Tuesday, September 17, 2024
Homeराजनीति'अंकल सैम' से लेकर 'अंकल सोरोस' तक, महाभारत से लेकर कॉन्ग्रेस के घोटालों तक......

‘अंकल सैम’ से लेकर ‘अंकल सोरोस’ तक, महाभारत से लेकर कॉन्ग्रेस के घोटालों तक… संसद में अनुराग सिंह ठाकुर ने राहुल गाँधी को चखाया ‘हलवा’, बोले – जिसकी जाति पता नहीं वो…

हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर से सांसद अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि कुछ लोग एक्सीडेंटल हिंदू हैं, और उनका महाभारत का ज्ञान भी एक्सीडेंटल ही है।

संसद में बजट सत्र के दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने मंगलवार (30 जुलाई, 2024) को अकेले पूरे विपक्ष की धज्जियाँ उड़ा दी और उनके प्रपंच की हवा निकाल दी। जब अखिलेश यादव ने कहा कि वो मिलिट्री स्कूल में पढ़े हुए हैं तो अनुराग ठाकुर ने करारा जवाब देते हुए कहा कि वो आज भी टेरिटोरियल आर्मी की 124वीं रेजिमेंट में कैप्टन के रैंक पर अपनी सेवाएँ दे रहे हैं। उन्होंने अखिलेश यादव को सलाह दी कि वो ज्ञान न बाँटे, राहुल गाँधी के साथ मिल कर अफवाह न फैलाएँ।

अनुराग ठाकुर ने कहा कि एक नेता ने संसद में खड़े होकर कमल पर कटाक्ष किया, पता नहीं कमल से उनका क्या विरोध है। उन्होंने याद दिलाया कि ‘राजीव’ नाम का अर्थ भी कमल होता है। बता दें कि राहुल गाँधी के पिता का नाम राजीव गाँधी था। अनुराग ठाकुर ने कहा कि राहुल गाँधी ने ‘राजीव’ शब्द को हिंसा के साथ जोड़ा। उन्होंने इस दौरान याद दिलाया कि माँ लक्ष्मी का आसन कमल है, हमारे राष्ट्रीय पुष्प कमल है, भगवान शिव पद्मासन में होते हैं और लोकमान्य गंगाधर तिलक ने पद्मासन में ही समाधि ली थी।

उन्होंने राहुल गाँधी को सलाह दी कि केवल रील के नेता मत बनिए, रियल नेता बनने के लिए सच बोलना पड़ता है। हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर से सांसद अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि कुछ लोग एक्सीडेंटल हिंदू हैं, और उनका महाभारत का ज्ञान भी एक्सीडेंटल ही है। उन्होंने कहा कि महाभारत में 7 महारथियों ने मिल कर अभिमन्यु का वध किया था, लेकिन राहुल गाँधी ने कभी महाभारत शायद पढ़ी या देखी भी नहीं होगी, उन्हें ‘अंकल सैम’ या ‘अंकल सोरोस’ ने लिख कर दिया होगा, कहीं से पर्ची बन कर आई होगी और ‘कूल ड्यूड’ बनने का प्रयास किया गया।

उन्होंने कहा कि गुजरात से लेकर दिल्ली तक जिस अभिमन्यु को घेरने की कोशिश कर रहे हैं पिछले 22 वर्षों से, आपकी सरकारें निपट गईं लेकिन आप उन्हें नहीं निपटा पाए क्योंकि वो जनता के दिलों में बसते हैं। अनुराग ठाकुर ने कहा कि भले ही आपके पास ‘नारायणी सेना’ हो, लेकिन हमारे साथ स्वयं श्रीकृष्ण हैं, धर्म हमारे साथ हैं। उन्होंने NDA सांसदों की संख्या गिनाते हुए कहा कि यहाँ 293 अभिमन्यु बैठे हैं। उन्होंने कहा – हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंता, शरण में रख दिया हाथ तो किस बात की चिंता।

अनुराग ठाकुर ने इस दौरान कॉन्ग्रेस के ‘हलवा’ वाले कमेंट पर घोटाले पर घोटाले गिनाते हुए कहा कि इन घोटालों का हलवा किसने खाया? उन्होंने कहा कि जैसे मदारी के कंधे पर बंदर होता है, वैसे ही राहुल गाँधी के कंधे पर झूठ का बंडल होता है। उन्होंने कहा, “जीप घोटाले का हलवा किसने खाया?” इसी तरह उन्होंने कोयला, अंतरिक्ष, सबमरीन, अगस्ता-वेस्टलैंड, 2G स्कैम, कॉमनवेल्थ गेम्स घोटाला और चारा घोटाला जैसे स्कैम्स का नाम लेते हुए राहुल गाँधी से पूछा कि हमवा फीका था या मीठा?

अनुराग ठाकुर ने कहा, “इनके लिए OBC का मतलब है – ऑनली फॉर ब्रदर-इन-लॉ कमीशन। जिस पार्टी ने अपने पार्टी के दलित अध्यक्ष को पार्टी से बाहर निकाल दिया, उसके शहजादे हमें ज्ञान बाँट रहे हैं। इन्हें समझना होगा कि LoP मतलब लीडर ऑफ अपोजिशन होता है, न कि लीडर ऑफ प्रोपेगंडा नहीं। जिसे अपनी जाति का पता नहीं, वो जाति जनगणना की बात करता है। मंडल आयोग की और काका कालेलकर की रिपोर्ट पर वर्षों तक कौन बैठा रहा, इस पर जवाब देना होगा।”

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘हिंदुस्तान में रहना है तो, ख्वाजा-ख्वाजा कहना है’: गणेश पंडाल के आगे इस्लामी कट्टरपंथियों ने लगाए फिलीस्तीन जिंदाबाद के भी नारे, संदिग्ध को पुलिस...

UP के बलरामपुर में गणेश पंडाल के आगे मुस्लिम भीड़ ने फिलिस्तीन समर्थन के साथ लगाए हिंदुस्तान में रहना है तो ख्वाजा ख्वाजा कहना है जैसे नारे

शेख हसीना को हटाने की 2019 से ही चल रही थी साजिश, बांग्लादेश तख्तापलट में लगी थी कई अमेरिकी एजेंसियाँ: रिपोर्ट में दस्तावेजों के...

बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना को सत्ता से हटाने की योजना 2019 में ही बन गई थी। अमेरिका की अलग-अलग एजेंसियाँ इस काम में लगाई गईं थी।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -