केन्द्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने राहुल गाँधी के आरक्षण खत्म करने वाले बयान पर हमला बोला है। उन्होंने साफ़ कर दिया है कि जब तब भाजपा है तब देश में आरक्षण को कोई खतरा नहीं है। उन्होंने राहुल गाँधी पर विभाजनकारी राजनीति करने का आरोप लगाया है।
गृह मंत्री अमित शाह ने एक्स (पहले ट्विटर) पर लिखा, “देशविरोधी बातें करना और देश को तोड़ने वाली ताकतों के साथ खड़े होना राहुल गाँधी और कॉन्ग्रेस पार्टी की आदत सी बन गई है। चाहे जम्मू-कश्मीर में JKNC के देशविरोधी और आरक्षण विरोधी एजेंडे का समर्थन करना हो, या फिर विदेशी मंचों पर भारत विरोधी बातें करनी हो, राहुल गाँधी ने देश की सुरक्षा और भावना को हमेशा आहत किया है। भाषा से भाषा, क्षेत्र से क्षेत्र और धर्म से धर्म में भेदभाव लाने की बात करना राहुल गाँधी की विभाजनकारी सोच को दर्शाता है।”
देशविरोधी बातें करना और देश को तोड़ने वाली ताकतों के साथ खड़े होना राहुल गाँधी और कांग्रेस पार्टी की आदत सी बन गई है। चाहे जम्मू-कश्मीर में JKNC के देशविरोधी और आरक्षण विरोधी एजेंडे का समर्थन करना हो, या फिर विदेशी मंचों पर भारत विरोधी बातें करनी हो, राहुल गाँधी ने देश की सुरक्षा…
— Amit Shah (@AmitShah) September 11, 2024
इसके बाद गृह मंत्री शाह ने राहुल गाँधी के आरक्षण खत्म करने वाले बयान को लेकर निशाना साधा। उन्होंने लिखा, “राहुल गाँधी ने देश से आरक्षण को समाप्त करने की बात कह कर कॉन्ग्रेस का आरक्षण विरोधी चेहरा एक बार फिर से देश के सामने लाने का काम किया है। मन में पड़े विचार और सोच किसी न किसी माध्यम से बाहर आ ही जाते हैं। मैं राहुल गाँधी को बताना चाहता हूँ कि जब तक भाजपा है, आरक्षण को कोई छू भी नहीं सकता और देश की एकता के साथ कोई खिलवाड़ नहीं कर सकता।”
गृह मंत्री अमित शाह का राहुल गाँधी पर यह हमला अमेरिका की जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी में दिए गए बयान पर किया है। राहुल गाँधी से जब यह सवाल पूछा गया कि भारत में जातिगत आधार पर आरक्षण कब खत्म होगा तो उन्होंने कहा, ”हम आरक्षण खत्म करने की तब सोचेंगे जब भारत में निष्पक्षता होगी। अभी भारत में निष्पक्षता नहीं है। अभी कुछ ऊँची जातियों के लोग भी कहते हैं कि हमने आखिर क्या गलत किया है, हमें क्या सजा मिल रही है।”
VIDEO | "I was watching the (Lok Sabha) elections… there was a point in elections when we sat down with our treasurer, and he was saying look the bank accounts are frozen. The Congress party fought the elections with their bank accounts frozen and has basically destroyed the… pic.twitter.com/0TfSLZ9Vk8
— Press Trust of India (@PTI_News) September 10, 2024
गृह मंत्री अमित शाह से पहले बसपा सुप्रीमो मायावती और केन्द्रीय मंत्री चिराग पासवान ने राहुल गाँधी पर हमला बोला था। मायावती ने कॉन्ग्रेस को आरक्षण विरोधी बताते हुए पिछड़े वर्ग को इनसे सावधान रहने की सलाह दी थी। मायवती ने अंदेशा जताया था कि अगर केंद्र में कॉन्ग्रेस की सरकार आ गई तो वह आरक्षण खत्म कर देगी। केन्द्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा था कि राहुल गाँधी के बयान से कॉन्ग्रेस की मानसिकता का पर्दाफाश हुआ है।
राहुल गाँधी और कॉन्ग्रेस पार्टी इस बयान के बाद से बैकफुट पर है। कॉन्ग्रेस पार्टी अब लगातार आरक्षण पर राहुल गाँधी का बचाव कर रही है। हालाँकि, दलित नेता लगातार कॉन्ग्रेस पर लगातार हमलावर हैं। कॉन्ग्रेस की सफाई भी काम नहीं आ रही है।