के वक्त प्रत्याशी को ₹25 हजार की जमानत राशि जमा करनी होती है और यदि किसी प्रत्याशी को कुल वोटों का 1/6 यानी 16.66 फीसदी वोट नहीं मिलता है, तो उसकी जमानत जब्त हो जाती है।
पश्चिमी उत्तरप्रदेश की 28 सीटों में से कॉन्ग्रेस ने 22 पर चुनाव लड़ा था। कॉन्ग्रेस ने इन 28 सीटों में से 4 पर महागठबंधन के खिलाफ प्रत्याशी नहीं उतारे थे। ये चार सीट हैं- मुजफ्फरनगर, बागपत, मैनपुरी और फिरोजाबाद। जिसमें से मुजफ्फरनगर सीट से आरएलडी प्रमुख अजीत सिंह, बागपत से अजीत सिंह के बेटे जयंत चौधरी, मैनपुरी से मुलायम सिंह यादव और फिरोजाबाद से मुलायम सिंह यादव के भतीजे अक्षय यादव मैदान में थे। इसके अलावा बची हुई दो सीटों पीलीभीत और ऐटा पर कॉन्ग्रेस समर्थित प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे थे और इन दोनों प्रत्याशियों की भी जमानत जब्त हो गई।
राज बब्बर और सलमान खुर्शीद के अलावा आगरा, मथुरा, अलीगढ़, हाथरस, बरेली, बदायूं, आँवला, शाहजहांपुर, गाजियाबाद, मेरठ, बुलंदशहर, गौतमबुद्ध नगर, मुरादाबाद, संभल, बिजनौर, नगीना, अमरोहा, रामपुर, कैराना से चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों की भी जमानत जब्त हो गई।
जनता का विश्वास हासिल करने के लिए विजेताओं को बधाई।
— Raj Babbar (@RajBabbarMP) May 24, 2019
यूपी कांग्रेस के लिए परिणाम निराशाजनक हैं। अपनी ज़िम्मेदारी को सफ़ल तरीके से नहीं निभा पाने के लिए ख़ुद को दोषी पाता हूँ। नेतृत्व से मिलकर अपनी बात रखूंगा।
राज बब्बर की जमानत फतेहपुर सीकरी में जब्त हुई। उन्हें भाजपा प्रत्याशी राज कुमार चाहर ने मात दी। राजकुमार चाहर को 6.67 लाख वोट मिले, जबकि राज बब्बर को सिर्फ 1.72 लाख यानि 16.56 फीसदी वोट मिले थे। वहीं सलमान खुर्शीद की बात करें, तो उन्हें फर्रुखाबाद से भाजपा उम्मीदवार मुकेश राजपूत के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। सलमान को सिर्फ 5.51 फीसदी यानि 55,258 वोट मिले। जबकि भाजपा उम्मीदवार को 5.69 लाख वोट मिले थे। राज्य में पार्टी की बुरी तरह हार की जिम्मेदारी लेते हुए राज बब्बर ने कॉन्ग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश भी की है और साथ ही उन्होंने ट्वीट भी किया था।