पश्चिम बंगाल में भाजपा कार्यकर्ताओं पर लगातार हमले हो रहे हैं। पार्टी ने दावा किया है कि पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसा के चलते उनके 54 कार्यकर्ताओं की हत्या हुई हैं। हालाँकि इस दावे को ममता बनर्जी ने झूठ बताया है, लेकिन इसी बीच बर्धमान जिले के पांडुग्राम में भाजपा का एक कार्यकर्ता मृत पड़ा मिला।
बीजेपी ने अपने कार्यकर्ता की हत्या का जिम्मेदार TMC को बताया है। मृतक की पहचान 52 वर्षीय सुशील मंडल के रूप में हुई है। पांडुग्राम पुलिस थाने में मामले को औपचारिक रूप से दर्ज करवा दिया गया है। पुलिस, मामले की जाँच में जुट गई है।
टेलीग्राफ की एक खबर के अनुसार सुशील मंडल की हत्या तब हुई जब वो प्रधानमंत्री मोदी के शपथ ग्रहण के पहले केतुग्राम के पाण्डुग्राम इलाक़े में पार्टी के झंडे सजा रहे थे और ‘जय श्री राम’ का नारा लगा रहे थे। भाजपा कार्यकर्ताओं ने बताया कि तृणमूल के कुछ गुंडों ने मंडल को झंडे हटाने को कहा और नारा लगाने से मना किया। मंडल ने वैसा नहीं किया जिस कारण गुंडों ने लगतार चाकू से हमले करते हुए उन्हें घायल कर दिया। अस्पताल में उनकी मृत्यु हो गयी।
#ModiSarkar2 | BJP worker found dead in Burdwan, West Bengal. TIMES NOW’s @Tamal0401 with more details. pic.twitter.com/vVyJb3VjcE
— TIMES NOW (@TimesNow) May 30, 2019
अब ऐसे में अपनी पार्टी के ऊपर लगते आरोपों के विरोध में ममता बनर्जी ने अपने ही बयान से उलट जाकर फैसला किया है कि वो शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होंगी। बंगाल मुख्यमंत्री का कहना है कि ये मौतें ‘राजनीति से जुड़ी नहीं हैं।’
पश्चिम बंगाल: बर्धमान में मिला बीजेपी कार्यकर्ता का शव, फिर टीएमसी पर हत्या का आरोप https://t.co/n89A6wiCDa via @NavbharatTimes pic.twitter.com/kfkkWJrMKm
— NBT Hindi News (@NavbharatTimes) May 30, 2019
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि ममता अपने बयान से पलटी हों। 2014 में भी प्रधानमंत्री मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में ममता बनर्जी नहीं आई थीं। इसके अलावा साल 2012 में भी जब गुजरात के सीएम के रूप में नरेंद्र मोदी शपथ लेने वाले थे, तो निमंत्रण के बावजूद वो समारोह में शामिल नहीं हुई थीं।