दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविन्द केजरीवाल प्रवर्तन निदेशालय (ED) के समन पर एक बार फिर नहीं पहुँचे। ऐसा उन्होंने तीसरी बार किया है। वहीँ झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के करीबियों पर अवैध खनन के मामले में ED ने फिर छापेमारी की है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री को इससे पहले ED नवम्बर और दिसम्बर 2023 में बुला चुकी है। नवम्बर माह में उन्होंने मध्य प्रदेश चुनावों चुनावों जबकि दिसम्बर में विपश्यना साधना का कारण देकर ED की पूछताछ में जाने से मना कर दिया था। दिसम्बर में उन्हें 21 तारीख को बुलाया गया था।
Delhi CM Arvind Kejriwal will not go to the ED office today, CM wrote to ED.
— ANI (@ANI) January 3, 2024
"Ready to cooperate in ED investigation but the agency's notice is illegal. Their intention is to arrest Arvind Kejriwal. They want to stop him from election campaign: AAP https://t.co/Wh1GzkDAK4
अरविन्द केजरीवाल से ED दिल्ली शराब नीति घोटाला के मामले में पूछताछ करना चाहती है। इस मामले में दिल्ली के पूर्व उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पहले से ही जेल में बंद हैं। इन्हें फरवरी 2023 में ED ने पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था। AAP सांसद संजय सिंह भी इसी मामले में जेल में बंद हैं।
अरविंद केजरीवाल ने 3 जनवरी, 2024 को पूछताछ के लिए आने के विषय में भेजे गए समन का जवाब एक लिखित उत्तर में दिया है। उन्होंने ED द्वारा पूछताछ के लिए बुलाए जाने को अवैध बताया है। उन्होंने कहा है कि वह जाँच में सहयोग करने के लिए तैयार हैं लेकिन पूछताछ में शामिल नहीं होंगे।
इस मामले में दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की है। उन्होंने पूछा है कि ED मुख्यमंत्री केजरीवाल को आखिर किस हैसियत से इस मामले में बुला रही है, क्या उन्हें एक आरोपित की हैसियत से बुलाया जा रहा है या फिर गवाह की हैसियत से।
#WATCH | Delhi Minister Saurabh Bharadwaj says "Till date, neither ED nor Center have told us in what capacity they are calling Arvind Kejriwal, he is neither a witness nor an accused. Questions also arise because of the timing (of the summon). When all the parties are preparing… pic.twitter.com/JTk9L4MgoO
— ANI (@ANI) January 3, 2024
गौरतलब है कि दिल्ली सरकार 2021 में एक नई शराब नीति लेकर आई थी। दिल्ली सरकार पर इस नई शराब नीति के जरिए निजी विक्रेताओं को फायदा पहुँचाने और सरकार को इस धंधे से बाहर करने का आरोप है। इसके अलावा कहा गया है कि निजी विक्रेताओं को फायदा पहुँचाने के एवज में उन्हें करोड़ों रुपए का भुगतान किया गया।
झारखंड में भी हेमंत सोरेन के करीबियों पर कार्रवाई तेज
झारखंड में भी ED ने 3 जनवरी, 2024 को छापेमारी की है। यह छापेमारी अवैध खनन के मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के करीबियों पर की गई है। यह छापेमारी हेमंत सोरेन के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद और अन्य लोगों के 12 ठिकानों पर जारी है।
#WATCH | Ranchi: ED raids are underway at Jharkhand CM Hemant Soren's press advisor's residence Abhishek Prasad alias Pintu in connection with an illegal mining case.
— ANI (@ANI) January 3, 2024
Searches are being carried out at 12 locations including Abhishek Prasad's residence and the residence of… pic.twitter.com/fRuJWQkxw8
हेमंत सोरेन को अब तक ED सात बार पूछताछ के लिए समन भेज चुकी है लेकिन वह इसके सामने पेश नहीं हुए हैं। ED ने हाल ही में एक समन भेजा था जिस पर हेमंत सोरेन को 31 दिसम्बर, 2023 को पेश होना था। एजेंसी ने कहा था कि उन्हें यह आखिरी मौका दिया जा रहा है।
हेमंत सोरेन ने यह कह कर इसका जवाब दिया था कि एजेंसी उनके खिलाफ पक्षपात रवैया अपना रही है। इस बीच यह सुगबुगाहट भी तेज हो गई है कि हेमंत सोरेन अपनी पत्नी कल्पना सोरेन को मुख्यमंत्री बनाने वाले हैं। इस बात की चर्चा ने तब जोर पकड़ा जब झारखंड के एक निर्दलीय विधायक ने अपना इस्तीफ़ा दिया।