केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार (फ़रवरी 1, 2021) को आम बजट पेश किया, जिसमें स्वास्थ्य क्षेत्र को लेकर बड़ी घोषणाएँ हुईं। पूरा का पूरा 2020 कोरोना वायरस के बीच निकला और लॉकडाउन में PM केयर्स के फंड्स से वेंटिलेटर्स खरीदे गए। टीके के लिए भी फंड्स जारी किए गए। ऐसे में, उम्मीद थी कि इस वर्ष के बजट में स्वास्थ्य सेवाओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। और ऐसा ही हुआ है।
केंद्रीय वित्त मंत्री ने बजट पेश करते हुए कहा कि भारत के पास कोरोना महामारी के दो टीके हैं, दो और टीके जल्दी ही आने वाले हैं। उन्होंने बताया उन्होंने कहा कि सरकार ने सबसे संवेदनशील वर्गों को सहारा देने के लिए, PMGKY, तीन आत्मनिर्भर पैकेज और बाद में की गईं घोषणाएँ अपने आप में 5 मिनी बजट के समान थीं। उन्होंने बताया कि आत्मनिर्भर पैकेजों ने ढाँचागत सुधारों की हमारी गति को बढ़ाया।
The investment on health infrastructure in this budget has increased substantially. Progressively, as institutions absorb more, we shall commit more.
— BJP (@BJP4India) February 1, 2021
We focus on strengthening three areas – preventive, curative and well-being.#AatmanirbharBharatKaBudget pic.twitter.com/omtqHh0Z1m
उन्होंने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि कोरोना वैक्सीन के लिए 35,000 करोड़ रुपए के बजट का आवंटन किया गया है। WHO के स्थानीय मिशन को भारत में लॉन्च किया जाएगा। स्वास्थ्य क्षेत्र में पिछली बार के बजट के मुकाबले इस बार 137% अधिक का फंड रखा गया है। केंद्र सरकार ने ‘आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना’ का ऐलान किया है, जिसके लिए 64180 करोड़ रुपए के भारी बजट का प्रबंध किया गया है।
वित्त मंत्री ने कहा कि बजट 2021-22 छः स्तंभों पर आधारित है। इनमें हेल्थ एंड वेलबिइंग (Health & wellbeing), वित्तीय पूँजी (Financial capital), समावेशी विकास (Inclusive growth), मानव पूंजी (Human capital), इनोवेशन एंड आरएंडडी (Innovation & R&D) और मिनिमम इंटरवेंशन्स (Minimum interventions) शामिल हैं। इन सब पर जोर दिया जाएगा।