मॉर्निंग वॉक और चाय पे चर्चा के लिए निकले पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष पर लेक टाउन इलाके में हमला हुआ। शुक्रवार (अगस्त 30, 2019) की सुबह इस हमले के दौरान दो अन्य भाजपा कार्यकर्ता भी घायल हो गए। दिलीप घोष ने इसके लिए तृणमूल कॉन्ग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि वो पार्टी समर्थकों के साथ इलाके में स्थानीय लोगों से चाय पर चर्चा करने गए थे कि तभी तृणमूल कॉन्ग्रेस कार्यकर्ता वहाँ पहुँच गए और ‘वापस जाओ’ के नारे लगाने लगे। उन्होंने दिलीप घोष से तुरंत इलाका छोड़ने के लिए कहा। इस दौरान उनके साथ धक्का-मुक्की भी हुई और भाजपा के झंडे, बैनर को भी तहस-नहस कर दिया गया।
Kolkata: A group of people attacked BJP MP Dilip Ghosh and BJP workers at Lake Town today, when he was out for his morning walk and to take part in ‘Chai Pe Charcha’. pic.twitter.com/UTkvLxrCJY
— ANI (@ANI) August 30, 2019
दिलीप घोष सुबह लेक टाउन में कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ मौजूद थे। एक जगह बैठकर वह लोगों से बातचीत कर रहे थे। उसी समय स्थानीय पार्षद के नेतृत्व में करीब 250 तृणमूल कार्यकर्ता एकत्र हुए और उन पर हमला कर दिया। हालाँकि, दिलीप घोष को चोट नहीं आई, लेकिन उन्हें बचाने की कोशिश में भाजपा के दो कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हो गए।
Today morning in Lake Town, Kolkata Trinamool Goons in presence of local #TMC councillor attacked our BJP WB State President & Hon’ble MP (Medinipur) Sri.Dilip Ghosh Da. We strongly condemn this cowardly act & demand the arrests of all the culprits involved in this act. #Shame pic.twitter.com/3Y4g6XXT9N
— anand bhansali (@anandbhansali1) August 30, 2019
गौरतलब है कि दिलीप घोष पर पहले भी कई बार हमले हो चुके हैं। इस साल मई में जब वह बीजेपी के वरिष्ठ नेता हेमंत बिस्व सरमा के साथ जा रहे थे तो उनके काफिले पर खेजुरी में हमला हुआ था। हालाँकि तब भी उन्हें कोई नुकसान नहीं हुआ था लेकिन दो वाहनों में तोड़फोड़ की गई थी। घटना की जानकारी होने पर सीआरपीएफ मौके पर पहुँची थी। लेकिन बीजेपी ने आरोप लगाया था कि टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने सड़क पर जाम लगा दिया और सीआरपीएफ को घटनास्थल पर नहीं पहुँचने दिया।