भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद सौमित्र खान (Saumitra Khan) ने 2021 पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल कॉन्ग्रेस (TMC) में शामिल होने के कुछ ही घंटों बाद अपनी पत्नी सुजाता मंडल खान (Sujata Mondal Khan) को तलाक का नोटिस भेजने का फैसला किया है।
सुजाता मंडल खान कोलकाता में सोमवार (दिसंबर 21, 2020) को TMC में शामिल हुईं, जिससे उनके परिवार में कलह पैदा हो गया है। अब बिष्णुपुर के सांसद सौमित्र खान ने सुजाता मंडल खान को तलाक का नोटिस भेजने का फैसला किया है। तलाक नोटिस भेजने के फैसले के दौरान सुजाता खान की कार और बरजोरा स्थित घर की सुरक्षा वापस ले ली गई है।
सौमित्र खान वर्तमान में भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल के बिश्नुपुर से सांसद हैं। उनकी पत्नी सुजाता मंडल खान सत्तारूढ़ पार्टी के सांसद सौगत राय और प्रवक्ता कुणाल घोष की मौजूदगी में TMC में शामिल हुईं।
रिपोर्ट्स के अनुसार, TMC में शामिल होने के बाद, सुजाता मंडल खान ने कहा कि भाजपा लोगों को उचित सम्मान और सम्मान नहीं देती है। सुजाता मंडल खान ने कहा, “अब केवल अवसरवादी और दागी लोग ही शीर्ष पर हैं। मुझे भाजपा में कोई सम्मान नहीं मिला।”
भाजपा पर निशाना साधते हुए सुजाता मंडल खान ने कहा कि भगवा पार्टी में 6 मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं और 13 उपमुख्यमंत्री पद के चेहरे हैं। उन्होंने भाजपा पर कठिन परिश्रम करने वाले पार्टी कार्यकर्ताओं को उचित श्रेय नहीं देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा के सदस्य के रूप में वह तब शर्मिंदा महसूस करती थीं जब भाजपा के सीएम चेहरे को लेकर सवाल उठाए जाते थे।
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले सुजाता मंडल खान के TMC में जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए सौमित्र खान ने तृणमूल कॉन्ग्रेस पर अपने परिवार को तोड़ने का आरोप लगाया। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पत्नी भाजपा सांसद की पत्नी के रूप में सम्मानित थीं।
भाजपा नेता सौमित्र खान ने बेहद भावुक स्वरों में रोते हुए कहा, “आप एक भाजपा सांसद की पत्नी के रूप में सम्मानित थीं। TMC परिवारों को तोड़ सकती है.. आप (सुजाता मंडल खान) ने मुझे वोट दिलवाए, और मेरी जीत का हिस्सा हैं। लेकिन मैं अब उन्हें अपने नाम और उपनाम से मुक्त करता हूँ।”
खान ने कहा कि जिन्होंने उनके घर को तोड़ा वो उन्हें माफ नहीं करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा, “मैं आपसे प्यार करता हूँ सुजाता। मेरी लड़ाई आपके खिलाफ नहीं बल्कि तृणमूल कॉन्ग्रेस से है। मैं एक व्यक्ति के लिए लाखों लोगों के सपने नहीं तोड़ सकता।”
भाजपा नेता ने भाजपा के प्रति अपनी निष्ठा व्यक्त करते हुए कहा कि भारतीय जनता युवा मोर्चा (पश्चिम बंगाल) का अध्यक्ष बनाए जाने के बाद उन्होंने अधिक माँग नहीं की। उन्होंने यह भी बताया कि सत्तारूढ़ दल ने चुनाव जीतने के बाद उनके खिलाफ 36 फर्जी मामले दर्ज किए, और उन्हें 30 लाख रूपए का कर्ज लेने के लिए मजबूर किया गया।