यूपी के हरदोई में एक जनसभा के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मोहम्मद अली जिन्ना की तुलना महात्मा गाँधी, जवाहरलाल नेहरू और सरदार पटेल के साथ की। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें किसी भी तरह का संघर्ष करना पड़ा होगा तो वह पीछे नहीं हटे। अखिलेश के बयान पर बीजेपी ने हमला करते हुए कहा कि जाति और मजहब की राजनीति करने वाले अखिलेश यादव ऑस्ट्रेलिया से पढ़कर आए हैं। उनके इस ज्ञान को सुनकर मुलायम सिंह भी माथा पकड़ लेंगे। देश मुहम्मद अली जिन्ना को विभाजन का खलनायक मानता है। जिन्ना को आजादी का नायक कहना मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति है।
जनसभा को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा, “सरदार पटेल जमीन को पहचानते थे और जमीन को देखकर फैसले लेते थे। वह जमीन को समझ लेते थे तभी फैसला लेते थे, इसीलिए आयरन मैन के नाम से जाने जाते थे। सरदार पटेल जी, राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी, जवाहरलाल नेहरू और जिन्ना एक ही संस्था में पढ़ कर बैरिस्टर बन कर आए थे। एक ही जगह पर पढ़ाई-लिखाई की। वह बैरिस्टर बने। उन्होंने आजादी दिलाई अगर उन्हें किसी भी तरह का संघर्ष करना पड़ा होगा तो वह पीछे नहीं हटे।”
#WATCH | Sardar Patel, Mahatma Gandhi, Jawaharlal Nehru and (Muhammad Ali) Jinnah studied in the same institute. They became barristers and fought for India’s freedom… It was Iron Man Sardar Vallabhbhai Patel who imposed a ban on an ideology (RSS): SP chief Akhilesh Yadav pic.twitter.com/Pz3HkSrqn8
— ANI UP (@ANINewsUP) October 31, 2021
यादव ने आगे कहा, “एक विचारधारा जिस पर पाबंदी लगाई, अगर किसी ने पाबंदी लगाई थी तो लौह पुरुष सरदार पटेल जी ने उस विचारधारा पर पाबंदी लगाने का काम किया था। आज जो देश की बात कर रहे हैं वह हमें और आपको जाति और धर्म में बाँटने की बात कर रहे हैं। अगर हम जाति और धर्म में बँट जाएँगे तो हमारा, देश क्या होगा, दुनिया में हमारे देश की सबसे बड़ी पहचान यही है। हम अलग-अलग जाति और धर्म के लोग एक साथ रहने का काम करते हैं।”
सरदार वल्लभ भाई पटेल के 146वें जन्मदिवस के अवसर पर हरदोई जिले के माधौगंज कस्बे के एलपीएस स्कूल में समाजवादी विजय रथ यात्रा लेकर पहुँचे पूर्व मुख्यमंत्री और सपा मुखिया अखिलेश यादव ने बीजेपी और योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा। अखिलेश यादव ने कहा कि सपा नेताओं के खिलाफ जो ईडी और सीबीआई की जाँच चल रही है, वह कॉन्ग्रेस और भाजपा की देन है। कॉन्ग्रेस और भाजपा में कोई अंतर नहीं है। इस दौरान अखिलेश यादव ने कॉन्ग्रेस को भाजपा और भाजपा को कॉन्ग्रेस बताया।
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने रविवार को ट्वीट किया “सरदार पटेल की जयंती पर अखिलेश यादव मोहम्मद अली जिन्ना का गुणगान क्यों कर रहे हैं?”
सरदार पटेल जी की जयंती पर @yadavakhilesh मोहम्मद अली जिन्ना का गुणगान क्यों कर रहे है? pic.twitter.com/FWRVPX9eYO
— Swatantra Dev Singh (@swatantrabjp) October 31, 2021
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के जल शक्ति मंत्री डॉक्टर महेंद्र सिंह ने रविवार को अखिलेश यादव का वीडियो साझा करते हुए ट्वीट किया “सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की जयंती के अवसर पर भी इनको अपने आदर्श ‘जिन्ना’ याद आ ही गए।”
सरदार पटेल की तुलना आप जिहादी जिन्ना से किया है, जो भारत विभाजन का ज़िम्मेदार है। आप @yadavakhilesh ने 30 -10-90,2-11-90 को निहत्थे राम भक्तों का अयोध्या में कत्लेआम किया था।तुष्टिकरण में इतना मत गिरो।@JPNadda @aajtak @myogiadityanath @Republic_Bharat @ABPNews @ippatel @ANI pic.twitter.com/aPAq94QhLi
— Brij Lal (@BrijLal_IPS) October 31, 2021
भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सदस्य और उत्तर प्रदेश के पूर्व पुलिस महानिदेशक बृजलाल ने एक वीडियो जारी कर कहा “अखिलेश यादव जी ने सरदार पटेल की तुलना जिन्ना से की है, नेहरू से की है और कहा है कि उनका भी आजादी में योगदान रहा है। अखिलेश यादव जी, सरदार पटेल की जयंती के एक दिन पहले 30 अक्टूबर, 1990 को आपके पिता श्री (मुलायम सिंह यादव) ने रामभक्तों पर अयोध्या में गोली चलवाई थी, माँ सरयू का आँचल लाल हो गया था। अब नवंबर आने वाला है। आज 31 अक्टूबर है। इतिहास पढ़ लेना उस दिन कनक भवन और हनुमानगढ़ी के बीच रामभक्तों का कत्लेआम किया गया था। 50 से ज्यादा लोग मारे गए थे, तो ऐसे अखिलेश यादव तुम जिन्ना की तारीफ तो करोगे ही लेकिन इस प्रदेश के लोग, यहाँ के राष्ट्रवादी, चाहे यहाँ के राष्ट्रवादी मुसलमान तुमको कभी माफ नहीं करेंगे।” ट्वीट करते हुए उन्होंने कहा कि तुष्टिकरण में इतना नीचे मत गिरो।