तेलंगाना में भारतीय जनता पार्टी टीआरएस की मुख्य प्रतिद्वंद्वी बन कर उभर रही है। चूँकि, विधानसभा चुनाव के दौरान केसीआर की आँधी में टीडीपी और कॉन्ग्रेस राज्य में अपना अस्तित्व खो चुके हैं, हालिया लोकसभा चुनाव में भाजपा का प्रदर्शन राज्य में अच्छा रहा और इससे राज्य में अन्य विपक्षी दलों के नेताओं को भाजपा में सम्भावनाएँ दिख रही हैं। पश्चिम बंगाल की तरह तेलंगाना में भी भाजपा का उद्भव पार्टी के लिए सुखद है क्योंकि दक्षिण भारत में कर्नाटक छोड़ कर पार्टी अन्य राज्यों में काफ़ी ख़राब स्थिति में है।
अब तीन टीडीपी नेताओं ने भाजपा ज्वाइन किया है। आंध्र प्रदेश सरकार में मंत्री रहे ई पेड्डी रेड्डी और बोड़ा जनार्दन ने भाजपा की सदस्यता ले ली। इसके अलावा पूर्व सांसद सुरेश रेड्डी ने भी भाजपा का दामन थाम लिया। राज्य में तीन बड़े नेताओं के पार्टी में शामिल होने से भाजपा के आत्मविश्वास में बढ़ोतरी हुई है और पार्टी कार्यकर्ताओं ने ख़ुशी जताई है। 2 बार विधायक रहे ई पेड्डी रेड्डी राज्य के वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं। वह टीडीपी के महासचिव भी थे। रेड्डी इस बात से नाराज़ चल रहे थे कि टीडीपी ने हालिया लोकसभा चुनाव में तेलंगाना में अपने उम्मीदवार नहीं उतारे और बीते विधानसभा चुनाव में भी काफ़ी कम सीटों पर चुनाव लड़ा।
Delhi: TDP leaders E Peddi Reddy, Bode Janardhan and Suresh Reddy & Congress leaders Shashidhar Reddy and Sheik Rahmatullah join BJP. pic.twitter.com/rW39fyHiVl
— ANI (@ANI) June 27, 2019
रेड्डी ने हाल ही में आशंका जताई थी कि अगर टीडीपी का यही रवैया रहा तो तेलंगाना में पार्टी अपने संगठन को खो देगी। वहीं, अगर बोड़ा जनार्दन की बात करें तो वह वह चेन्नूर विधानसभा क्षेत्र से 4 बार विधायक रह चुके हैं। 1985 से लेकर 2004 तक वह लगातार 19 वर्षों तक क्षेत्र के विधायक रहे। इससे पहले भी कई टीडीपी नेता भाजपा में शामिल हो चुके हैं। कॉन्ग्रेस से भाजपा में शामिल होने वालों में एक नाम शशिधर रेड्डी का है। 4 बार विधायक रह चुके रेड्डी संयुक्त राष्ट्र में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।
भाजपा ज्वाइन करने वाले दूसरे कॉन्ग्रेस नेता का नाम शेख रहमतुल्ला है। जानकारी देते चलें कि दक्षिण भारत में कॉन्ग्रेस के एक अन्य नेता और पूर्व सांसद एपी अब्दुल्ला कुट्टी कॉन्ग्रेस से निष्कासित होने के बाद बुधवार को भाजपा में शामिल हो गए। कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा की उपस्थिति में अब्दुल्ला कुट्टी भाजपा में शामिल हुए थे। दक्षिण भारत में अपना संगठन मजबूत करने में लगी भाजपा लगातार नेताओं को अपने साथ जोड़ रही है।