बिहार में सियासी भूचाल उठा हुआ है। ऐसे में इसे और भड़काने का काम राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के विधायक फतेह बहादुर सिंह कुशवाहा ने किया है। उन्होंने हिंदू धर्म और देवी-देवताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी की है। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। चारा घोटाले के दोषी लालू यादव की पार्टी के विधायक फतेह ने माँ सरस्वती और ब्रह्मा को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की है।
कुशवाहा समाज से ताल्लुक रखने वाले और बिहार के रोहतास जिले के डेहरी से सत्ताधारी RJD के विधायक फतेह ने कहा, “आप ही के ग्रंथ में लिखा हुआ कि सुरसती (सरस्वती) जो है, ब्रह्मा की बेटी है और ब्रह्मा जी का अपनी ही पुत्री पर नियत खराब हुआ और उन्होंने (ब्रह्मा) उनके साथ शादी कर लिया। आप खुद समझिए… पूजा किसका होता है, चरित्रवान का या चरित्रहीन का?”
"चरित्रहीन की पूजा नहीं होती"
— Utkarsh Singh (@UtkarshSingh_) December 29, 2023
RJD विधायक फतेह बहादुर कुशवाहा ने मां सरस्वती को चरित्रहीन बताते हुए उनकी जगह स्कूलों में सावित्री बाई फुले की प्रार्थना और मूर्ति लगाने की मांग की। pic.twitter.com/wFQ1u6Iaje
आरजेडी विधायक ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा, “ये चरित्रवान-चरित्रहीन वाली बात मैं नहीं बोल रहा हूँ, ये संत कबीरदास ने कहा है। मैं उनका कहा हुआ बात कह रहा हूँ। उन्होंने आगे कहा कि स्कूलों में सरस्वती जी की प्रतिमा नहीं लगाई जानी चाहिए।” बता दें कि माँ सरस्वती को विद्या की देवी कहा जाता है और सनातन धर्म में उन्हें हर घर में पूजा जाता है।
फतेह ने कहा कि स्कूलों में सरस्वती जी की प्रतिमा के बजाय सावित्रीबाई फुले की तस्वीर लगानी चाहिए। दरअसल, 7 जनवरी को सावित्रीबाई फुले की जयंती है। इसके आयोजन के लिए RJD विधायक फतेह लोगों को निमंत्रण देने पहुँचे थे। इसी दौरान मीडिया से बातचीत के दौरान विधायक ने हिंदू देवी-देवताओं पर अभद्र टिप्पणी की।
ये पहली बार नहीं है कि विधायक फतेह ने इस तरह का बयान दिया है। इससे पहले वो माँ दुर्गा के लिए आपत्तिजनक टिप्पणी कर चुके हैं। उन्होंने माँ दुर्गा को काल्पनिक बताते हुए कहा था कि देवी दुर्गा का कोई अस्तित्व नहीं है, यह मनगढ़ंत कहानी है। उन्होंने खुद को महिषासुर का वंशज बताया था। उन्होंने कहा था कि अगर देवी दुर्गा का अस्तित्व था तो ब्रिटिश हुकूमत के समय उन्होंने क्यों नहीं भारत को बचा लिया।
उन्होंने कहा कि एक तरफ हिंदू शास्त्रों में बताया जाता है कि भगवान शंकर ने अन्य देवताओं के साथ आह्वान कर देवी दुर्गा की उत्पत्ति की। एक तरह से भगवान शिव ने देवी दुर्गा का आविष्कार किया तो इस रिश्ते से देवी दुर्गा भगवान शिव की पुत्री हुईं। दूसरी ओर देवी दुर्गा को महागौरी के नाम से भी बुलाया जाता है। ऐसे में गौरी भगवान शिव की पत्नी थी, तो क्या भगवान शिव ने अपनी पुत्री से विवाह कर लिया था?
फतेह बहादुर ने कहा था कि ये सब मनुवादियों का षड़यंत्र है। महिषासुर की हत्या करने के लिए दुर्गा का इन सबने उपयोग किया और महिषासुर का वध नहीं हत्या हुई। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा था कि ये मनुवादी लोग बताने का काम करेगा कि कौन-सा मैदान में महिषासुर के साथ दुर्गा ने युद्ध किया और रात्रि में कौन युद्ध करने जाती थी उसके यहाँ?
देवी दुर्गा और भगवान शंकर को लेकर उनके द्वारा कही गई आपत्तिजनक बातों पर खासा बवाल मचा था। बिहार ही नहीं, कई जगहों पर हिन्दू संगठनों ने आरजेडी विधायक फतेह बहादुर का पुतला जलाया था।