उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से भारतीय जनता पार्टी विधायक अलका राय ने कॉन्ग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी वाड्रा को चिट्ठी लिखकर बाहुबली मुख्तार अंसारी को बचाने का आरोप लगाया है। अलका राय, पूर्व विधायक कृष्णानंद राय की पत्नी हैं, जिनकी हत्या का आरोप मुख्तार अंसारी पर लगा था।
बीजेपी विधायक अलका राय ने अपनी चिट्ठी में कहा कि आपने (प्रियंका गाँधी वाड्रा) और आपकी (पंजाब) सरकार ने मेरे पति के हत्यारे मुख्तार और वांछित चल रहे उसके बेटे अब्बास को राज्य अतिथि के रूप में शरण दी है। इसके साथ ही अलका राय, मुख्तार अंसारी के बेटे की राजस्थान में भव्य शादी पर दुख जताया है।
बीजेपी विधायक अलका ने प्रियंका वाड्रा से भावनात्मक सवाल पूछा कि आपकी सरकार द्वारा हत्यारे को क्यों बचाया जा रहा है? अलका ने प्रियंका को कार्रवाई करने और एक महिला होने के नाते उनके दुख को समझने के लिए कहा है।
पत्र में अलका राय ने लिखा है, “आपसे मुझे शोक के साथ कहना पड़ रहा है कि आपके नेतृत्व में पंजाब और राजस्थान की सरकार ने मेरे पति के हत्यारे कुख्यात अपराधी मुख्तार अंसारी और उसके इनामिया बेटे अब्बास अंसारी को राज्य अतिथि का दर्जा दे रखा है। इसका प्रमाण है अखबार में छपी तस्वीरें, जिससे स्पष्ट है कि सरकारी संरक्षण में राजस्थान सरकार ने मुख्तार के इनामिया बेटे अब्बास की धूमधाम से शादी कराई।”
उन्होंने आगे लिखा, “प्रियंका जी, ये तस्वीरें देखकर मुझे और मेरे परिवार को कष्ट हुआ। इससे पूर्व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश की अदालतों में वांछित अपराधी मुख्तार अंसारी को लाने के लिए 32 बार अपने वाहन भेज चुके हैं लेकिन आप और आपकी पंजाब सरकार मुख्तार को बचाने में लगी है। एक महिला होने के नाते मुझे एक उम्मीद थी कि आप मेरे दर्द को समझेंगी।”
पत्र में लिखा है, “आप आए दिन अपराध और अपराधियों के खिलाफ दावे करती रहती हैं परन्तु इंसाफ माँग रही मुझ जैसी अनेकों पीडि़ताओं का एक भी पत्र का न तो आपने जवाब देना उचित समझा और न ही हमें इंसाफ दिलाने की कोशिश की। उल्टे यह बात स्पष्ट है कि आप और आपकी सरकार पूरी तरह मुख्तार और उसके अपराध के पीछे खड़ी है। आपके जवाब का इंतजार रहेगा।”
बता दें कि अलका राय कई बार प्रियंका गाँधी वाड्रा को चिट्ठी लिख चुकी हैं। पिछली बार बीजेपी विधायक अलका राय ने अपनी चिट्ठी में लिखा था, “मैं विधवा हूँ और विगत 14 वर्षों से मैं अपने पति व लोकप्रिय विधायक रहे स्वर्गीय कृष्णानंद राय की नृशंस हत्या के विरुद्ध इंसाफ की लड़ाई लड़ रही हूँ। उस जुल्मी के खिलाफ जिसे आज आपकी पार्टी और पंजाब राज्य में आपकी सरकार खुला संरक्षण दे रही है।”
बीजेपी विधायक अलका राय ने लिखा, “उत्तर प्रदेश की तमाम अदालतों से मुख्तार अंसारी को तलब किया जा रहा है, परंतु पंजाब सरकार उसे उत्तर प्रदेश भेजने को तैयार नहीं है। हर बार कोई ना कोई बहाना बनाकर मुझे और मुझ जैसे सैकड़ों लोगों को इंसाफ से वंचित किया जा रहा है।”
बताते चलें कि अलका राय के पति कृष्णानंद राय गाजीपुर जिले के मुहम्मदाबाद के बीजेपी विधायक थे। कृष्णानंद राय की साल 2005 में गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। अलका राय ने मुख्तार अंसारी के खिलाफ कृष्णानंद की हत्या का मामला दर्ज कराया था। कई सालों तक चले इस मामले में दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने मुख्तार अंसारी को निर्दोष करार दिया था। फिलहाल, मुख्तार अंसारी रंगदारी के एक केस में पंजाब की रोपड़ जेल में बंद है।
योगी सरकार बाहुबली मुख्तार अंसारी को पंजाब से उत्तर प्रदेश लाने की तैयारी में है। सरकार मुख्तार को लाने के लिए कानूनी विकल्पों का सहारा ले रही है। यूपी पुलिस मुख्तार को किसी भी कीमत पर वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध है। उत्तर प्रदेश से कई बार पुलिस टीम पंजाब मुख्तार को लाने गई, लेकिन हर बार मेडिकल रिपोर्ट का हवाला देकर मुख्तार को यूपी पुलिस को नहीं सौंपा गया। जब रोपड़ जेल पर दबाव बनाया गया, तो जेल अधिकारियों ने मुख्तार की मेडिकल रिपोर्ट यूपी पुलिस को दे दी।
आरोप है कि पंजाब सरकार मुख्तार अंसारी को बचाने की कोशिश कर रही है। तमाम कोशिशों के बावजूद जब यूपी सरकार मुख्तार को प्रदेश लाने में विफल रही तो अंत में यूपी सरकार को इस मामले कानूनी विकल्पों का सहारा लेना पड़ा।