Sunday, September 1, 2024
Homeराजनीतिरामपुर की जनता के सामने आए आजम खान, कहा- खुशियों का ऐसा पहाड़ टूटा...

रामपुर की जनता के सामने आए आजम खान, कहा- खुशियों का ऐसा पहाड़ टूटा कि 22 किलो वजन घट गया

"जिंदगी का इतना लंबा सफर गुजारने के बाद तुम्हारा यह साथी 1 किलो वजन बढ़ाकर नहीं बल्कि 22 किलो वजन घटाकर आज तुम्हारे सामने खड़ा है। बस यही तो मिला आपसे संसद का चुनाव जीतने के बाद।"

रामपुर से सपा सांसद आजम खान आगामी उपचुनावों के मद्देनजर अपनी पत्नी के लिए चुनाव प्रचार करने मैदान में उतर गए हैं। लेकिन उनकी हालत देखकर लगता है कि वो अपने ऊपर चल रहे मुकदमों के सदमे से बाहर नहीं निकल पा रहे।

कल रामपुर की जनता के बीच आजम खान अपने ऊपर लगे मुकदमों के बारे में बात करते हुए भावुक हो गए। उन्होंने भर्राए गले से अपनी स्थिति पर तंज कसते हुए कहा कि उनके ऊपर खुशियों का ऐसा पहाड़ टूटा है कि उनका 22 किलो वजन घट गया।

उन्होंने मंच से जनता को संबोधित करते हुए कहा, “जिंदगी का इतना लंबा सफर गुजारने के बाद तुम्हारा यह साथी 1 किलो वजन बढ़ाकर नहीं बल्कि 22 किलो वजन घटाकर आज तुम्हारे सामने खड़ा है। बस यही तो मिला आपसे संसद का चुनाव जीतने के बाद।”

अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि वे अभी तक लोकसभा चुनाव में मिली जीत की कीमत अदा नहीं कर पाएँ हैं। इसके लिए न जाने उन्हें कितनी कीमत अदा करनी होगी।

उन्होंने पेड़ का उदाहरण देते हुए कहा कि अगर 100 साल के बूढ़े पेड़ पर डकैती के 100 मुकदमों की तस्वीर चस्पा कर दी जाएगी, तो वह टूट के गिर जाएगा। सपा सांसद ने चुनाव प्रचार की रैली में भावुक स्पीच देने के बाद कहा कि इस लड़ाई से वे न पीछे हट सकते हैं और न ही मैदान छोड़कर भाग सकते हैं।

गौरतलब है कि आजम खान पर फिलहाल 80 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हो रखे हैं और उनके ख़िलाफ़ स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम की जाँच भी चल रही हैं। जिस कारण वे अक्सर रामपुर से अब तक गायब ही दिखते थे, लेकिन पत्नी के चुनावी मैदान में उतरते ही वो दोबारा से रामपुर लौटे हैं और तंजीन फातिमा के लिए आयोजित कार्यक्रमों में पहुँचे। यहाँ वे अपने ऊपर सभी मामलों का हवाला देकर रौंधी आवाज से बोले, “आखिर मेरी गलती क्या है, मुझे इंसाफ दो।” उन्होंने लोगों से कहा मेरे माथे पर लिखी बदनसीबी आप लोग पढ़ने की कोशिश करो।↵

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

जनता की समस्याएँ सुन रहे थे गिरिराज सिंह, AAP पार्षद शहज़ादुम्मा सैफी ने कर दिया हमला: दाढ़ी-टोपी का नाम ले बोले केंद्रीय मंत्री –...

शहजादुम्मा मूल रूप से बेगूसराय के लखमिनिया का रहने वाला है। वह आम आदमी पार्टी का कार्यकर्ता है जो वर्तमान में लखमिनिया से वार्ड पार्षद भी है।

चुनाव आयोग ने मानी बिश्नोई समाज की माँग, आगे बढ़ाई मतदान और काउंटिंग की तारीखें: जानिए क्यों राजस्थान में हर वर्ष जमा होते हैं...

बिश्नोई समाज के लोग हर वर्ष गुरु जम्भेश्वर को याद करते हुए आसोज अमावस्या मनाते है। राजस्थान के बीकानेर में वार्षिक उत्सव में भाग लेते हैं।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -