गुजरात में कई विधायकों के पाला बदलने से परेशान चल रही कॉन्ग्रेस को कई अन्य नेताओं व कार्यकर्ताओं ने तगड़ा झटका दिया है। भरूच में 40 के क़रीब कॉन्ग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। ऐसा उन्होंने जगन्नाथ यात्रा के दौरान हुई पत्थरबाज़ी की घटना को लेकर किया। गुरुवार (जुलाई 4, 2019) को हुई पत्थराबाज़ी की घटना में एक व्यक्ति घायल हो गया था। इस मामले में कॉन्ग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष परिमल सिंह राणा की चुप्पी को लेकर कार्यकर्ता नाराज़ थे। उसी दिन सूरत में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प भी हुई थी।
किसी बड़े बवाल से बचाते हुए घटनास्थल पर मौजूद पुलिस ने तत्परता दिखाई और यात्रा आगे बढ़ सकी। भरूच पुलिस ने भी इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ़्तार किया है। इसके अलावा दो अन्य को भी हिरासत में लिया गया है, जो नाबालिग हैं। ज्ञात हो कि उस दिन तबरेज अंसारी की मॉब लिंचिंग के विरोध में प्रदर्शन किया जा रहा था। नानपुरा क्षेत्र में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हुई थी। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को हवाई फायरिंग करने के साथ-साथ आँसू गैस के गोले भी छोड़ने पड़े थे। इस मामले में 6 आरोपितों की गिरफ़्तारी हुई थी।
भरूच में कॉन्ग्रेस अल्पसंख्यक सेल के अध्यक्ष अयूब सैयद ने कहा, “झारखण्ड में तबरेज अंसारी की भीड़ द्वारा हत्या किए जाने के विरोध में हम शांतिपूर्वक मार्च निकालना चाहते थे लेकिन प्रदेश कॉन्ग्रेस अध्यक्ष ने हमारा समर्थन नहीं किया। 22 नेताओं ने इस्तीफा दिया है और राणा ने हमारा इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। हमारे शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने के लिए पुलिस ने भी अनुमति नहीं दी।” वहीँ भरूच सिटी कॉन्ग्रेस सचिव ने कहा;
“हम चाहते थे कि प्रदेश अध्यक्ष राणा रथ यात्रा के दौरान हुई पत्थरबाजी की घटना की निंदा करने के लिए हमें कार्यक्रम करने की इजाजत दें। लेकिन, इस विरोध प्रदर्शन को लेकर उन्होंने कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं दी। इसके परिणामस्वरूप हमने इस्तीफा दे दिया है। 18 नेता व पार्टी कार्यकर्ता पहले ही हमारी भावनाएँ आहत होने के कारण इस्तीफा दे चुके हैं।”
Big Breaking :- गुजरात में कांग्रेस को एक बार फिर बड़ा झटका, जिला प्रमुख के साथ 40 ने छोड़ी कांग्रेस औऱ कहा #एक_बार_फिर_मोदी_सरकारhttps://t.co/e7lBnLLxc9
— दीपक ठाकुर?? (@follow2deep) April 16, 2019
प्रदेश अध्यक्ष परिमल राणा ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत करते हुए कहा कि उन्होंने कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई थी, जिसमें उन्हें इस्तीफा न देने को कहा गया लेकिन वे अड़े रहे। उन्होंने कहा कि पत्थरबाज़ी वाली घटना के बाद शांतिपूर्ण प्रदर्शन की योजना थी लेकिन पुलिस की अनुमति न मिलने के कारण इसे रद्द करना पड़ा। सिटी कॉन्ग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि यह रैली पार्टी के बैनर तले नहीं निकाली गई थी लेकिन कुछ कॉन्ग्रेस नेताओं को गिरफ़्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि वे इस सम्बन्ध में पुलिस कमिश्नर से मिलेंगे।