अजमेर दरगाह के खादिम सलमान चिश्ती ने भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा का सिर काट कर लाने वाले को अपना मकान देने का ऐलान कर डाला। अजमेर की दरगाह शरीफ मैनेजमेंट कमिटी के सचिव सैयद सरवर चिश्ती ने कई टीवी चैनलों में घूम-घूम कर कहा कि वो इस बयान का समर्थन नहीं करते, लेकिन खुद के भड़काऊ बयानों पर सवाल पूछे जाने पर मर्यादा लाँघ दी। उन्होंने पूछा, “तुम्हारे बाप का नौकर हूँ क्या?”
इससे पहले उन्होंने कहा था, “आज जो अजमेर शहर में हिन्दू भाई जुलूस निकाल रहे हैं, हमने तो पिछले जुमे को निकाला था जब हमारे पैगंबर मुहम्मद की शान में गुस्ताखी की गई थी। हमारे पास तो इसका वाजिब कारण है। हम तो किसी के देवी-देवताओं की बेइज्जती नहीं करते। हमने नूपुर शर्मा की गिरफ़्तारी की माँग की थी, इस बात का जुलूस था। आप किस बात के लिए जुलूस निकाल रहे हैं? ये नूपुर शर्मा के समर्थन में जुलूस निकाला गया था, लेकिन अंत समय में पोस्टर-बैनर बदल दिया गया।
सैयस सरवर चिश्ती ने कहा था कि इसका अर्थ है कि कोई हमारे नबी की शान में गुस्ताखी करेगा और हम गिरफ़्तारी की माँग करेंगे तो आप उसके साथ एकता दिखाएँगे? उन्होंने यहाँ तक दावा कर डाला कि हिन्दुओं ने हमारे जले पर नमक छिड़का है। उन्होंने कहा कि ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह को पूरी दुनिया मानती है, ऐसे में इस जुलूस से उनकी भावनाएँ आहत हुई हैं। उन्होंने कहा कि आज मुस्लिम इन चीजों को बर्दाश्त नहीं करेगा।
ये सरवर चिश्ती हैं। अजमेर की दरगाह शरीफ़ के मैनेजमेंट कमेटी के नए-नए सचिव बने हैं।
— Shubhankar Mishra (@shubhankrmishra) July 6, 2022
कल तमाम Tv अख़बारों पर ‘सलमान चिश्ती’ के बयान की आलोचना कर रहे थे। पर जब इनके विवादित बोल पर 2 तीखे सवाल पूछेंगे तो इनकी ‘भाषा की मर्यादा’ सुनिए.. pic.twitter.com/D7O4I0HN3K
उन्होंने बाजार की दुकानें बंद होने पर भी हिन्दुओं पर निशाना साधा और कहा कि प्रशासन ने उन्हें जो आज़ादी दी, इसका उन्हें बहुत अफ़सोस हुआ है और ये दुकानदार दरगाह की खाते हैं और फिर नूपुर शर्मा के समर्थन में दुकान बंद करते हैं। उन्होंने प्रशासन पर इस जुलूस की अनुमति के लिए निशाना साधा, भले ही वो मौन जुलूस ही हो। उन्होंने कहा कि जिस औरत ने हमारे नबी की शान में गुस्ताखी की, उसको गिरफ्तार करने की माँग के खिलाफ उसके साथ एकता दर्शाने की माँग से हमारी भावनाएँ आहत हुई हैं।
वहीं सलमान चिश्ती के बयान पर सैयद सरवर चिश्ती ने कहा कि वो हिस्ट्रीशीटर है, ड्रग्स का आदी है और पागल है। उन्होंने इस बयान को दरगाह से न जोड़ने की सलाह देते हुए कहा कि दरगाह के सभी लोगों ने इसकी निंदा की है। उन्होंने इस दरगाह को सूफीवाद का प्रतीक बताते हुए कहा कि खादिम दूसरे धर्म के जुलूस पर भी फूल बरसाते हैं। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने जब कह दिया कि देश में कलह के लिए, उदयपुर में हत्याकांड के लिए नूपुर शर्मा को जिम्मेदार ठहराया है, ऐसे में दिल्ली पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार न कर के उनके लिए रेड कारपेट क्यों बिछाया?
उनसे दरगाह के सामने गौहर चिश्ती द्वारा ‘सर तन से जुदा’ के नारे पर कहा कि ये पूरी तरह गलत है और इस्लाम में इसकी कोई गुंजाइश नहीं है, लेकिन इसे उदयपुर की घटना से जोड़ना गलत है। उन्होंने मुस्लिमों की हत्याओं के लिए धर्म सभाओं में त्रिशूल बाँटे जाने को पूरा हिन्दू समुदाय सेलिब्रेट किए जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि कठुआ के बलात्कारियों को माला पहना कर स्वागत किया। हालाँकि, फिर उन्होंने पूरे हिन्दू समुदाय को लपेटने वाले बयान पर कह दिया कि वो अपने शब्द वापस ले रहे हैं।
वहीं जब उनसे पूछा गया कि नूपुर शर्मा ने अपने शब्द वापस ले लिए हाँ, तो उन्होंने पूछा कि उनकी गिरफ़्तारी क्यों नहीं हुई? उन्होंने ‘इंडिया टीवी’ के एंकर सौरभ शर्मा से बात करते हुए कहा कि ‘आपकी कम्युनिटी’ ने नूपुर शर्मा का समर्थन किया। वहीं शिवलिंग के अपमान पर उन्होंने कहा कि इस्लाम में इसकी सख्ती से मनाही है और हम ऐसे नहीं करते। इससे पहले एक ऑडियो क्लिप वायरल हुआ, जिसमें कहा गया कि जायरीनों की बदौलत कमाने वाले दुकानदारों की इतनी हिम्मत हो गई कि वो नूपुर शर्मा के समर्थन में दुकानें बंद कर रहे हैं, इन्हें धंधा के लिए तरसा दें।
इससे पहले सैयद सरवर चिश्ती का एक और बयान वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने कहा था कि मुस्लिम ऐसा अभियान चलाएँगे कि भारत हिल जाएगा। उन्होंने कहा कि नबी की शान में गुस्ताखी बर्दाश्त नहीं की जाएगी और ऐसा करने वाले हर व्यक्ति के खिलाफ हमें कार्य करना होगा। बता दें कि सलमान चिश्ती को उसके भड़काऊ बयान के लिए गिरफ्तार किया जा चुका है। उदयपुर के साथ-साथ अमरावती में भी जिहादियों द्वारा नूपुर शर्मा के समर्थन के लिए की गई हत्याओं से देश अभी उबरा नहीं है।