पश्चिम बंगाल में एक बार फिर से सत्तारुढ़ तृणमूल कॉन्ग्रेस की गुंडागर्दी सामने आई है। जानकारी के मुताबिक राज्य के बीरभूम जिले के इल्लमबाजार क्षेत्र में टीएमसी के गुंडों ने भाजपा के कार्यालय में तोड़-फोड़ की और फिर उसे आग के हवाले कर दिया। बीजेपी के एक स्थानीय नेता का कहना है कि टीएमसी के गुंडों ने यह हमला रविवार (मार्च 1, 2020) को उस समय किया था, जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह राज्य में CAA के समर्थन में रैली करने पहुँचे थे।
बीजेपी नेता गोपाल सरकार ने टीएमसी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उस समय उनकी पार्टी के नेता कार्यालय के आस-पास न होकर रैली में गए थे। इसी दौरान उन लोगों ने मौके का फायदा उठाकर पहले कार्यालय पर हमला किया और फिर उसमें आग लगा दी। भाजपा का आरोप है कि इस घटना को तृणमूल कॉन्ग्रेस के उपद्रवियों ने अंजाम दिया है, क्योंकि राज्य में भाजपा की संगठनात्मक शक्ति बढ़ रही है, और टीएमसी इससे भयभीत है।
इसके साथ ही पश्चिम बंगाल में भाजपा की एक महिला नेता के घर पर फायरिंग होने की खबर है। बताया जा रहा है कि सोमवार (मार्च 2, 2020) को बीजेपी नेता अर्चना विश्वास के घर पर टीएमसी के गुंडों ने दो राउंड फायरिंग की। भाजपा का दावा है कि उनके घर के ऊपर टीएमसी के गुंडों ने इसलिए फायरिंग की, क्योंकि उन्होंने 1 मार्च को अमित शाह की रैली में हिस्सा लिया था।
इसके अलावा टीएमसी की गुंडागर्दी की एक और खबर सामने आई है। जानकारी के मुताबिक सीएए के समर्थन में 1 मार्च को कोलकाता के शहीद मीनार मैदान में हुई केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की सभा से लौट रहे भाजपा कार्यकताओं पर हमले हुए। भाजपा का आरोप है कि महानगर के हेस्टिंग्स व हुगली जिले में शाह की सभा से लौट रहे भाजपा कार्यकर्ताओं पर टीएमसी के गुंडों ने हमला किया। उनका कहना है कि इन घटनाओं में दर्जन भर कार्यकर्ता जख्मी हुए हैं। इस घटना में भाजपा की ओर से थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
गौरतलब है कि पिछले दिनों पश्चिम बंगाल के सोनारपुर में एक बीजेपी नेता नारायण विश्वास की निर्मम हत्या कर दी गई थी। भाजपा ने हत्या का आरोप टीएमसी पर लगाया था। गुंडों ने पहले मृतक को गोली मारी गई और जब वो जख्मी होकर नीचे गिर गए, तो हमलावरों ने धारदार हथियार से उनकी हत्या कर दी।