Monday, December 23, 2024
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‘नफरत की जमीन पर बन रहा राम मंदिर’: RJD के बिहार चीफ जगदानंद सिंह का विवादित बयान, कहा- अयोध्या में उन्मादियों के राम

राजद नेता का ये उस बयान उस वक्त आया है, जब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने त्रिपुरा में कहा था कि 1 जनवरी 2024 से भक्त अयोध्या के राममंदिर में भगवान राम का दर्शन कर सकेंगे। बता दें कि साल 2024 में ही लोकसभा का चुनाव होने वाला है। वहीं, इस साल (2023 में) 9 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।

बिहार की सत्ता में साझेदार राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के प्रदेश अध्यक्ष और दिग्गज नेता जगदानंद सिंह (Jagdanand Singh) ने अयोध्या के राम मंदिर (Ram Mandir, Ayodhya) को लेकर एक ऐसा बयान दिया है, जिसको लेकर राजनीतिक घमासान मच गया है। उन्होंने कहा कि नफरत की जमीन पर राम मंदिर बन रहा है और राम को भव्य महल में कैद नहीं किया जा सकता।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के खिलाफ बगावत का झंडा उठाने वाले RJD विधायक सुधाकर सिंह (Sudhakar Singh) के पिता जगदानंद सिंह कहा, “हम ‘हे राम’ में विश्वास करने वाले लोग हैं, ‘जय श्री राम’ में नहीं।” इसका वीडियो भी वायरल हो रहा है।

वीडियो में जगदानंद सिंह कह रहे हैं, “अब कण-कण से सिमट करके केवल पत्थरों की उस चहरदीवारी में राम चले गए। नफरत की जमीन पर राम के मंदिर का निर्माण हो रहा है। इंसानियत से बड़ा इस भारत में उन्मादियों के अब राम बचे हुए हैं। अब लोगों के, गरीबों के, झोपड़ी वालों के राम, तुलसी के, अयोध्या के राम, शबरी के जूठन खाने वाले राम अब भारत में नहीं हैं।”

भाजपा और RSS पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा, “अब केवल पत्थरों के बीच कैद राम रहेंगे, बाकी सब जगह के राम खत्म हो गए। मानी जाती थी कि भारत की भूमि राममय है, कृष्णमय है। अब ये सब खत्म हो गया। भारत का राम कण-कण में रहेंगे और RSS वालों के कारण वहाँ रहेंगे, जहाँ जा बैठे हैं।”

जगदानंद सिंह ने आगे कहा, “भारत राम का नहीं रहेगा और केवल एक मंदिर राम का रहेगा, पत्थरों के बीच में वे रहेंगे? अब वे लोगों के हृदय के बीच में नहीं रहेंगे? ना अयोध्या में राम कैद हुए और ना ना रावण को हराने के बाद लंका में रहे। राम का तो असली वास शबरी के झोपड़ी में हुआ और वे वहीं पर हैं। हम लोग ‘हे राम’ वाले हैं, ‘जय श्रीराम’ वाले नहीं।”

भाजपा ने इसे राजद की वोट बैंक की राजनीति बताया है। शहजाद पूनावाला ने कहा कि PFI बैन के दौरान भी राजद ने ऐसा ही बयान दिया था। इसके पहले SIMI को बैन करने के दौरान भी लालू यादव ने उसका बचाव किया था। हिंदू आस्था पर चोट वोट बैंक की पॉलिटिक्स के कारण की जा रही है। उन्होंने कहा कि ये कोई संयोग नहीं है, बल्कि वोट बैंक का प्रयोग है।

PFI बैन के समय जगदानंद सिंह ने कहा था, “RSS की तरह ही उनका भी संगठन (PFI) है। वे भी RSS की तरह अपने समुदाय की सेवा करना चाहते हैं, लेकिन आप उन्हें देशद्रोही क्यों कहते हैं?… जब भी सुरक्षा बलों द्वारा पाकिस्तानी एजेंटों को गिरफ्तार किया जाता है तो वे सभी RSS से संबंधित पाए जाते हैं।”

राजद नेता का ये उस बयान उस वक्त आया है, जब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने त्रिपुरा में कहा था कि 1 जनवरी 2024 से भक्त अयोध्या के राममंदिर में भगवान राम का दर्शन कर सकेंगे। बता दें कि साल 2024 में ही लोकसभा का चुनाव होने वाला है। वहीं, इस साल (2023 में) 9 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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