गुरुवार को राँची में आयोजित एक निजी टीवी चैनल के कार्यक्रम ‘एजेंडा झारखण्ड’ में गृहमंत्री अमित शाह ने कई सवालों के जवाब दिए। कई मुद्दों पर बेबाकी से अपनी राय रखते हुए शाह ने देश के सामने उन सभी सवालों का जवाब दिया जिसके लिए उनके आलोचक उनपर निशाना साधते हैं।
एक रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने कश्मीर से लेकर संसद में प्रज्ञा सिंह ठाकुर के बयान और महाराष्ट्र को लेकर सवालों के जवाब दिए। महाराष्ट्र के सियासी घटनाक्रम पर बोलते हुए शाह ने कहा कि उन्होंने न तो किसी भी तरह से हॉर्स ट्रेडिंग की और न ही उन्होंने गठबंधन तोड़ा। उन्होंने कॉन्ग्रेस पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह पार्टी तो अपने साथ अस्तबल ही ले गई।
संसद में प्रज्ञा सिंह ठाकुर के बयान को लेकर उपजे हंगामे पर बोलते हुए गृहमंत्री ने कहा कि उनपर कार्रवाई की जाएगी। केंद्र सरकार को लम्बे समय से कश्मीर के मामले पर घेरने वालों को जवाब देते हुए उन्होंने राज्य में लगे प्रतिबंधों पर कहा कि इन्टरनेट कभी भी 40 हज़ार लोगों की जान से ज्यादा कीमती नहीं हो सकता। उल्टे उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में खून की नदियाँ बहने के दावे करने वाले गुलाम नबी आज़ाद आज कहाँ हैं? वे बोले कि इस पूरी कार्रवाई के दौरान सुरक्षाबालों की गोली से एक भी व्यक्ति की मौत नहीं हुई, कहीं भी कर्फ्यू नहीं लगाया गया है।
कार्यक्रम के दौरान शाह ने गाँधी परिवार की सुरक्षा को लेकर भी सरकार का रुख स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि गाँधी परिवार के सुरक्षा के स्तर को बदल दिया गया है। शाह बोले कि इस परिवार को देश की सबसे अच्छी सुरक्षा मुहैय्या कराई गई है। उन्होंने कहा कि जब पूर्व प्रधानमंत्रियों की एसपीजी सुरक्षा हटा ली गई तब तो कोई कॉन्ग्रेसी नेता नहीं बोला मगर अब फेरबदल पर भी हाय-तौबा मची हुई है। वहीं आर्टिकल 370 पर बात करते हुए उन्होंने 1990 के नरसंहार की भी याद दिलाई जब 40 हज़ार लोगों की जान चली गई थी। उन्होंने कहा कि देश की जनता मोदी सरकार को इसके लिए धन्यवाद दे रही है।