बीजेपी प्रवक्ता तजिंदर पाल सिंह बग्गा द्वारा 1984 के सिख दंगों के लिए पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी को जिम्मेदार ठहराने के बाद मंगलवार (मई 26, 2020) को पंजाब यूथ कॉन्ग्रेस ने उन्हें ट्विटर पर धमकी दिया।
पंजाब यूथ कॉन्ग्रेस ने धमकी देते हुए ट्वीट किया, “पंजाब आओ। हम पंजाब सीमा से पुलिस चौकी तक आपका स्वागत करेंगे क्योंकि आप जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं उसे कुछ शिष्टाचार सिखाने की जरूरत है।”
राजीव गाँधी पर सवाल उठाने की हिम्मत करने के लिए भाजपा प्रवक्ता को ’मानवता पर धब्बा’ करार देते हुए, यूथ कॉन्ग्रेस ने कहा कि राजीव गाँधी के खिलाफ ट्वीट करने से रोकने के लिए एक ‘सॉलिड पंजाबी स्टाइल रिस्पॉन्स’ की आवश्यकता थी।
दरअसल, मंगलवार सुबह तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने एक ट्वीट करते हुए राजीव गाँधी को हत्यारा बताया। उनका यह ट्वीट 1984 में हुए सिखों के नरसंहार के संदर्भ में था, जब इंदिरा गाँधी की हत्या के बाद दिल्ली में हजारों सिखों का नरसंहार किया गया था। पंजाब यूथ कॉन्ग्रेस ने इसी ट्वीट पर टिप्पणी करते हुए धमकी दी।
बीजेपी प्रवक्ता ने इस धमकी भरे ट्वीट का अपने अनोखे अंदाज में जवाब दिया। उन्होंने पंजाब यूथ कॉन्ग्रेस द्वारा दी गई धमकी को स्वीकार करते हुए कहा कि वह लॉकडाउन के बाद उनसे व्यक्तिगत रूप से मिलेंगे।
Deal Done. Decide the Date and Venue after Lockdown I will come. Dekhde aa Ek Sikh ch jyada dm hai ya Rajiv Gandhi de Chamchya Vich https://t.co/K7cHQXW72M
— Tajinder Pal Singh Bagga (@TajinderBagga) May 26, 2020
बग्गा ने आगे उनसे मीटिंग की तारीख और जगह तय करने के लिए कहा। उन्होंने लिखा, “देखे आ एक सिख में ज्यादा दम है या राजीव गाँधी के चमचे में।”
गौरतलब है कि इससे पहले छत्तीसगढ़ कॉन्ग्रेस ने तजिंदर पाल सिंह बग्गा के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी। कॉन्ग्रेस ने आरोप लगाया कि बग्गा ने राजीव गाँधी पर अपमानजनक टिप्पणी की है और साथ ही सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास किया है। काँकेर यूथ कॉन्ग्रेस अध्यक्ष पंकज वाधवानी ने तजिंदर बग्गा के ख़िलाफ़ मामला दर्ज कराया। इसकी सूचना ‘यूथ कॉन्ग्रेस’ ने सोशल मीडिया के माध्यम से दी। कॉन्ग्रेस ने साथ ही उन्हें ‘नफरत का वायरस’ करार दिया और कहा कि ऐसे किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।
उन्होंने ऑपइंडिया से बात करते हुए कहा था, “कॉन्ग्रेस देश को ये संदेश देना चाहती है कि जो कोई भी गाँधी परिवार के खिलाफ बोलने कि हिमाकत करेगा, उसे चुप करा दिया जाएगा। ये सब कुछ योजनाबद्ध तरीके से किया जा रहा है। अर्नब गोस्वामी, सुधीर चौधरी और सम्बित पात्रा के बाद अब मेरे पर एफआईआर दर्ज किया गया है। एक महीने के भीतर 4 लोगों पर इस तरह से एफआईआर हुए, वो भी कॉन्ग्रेस शासित राज्यों में, या फिर कॉन्ग्रेस के साथी दलों द्वारा शासित राज्यों में। जैसे, महाराष्ट्र में। पार्टी का सीधा संदेश है कि अगर एक परिवार के विरुद्ध मुँह खोलोगे तो तुम्हें प्रताड़ित किया जाएगा, तुम्हारे खिलाफ केस दायर किया जाएगा। “