Tuesday, May 30, 2023

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Sardar Patel

माँ को मुखाग्नि दे राजधर्म निभाने निकल पड़े PM मोदी, कभी पत्नी की मौत की खबर मिलने के बाद भी कर्मपथ पर डटे रहे...

पीएम मोदी अपनी माँ के पार्थिव शरीर को मुखाग्नि देने के बाद कुछ घंटे बाद ही अपने काम पर लौट आए। सरदार पटेल और सीएम योगी भी ऐसा कर चुके हैं।

‘अगर सरदार पटेल भारत को एक कर पाए तो इसका श्रेय जगद्गुरु शंकराचार्य को जाता है’: बोले राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान – राजनीतिक रूप...

राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि केरल 'ज्ञान की खोज करने वालों' के लिए बहुत ही अनुकूल जगह है। शंकराचार्य को दिया देश की एकता का श्रेय।

‘आप पूछते हैं कि आपकी वफादारी पर सवाल क्यों उठाए जा रहे, ये आप खुद से पूछिए’: कन्हैया लाल की हत्या के बीच सुनिए...

आजाद भारत के पहले गृहमंत्री सरदार पटेल ने कहा था कि जो मुस्लिम अभी भी भारत में हैं, उनमें से कई ने पाकिस्तान बनाने में मदद की थी।

महात्मा गाँधी की अंतिम इच्छा: सरदार पटेल ने बहुत चाहा, नेहरू के कारण पूरी नहीं कर पाए

नेहरू ने सार्वजनिक रूप से अधिकारियों के सामने सरदार पटेल को बेइज्जत किया। पटेल ने इसे 17 अक्टूबर 1950 को राजगोपालाचारी के साथ साझा किया।

‘सरदार की जयंती पर जिन्ना का गुणगान क्यों’: अखिलेश यादव ने गाँधी-पटेल से की तुलना, स्वतंत्रता संग्राम का बताया नायक

यूपी के हरदोई में एक जनसभा के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मोहम्मद अली जिन्ना की तुलना महात्मा गाँधी, जवाहरलाल नेहरू और सरदार पटेल के साथ की।

नेहरू ने राष्ट्रपति डॉ प्रसाद को सरदार पटेल के अंतिम संस्कार में जाने से रोका था, बेटी से थैले भर रुपए ले लिए पर...

सरदार पटेल के निधन के बाद पीएम नेहरू ने राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद को उनके अंतिम संस्कार में जाने से मना किया था। वो सरदार पटेल को सिर्फ एक साधारण मंत्री समझते थे।

‘सरदार पटेल की जिन्ना से थी साँठ-गाँठ’: सोनिया-राहुल की बैठक में कश्मीरी नेता का बयान, BJP ने बताया ‘लौह पुरुष’ का अपमान

जम्मू कश्मीर की राजधानी श्रीनगर के सांसद रहे तारिक हमीद कारा पर कॉन्ग्रेस पार्टी की बैठक में सरदार पटेल पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप।

एक साथ 8 ट्रेनें, सब से पहुँच सकेंगे सरदार पटेल की सबसे ऊँची मूर्ति तक: केवड़िया होगा देश का पहला ‘ग्रीन बिल्डिंग’ स्टेशन

इस रेल कनेक्टिविटी का सबसे बड़ा लाभ स्टेचू ऑफ़ यूनिटी देखने के लिए आने वाले पर्यटकों को मिलेगा। इसके अलावा इस कनेक्टिविटी से केवड़िया में...

‘सत्याग्रह क्षणिक उत्साह नहीं, अनुशासन से होता है’: जब बारदोली में किसान आंदोलन का नेतृत्व कर ‘सरदार’ बने वल्लभभाई पटेल

आज 'किसान आंदोलन' के बहाने दंगाइयों का समर्थन हो रहा है और खालिस्तानियों को बढ़ावा दिया जा रहा है। ऐसे में हमें बारदोली सत्याग्रह को याद करने की ज़रूरत है।

‘मुसलमानों ने मजहब नहीं भारत को चुना’ – यह एक मिथक है, यकीन न हो तो सरदार पटेल का 1948 वाला यह भाषण सुनिए

सरदार पटेल ने जनवरी 1948 में कोलकाता में अपने भाषण में उन भावनाओं को आवाज़ दी जो हमारे ‘धर्मनिरपेक्ष’ नेताओं को गहरा मानसिक आघात दे सकते हैं।

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