रामपुर से सपा सांसद आजम खान आगामी उपचुनावों के मद्देनजर अपनी पत्नी के लिए चुनाव प्रचार करने मैदान में उतर गए हैं। लेकिन उनकी हालत देखकर लगता है कि वो अपने ऊपर चल रहे मुकदमों के सदमे से बाहर नहीं निकल पा रहे।
कल रामपुर की जनता के बीच आजम खान अपने ऊपर लगे मुकदमों के बारे में बात करते हुए भावुक हो गए। उन्होंने भर्राए गले से अपनी स्थिति पर तंज कसते हुए कहा कि उनके ऊपर खुशियों का ऐसा पहाड़ टूटा है कि उनका 22 किलो वजन घट गया।
उन्होंने मंच से जनता को संबोधित करते हुए कहा, “जिंदगी का इतना लंबा सफर गुजारने के बाद तुम्हारा यह साथी 1 किलो वजन बढ़ाकर नहीं बल्कि 22 किलो वजन घटाकर आज तुम्हारे सामने खड़ा है। बस यही तो मिला आपसे संसद का चुनाव जीतने के बाद।”
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि वे अभी तक लोकसभा चुनाव में मिली जीत की कीमत अदा नहीं कर पाएँ हैं। इसके लिए न जाने उन्हें कितनी कीमत अदा करनी होगी।
उन्होंने पेड़ का उदाहरण देते हुए कहा कि अगर 100 साल के बूढ़े पेड़ पर डकैती के 100 मुकदमों की तस्वीर चस्पा कर दी जाएगी, तो वह टूट के गिर जाएगा। सपा सांसद ने चुनाव प्रचार की रैली में भावुक स्पीच देने के बाद कहा कि इस लड़ाई से वे न पीछे हट सकते हैं और न ही मैदान छोड़कर भाग सकते हैं।
गौरतलब है कि आजम खान पर फिलहाल 80 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हो रखे हैं और उनके ख़िलाफ़ स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम की जाँच भी चल रही हैं। जिस कारण वे अक्सर रामपुर से अब तक गायब ही दिखते थे, लेकिन पत्नी के चुनावी मैदान में उतरते ही वो दोबारा से रामपुर लौटे हैं और तंजीन फातिमा के लिए आयोजित कार्यक्रमों में पहुँचे। यहाँ वे अपने ऊपर सभी मामलों का हवाला देकर रौंधी आवाज से बोले, “आखिर मेरी गलती क्या है, मुझे इंसाफ दो।” उन्होंने लोगों से कहा मेरे माथे पर लिखी बदनसीबी आप लोग पढ़ने की कोशिश करो।↵