दिल्ली पुलिस ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा के आवास के आगे आगजनी करने के आरोप में कॉन्ग्रेस पार्टी की स्टूडेंट विंग NSUI के 4 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। यह आगजनी केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना और राहुल गाँधी से नेशनल हेराल्ड केस में ED की हो रही पूछताछ के विरोध में की गई थी। पुलिस इसी घटना में शामिल अन्य आरोपितों की भी तलाश कर रही है। चारों की गिरफ्तारी 22 जून 2022 (बुधवार) को हुई है।
NSUI के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन ने गिरफ्तार चारों आरोपितों की वीडियो शेयर करते हुए पुलिस कार्रवाई की निंदा की है। उन्होंने लिखा, “BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा के घर के बाहर प्रदर्शन करने पर NSUI के पदाधिकारियों पर गैरजमानती धाराएँ लगा दी गई हैं व तिहाड़ जेल भेज दिया गया है। पर हम चट्टान से हौंसलों के साथ अब भी योजना के खिलाफ तमाम छात्रों के साथ सीना ताने खड़े है। अगर NSUI के पदाधिकारियों व छात्रों की रिहाई नहीं कि गई तो सरकार छात्र आक्रोश के महाआंदोलन को झेलने के लिए तैयार रहे।”
करोडों छात्रों के भविष्य को जलाने वाली #AgnipathScheme
— Neeraj Kundan (@Neerajkundan) June 22, 2022
का विरोध भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में सबसे बड़ा गुनाह हो गया है। BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष @JPNadda के घर के बाहर प्रदर्शन करने पर NSUI के पदाधिकारियों पर गैरजमानती धाराएं लगा दी गयी है व तिहाड़ जेल भेज दिया गया है। पर हम…. pic.twitter.com/XdhRN7eLUl
रिपोर्ट्स के मुताबिक दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर सागर प्रीत हुडा ने बताया कि चारो आरोपितों की पहचान जगदीप सिंह, सर्वोत्तम राणा, प्रणव पांडेय और विशाल के रूप में हुई है। उन्होंने बताया, “घटना के दौरान आग के पुतले आवास के गेट और सुरक्षाकर्मियों के कमरों में फेंके गए थे। हालाँकि घर के अंदर मौजूद स्टाफ की सक्रियता के चलते कोई बड़ी घटना नहीं हो पाई।”
सागर प्रीत हुडा के मुताबिक, “घटना के CCTV फुटेज के आधार पर जानकारी जुटाई गई। जाँच के दौरान 10 से 12 लोगों के 2 अलग-अलग वाहनों से घटनास्थल पर पहुँचने की पुष्टि हुई। इसमें से एक वाहन हरियाणा के रोहतक के रजिस्ट्रेशन नंबर पर मिला और दूसरा उत्तर प्रदेश के बिजनौर के पते पर। मिले फुटेज के आधार पर छापेमारी की कार्रवाई की गई और आरोपितों के घरों से उन्हें पकड़ा गया।”
पुलिस के मुताबिक घटना के बाद आरोपितों पर IPC की धारा 188/146/147/149/278/285/ 307/436/120-B के तहत केस दर्ज किया गया था। इसमें दंगे भड़काने और हत्या की साजिश के साथ आपराधिक साजिश रचने की धाराएँ भी शामिल हैं।
गौरतलब है कि 21 जून 2022 को शाम लगभग 4.30 पर लगभग 1 दर्जन लोग दिल्ली के मोती लाल नेहरू मार्ग स्थित जे पी नड्डा के आवास के आगे जमा हुए थे। उन्होंने न सिर्फ भाजपा और सरकार के विरोध में नारेबाजी की बल्कि एक डंडे में बाँध कर 2 जलते पुतलों को जे पी नड्डा के आवास में फेंकने का भी प्रयास किया था। इस घटना का वीडियो भी वायरल हुआ था।
Members of @nsui today protested against #AgnipathScheme by burning RSS shorts outside BJP national president’s residence.
— Akshay Lakra (@akshaylakra17) June 21, 2022
We demand complete Rollback of Agniveer Scheme#AgnipathWapasLo pic.twitter.com/LX3U04KZKR
पुलिस के मुताबिक कॉन्ग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन के नाम पर मिली अनुमित का उललंघन किया है। दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर के मुताबिक, “20 जून को कॉन्ग्रेस के सचिव द्वारा जंतर मंतर पर सत्याग्रह करने की अनुमति माँगी गई थी। यह अनुमति अग्निपथ योजना और राहुल गाँधी से ED की पूछताछ के विरोध में किया जाना बताया गया। प्रदर्शन की अनुमति में सिर्फ 1000 प्रदर्शनकारियों को दी गई। लेकिन इसके बाद भी कॉन्ग्रेस कार्यकर्ता जंतर मंतर पर धरना देने के बजाए 24 अकबर रोड पर बिना अनुमति के पहुँच गए। ऐसा करके उन्होंने लागू धारा 144 के नियमों की अनदेखी की थी।”