पश्चिम बंगाल के शिक्षक भर्ती घोटाले में फँसे पूर्व मंत्री पार्था चटर्जी पर मंगलवार (2 अगस्त, 2022) को एक महिला ने गुस्से में चप्पल फेंक दी। इस दौरान महिला ने कहा, “ये नेता जनता का धन लूट रहे हैं। गरीब लोगों ने बहुत मेहनत से पैसा कमाया है, लेकिन पार्था जैसे लोगों के बेनकाब होने के बाद भी उन्हें महँगी गाड़ियों में घुमाया जा रहा है।”
Kolkata | A woman hurled a shoe at former WB Minister Partha Chatterjee while being taken to the ED office from ECI Hospital
— ANI (@ANI) August 2, 2022
“I had come to throw my shoe on him. He has taken money from poor people. I would have been happier if the shoe would have hit him on his head,” she said pic.twitter.com/aiXru6mhrC
रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह घटना तब हुई जब पार्था चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी को ईएसआई अस्पताल से उनकी नियमित जाँच के बाद ईडी कार्यालय ले जाया जा रहा था। निशाना चूकने के बाद महिला ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “मैं उस पर अपनी चप्पल फेंकने आई थी। उसने गरीब लोगों के पैसे लिए हैं। मुझे खुशी होती अगर चप्पल उसके सिर पर लगी होती।”
महिला ने फिर दोहराया कि पार्था ने मासूम लोगों को ठगा है और करोड़ों रुपए का घोटाला किया है। उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा, “भर्ती घोटाले का पर्दाफाश होने के बाद भी उन्हें (पार्था चटर्जी) लग्जरी सेवाएँ क्यों मुहैया कराई जा रही हैं? उन्हें AC कारों का उपयोग करने की अनुमति क्यों दी गई है? क्यों उन्हें व्हीलचेयर की सुविधा दी गई है? क्या वह चल नहीं सकता?।”
#BREAKING | Bengal cash scam: Angry woman picks up ‘Chappal’, hurls it at Partha Chatterjee; says ‘poor people earn money after hard work and people like Partha are being taken around in expensive cars’
— Republic (@republic) August 2, 2022
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इस बीच, चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी ने कहा कि ईडी ने उनके अपार्टमेंट से जो कैश बरामद किया है, वह उनका नहीं है। यह उनकी अनुपस्थिति में उनके घर पर रखा गया था। प्रवर्तन निदेशालय ने बीते दिनों अर्पिता मुखर्जी के घरों पर छापेमारी कर 50 करोड़ रुपए से ज्यादा कैश और 5 किलो सोना बरामद किया था। हालाँकि, 2 अगस्त को अर्पिता के ताजा बयान के बाद ईडी फिर से कोलकाता में उनके अन्य परिसरों में छापेमारी कर रही है।
बता दें कि साल 2014 के इस घोटाले को कई तरह से अंजाम दिया गया था। इसमें बिना मेरिट वालों को नौकरी दी गई। जो छठी कक्षा पास थे, उन्हें भी टीचर बना दिया गया। इतना ही नहीं, जिन्होंने एग्जाम ही नहीं दिया, उनका भी सिलेक्शन हो गया था। इन भर्तियों के लिए अभ्यर्थियों से लाखों रुपए लिए गए थे।
गौरतलब है कि हाई कोर्ट के निर्देश पर इस भर्ती घोटाले की सीबीआई जाँच कर रही है। वहीं, मनी लॉन्ड्रिंग की जाँच प्रवर्तन निदेशालय (ED) कर रहा है। बंगाल के पूर्व मंत्री पार्था चटर्जी और उनकी करीबी दोस्त अर्पिता मुखर्जी ईडी की हिरासत में हैं।