बीजेपी (BJP) के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने शनिवार (25 फरवरी 2023) को बिहार के लौरिया में आयोजित एक रैली में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा है। अमित शाह ने कहा कि नीतीश को हर तीन साल पर प्रधानमंत्री बनने का सपना आता है। इसके लिए वे कभी जंगलराज के प्रणेता लालू यादव की गोद में बैठ गए और सोनिया गाँधी की चरणों में लेेट गए।
अमित शाह ने कहा, “नीतीश ने जिस जंगलराज के खिलाफ लड़कर बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाई, उन्हीं लालू यादव की गोद में जाकर बैठ गए। नीतीश बाबू बहुत आया राम-गया राम कर लिए हैं। अब बीजेपी के दरवाजे उनके लिए बंद हो गए हैं।” उन्होंने कहा कि बिहार में जंगलराज है और इसकी मुक्ति का एक ही मार्ग है भाजपा की सरकार।
उन्होंने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी, लेकिन वादे के अनुसार नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाया गया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और जनता दल यूनाइटेड (JDU) का गठबंधन पानी और तेल जैसा है। दोनों कभी नहीं मिलते हैं। आरजेडी तेल और जेडीयू पानी है।
गृहमंत्री ने कहा कि पीएम बनने के लिए नीतीश कुमार कॉन्ग्रेस और आरजेडी की शरण में गए और बिहार का बंटाधार कर दिया। उन्होंने कहा कि आज बिहार की कानून व्यवस्था ध्वस्त है।हत्या, डकैती, अपहरण आम है। बोलने वाले पत्रकारों की हत्या हो रही है। उन्होंने कहा कि आज लालटेन की लौ से पूरा बिहार धधक रहा है। जंगलराज चल रहा है।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि नीतीश ने लालू के बेटे को सीएम बनाने का वादा किया है, लेकिन तारीख नहीं बता रहे हैं। लोकतंत्र में पारदर्शिता होनी चाहिए। अगर वादा किया है तो तारीख बताएँ कि वो तेजस्वी को कब मुख्यमंत्री बनाएँगे। उन्होंने कहा कि अभी तो आधा जंगलराज आया है। तेजस्वी के आने से बिहार में पूरा जंगलराज आ जाएगा।
नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि कुछ लोगों ने नीतीश को पीएम पद का झुनझुना पकड़ा दिया है। इसके चक्कर में वे विकासवादी से अवसरवादी बन गए। वे करोड़ों रुपए का विमान भी खरीद रहे हैं, मगर केंद्र में जगह खाली नहीं है। साल 2024 में प्रधानमंंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ही आने वाले हैं।
शाह ने कहा कि 15,000 करोड़ रुपए के तीन हाइवे प्रोजेक्ट पीएम मोदी ने दिए। पहला बेतिया-पटना-तमकुही तक। दूसरा गोरखपुर से सिलीगुड़ी और तीसरा बेतिया-पटना। लेकिन, नीतीश कुमार ने जमीन ही नहीं दी, क्योंकि लालू यादव का दबाव ह। उन्होंने कहा कि शराबबंदी में नक़ली शराब बेची जा रही है।